ईडी ने मनीलांड्रिंग मामले में झारखंड की सीनियर आईएएस पूजा सिंघल से शुरू की पूछताछ

ED starts interrogation of Jharkhands senior IAS Pooja Singhal in money laundering case
ईडी ने मनीलांड्रिंग मामले में झारखंड की सीनियर आईएएस पूजा सिंघल से शुरू की पूछताछ
प्रवर्तन निदेशालय ईडी ने मनीलांड्रिंग मामले में झारखंड की सीनियर आईएएस पूजा सिंघल से शुरू की पूछताछ

डिजिटल डेस्क, रांची। झारखंड के खूंटी में मनरेगा घोटाले से जुड़े मनीलांड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सीनियर आईएएस पूजा सिंघल से पूछताछ शुरू की है। ईडी के समन पर वह अपने पति अभिषेक झा के साथ मंगलवार 11 बजे रांची के एयरपोर्ट रोड स्थित ईडी के दफ्तर पहुंचीं। सिंघल के पति और उनके सीए सुमन कुमार सिंह से पिछले तीन दिनों से पूछताछ हो रही है।

बता दें कि बीते शुक्रवार को ईडी ने पूजा सिंघल और उनके पति के आवास सहित झारखंड, बंगाल, बिहार, हरियाणा और राजस्थान में कुल 25 ठिकानों पर एक साथ छापामारी की थी। उनके पति के सीए रहे सुमन कुमार सिंह के रांची स्थित आवास पर छापेमारी में 19 करोड़ से ज्यादा की रकम बरामद की गयी थी। इसके अलावा लगभग 200 करोड़ रुपये के निवेश से जुड़े कागजात भी बरामद किये गये हैं।

ईडी की प्रारंभिक जांच में यह तथ्य सामने आया है कि पूजा सिंघल जब उपायुक्त थीं, तो उनके और उनके पति खाते में वेतन से होनेवाली आय के अतिरिक्त 1.43 करोड़ रुपये आये थे। ईडी ने जांच में यह भी पाया है कि पूजा सिंघल के खाते से 16.57 लाख रुपये सीए सुमन कुमार सिंह के खाते में ट्रांसफर किये गये थे। माना जा रहा है कि उनसे राशि की इस लेनदेन के बारे में जवाब मांगा जायेगा।

पूजा सिंघल के पति अभिषेक झा रांची में सुपरस्पेश्यिलिटी हॉस्पिटल और डायग्नोस्टिक सेंटर चलाते हैं। इसमें भी करोड़ों रुपये का संदिग्ध निवेश किया गया है। मंगलवार को पूजा सिंघल, उनके पति अभिषेक झा और उनके सीए सुमन कुमार सिंह को आमने-सामने बिठाकर करोड़ों की बरामदगी और निवेश के बारे में पूछताछ की जा रही है।

झारखंड सरकार में खान एवं उद्योग विभाग की सचिव हैं। इसके अलावा वह झारखंड राज्य खनिज विकास निगम की डायरेक्टर के पद पर भी तैनात हैं। वह जब खूंटी जिले में उपायुक्त के पद पर तैनात थीं, तब मनरेगा की योजनाओं में लगभग 10 करोड़ रुपये के घोटाले का मामला सामने आया था। इस मामले में शुरूआत में जेई राम विनोद सिन्हा के खिलाफ 16 प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी।

जांच में यह बात सामने आयी कि मनरेगा की योजनाओं का पालन कराने और योजनाओं की मॉनिटरिंग करने का अधिकार उपायुक्त को है। बाद में इस मामले में उच्चस्तरीय जांच की मांग को लेकर हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की गयी थी। हाईकोर्ट ने ईडी और एसीबी को हलफनामा दायर करने का आदेश दिया गया। इसी पर ईडी ने कोर्ट को बताया कि पूरे मामले में तत्कालीन उपायुक्त पूजा सिंघल की भूमिका की जांच की जा रही है। फिलहाल ईडी ने इसी मामले को लेकर कार्रवाई शुरू की है।

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Created On :   10 May 2022 2:00 PM IST

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