राजस्थान में दिल्ली के श्रद्धा हत्याकांड जैसा मामला, पेशे से इंजीनियर युवक ने बेरहमी से किया ताई का कत्ल, चाकू से नहीं कटा शव तो कटर से काट कर अलग अलग जगह फेंके टुकड़े, अब पुलिस गिरफ्त में

राजस्थान में  दिल्ली के श्रद्धा हत्याकांड जैसा मामला, पेशे से इंजीनियर युवक ने बेरहमी से किया ताई का कत्ल, चाकू से नहीं कटा शव तो कटर से  काट कर अलग अलग जगह फेंके टुकड़े, अब पुलिस गिरफ्त में
खौफनाक वारदात राजस्थान में दिल्ली के श्रद्धा हत्याकांड जैसा मामला, पेशे से इंजीनियर युवक ने बेरहमी से किया ताई का कत्ल, चाकू से नहीं कटा शव तो कटर से काट कर अलग अलग जगह फेंके टुकड़े, अब पुलिस गिरफ्त में

डिजिटल डेस्क, जयपुर। राजस्थान की राजधानी जयपुर से राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के श्रद्धा हत्याकांड जैसा मामला सामने आया है। यहां एक भतीजे अपनी सगी ताई की सिर पर हथौड़ा मारकर हत्या कर दी। फिर उसके शव के मार्बल काटने वाले कटर से 10 टुकड़े करके उन्हें एक ट्रॉली बैग में भरा। आरोपी ने उन टुकड़ों को दिल्ली-सीकर नेशनल हाइवे पर तीन अलग-अलग स्थानों पर जमींदोज कर दिया।

पुलिस के मुताबिक, यह खौफनाक वारदात 11 दिसंबर को जयपुर के विद्याधर नगर सेक्टर-2 में हुई। मृतक सरोज देवी ने अपने भतीजे अनुज शर्मा को एक धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए जाने से रोका। ताई द्वारा रोकने पर आरोपी भतीजा इतने गुस्से में आ गया कि उसने उनका मर्डर कर दिया। 

बेटियों ने पुलिस में दर्ज कराई थी गुमशुदगी की रिपोर्ट

पुलिस के मुताबिक मृतक सरोज देवी की दो बेटियों मोनिका और पूजा ने 16 दिसंबर को विद्याधर नगर थाने में उनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। अपनी रिपोर्ट में उन्होंने अपने चचेरे भाई अनुज पर शक जताया था। पुलिस ने अनुज को गिरफ्तार कर लिया है। पूजा ने बताया कि मेरी और मेरी बहन मोनिका की शादी हो चुकी है और हमारा भाई अमित विदेश में रहता है। मेरे पिता की मौत साल 1995 में ही हो गई थी जिसके बाद से ही मेरी मां चाचा बद्रीप्रसाद के विद्यानगर स्थित घर में रहती थीं। 

धार्मिक कार्यक्रम में जाने से रोकने पर की हत्या

पुलिस के मुताबिक, यह वारदात 11 दिसंबर की सुबह 10 बजे के आसपास की है। आरोपी अनुज एक धार्मिक संस्थान से जुड़ा था। इस संस्थान की तरफ से आयोजित होने वाले कीर्तन समारोह में शामिल होने वो दिल्ली जाने वाला था। जब सरोज देवी ने उसे उनको अकेला छोड़कर न जाने की बात कही तो आरोपी तैश में आ गया और उनकी हत्या कर दी। 

चाकू से नहीं हुए टुकड़े तो मार्बल कटर का किया उपयोग

आरोपी ने अपनी ताई के सिर पर हथोड़ा मारकर उनकी हत्या की। फिर उसने चाकू की सहायता से उनके शव के टुकड़े करने की कोशिश की। जब चाकू से टुकड़े नही हुए तो आरोपी मार्बल काटने वाला कटर ले आया और शरीर के टुकड़े-टुकड़े कर दिए। पुलिस के मुताबिक आरोपी ने शव के टुकड़ों को एक ट्रॉली बैग में भरा और सीकर-दिल्ली नेशनल हाईवे के तीन अगल-अलग स्थानों पर उन्हें जमींदोज किया। 

पुलिस ने बताया कि वारदात के बाद अनुज करीब तीन-चार घंटे तक बॉडी के टुकड़ों को ठिकाने लगाने के लिए इधर-उधर घूमता रहा। शाम के लगभग 4 बजे उसने सीकर-दिल्ली नेशनल हाईवे पर बनी फोरेस्ट विभाग की चौकी के पीछे शव के टुकड़ों को फेंक दिया। उसके पास एक बाल्टी भी थी जिसकी सहायता से उसने टुकड़ों के ऊपर मिट्‌टी डाली। बैग से खून के निशान मिटाने के लिए उसने घर आकर बैग को अच्छे तरीके से धोया। 


खून के धब्बे साफ कर रहा था आरोपी, बेटी को हुआ शक

आरोपी ने वारदात के एक दिन बाद यानी 12 दिसंबर को सरोज देवी की बेटी पूजा को फोन कर बताया कि 11 दिसंबर की दोपहर को ताई रोटी देने घर से बाहर गई थीं। जिसके बाद वह घर वापस नहीं आई हैं। मैंने उनके लापता होने की रिपोर्ट पुलिस में दर्ज करा दी है। अपनी मां के लापता होने की खबर मिलते ही उनकी बेटी तुरंत अपने चाचा के घर आ गई। मोनिका ने पुलिस को बताया कि 13 दिसंबर को वह घर में ही थी। उस दौरान आरोपी अनुज किचन की दीवारों पर लगे खून की निशान साफ कर रहा था। जब मैंने उससे पूछा कि यह तुम क्या कर रहे हो तो वह सकपका गया। उसने घबराते हुए मोनिका से कहा कि मुझे नकसीर आ गई थी जो कि दीवार पर आ गई थी उसे ही साफ कर रहा हूं। अनुज की बातें सुनकर मोनिका को उस पर शक हुआ और उसने अपनी बहन पूजा को फोन कर पूरी बात बताई। जिसके बाद पूजा 15 दिसंबर को अपने पति के साथ चाचा के घर पर आ गई। 

चाचा के घर पहुंचने पर पूजा ने अपनी बहन मोनिका से चचेरे भाई अनुज के बारे में पूछा। जिस पर मोनिका ने बताया कि वह हरिद्वार गया है। इसके बाद दोनों बहनों ने आपस में बात की 16 दिसंबर की शाम विद्याधर थाने जाकर पुलिस को इसकी जानकारी दी। जिसके बाद पुलिस मामले की जांच में जुट गई। 

इंजीनियर है आरोपी

आरोपी अनुज ने 1 साल पहले ही जयपुर के भांकरोटा से इंजीनियरिंग की डिग्री की थी। उसके पिता पंजाब नेशनल बैंक में एजीएम के पद से हाल ही में सेवानिवृत हुए हैं। वारदात के दिन वह परिवार के अन्य सदस्यों के साथ बेटी के लिए लड़का देखने दिल्ली गए थे। वहीं अपनी इंजीनियरिंग करने के बाद आरोपी अनुज ने हरे कृष्णा आंदोलन की दीक्षा ली थी। वारदात वाले दिन वह इसी के कीर्तन कार्यक्रम में शामिल होने के लिए वह दिल्ली जा रहा था। जिसको कैंसर की मरीज उसकी ताई सरोज देवी ने मना कर दिया था क्योंकि वह उस समय घर पर अकेली थी और उनकी देखभाल करने के लिए कोई मौजूद नहीं था। 

Created On :   17 Dec 2022 5:27 PM IST

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