Nagpur News: नागपुर के कारोबारी की शिकायत पर जरीपटका थाने में 4 आरोपियों पर ठगी का मामला दर्ज
- प्रवेश दिलाने के नाम पर ठगी करता था गिरोह
- नागपुर से लेकर बंग्लुरू तक जुडे हैं तार
- आरोपियों ने कई विद्यार्थियों का लगा चुके हैं चूना
Nagpur News जरीपटका इलाके के एक कारोबारी की बेटी को बंग्लुरू के एक मेडिकल कॉलेज में एमडी टर्मिनॉलॉजी में प्रवेश दिलाने के नाम पर 70 लाख रुपए की धोखाधड़ी किए जाने का मामला सामने आया है। इस मामले में पीड़ित कारोबारी सतीश लालवानी की शिकायत पर जरीपटका पुलिस ने 4 आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। जिन आरोपियों पर यह मामला दर्ज किया गया है, उनमें आरोपी सौरव कुलकर्णी मेडिकल चौक नागपुर , के. कृष्णमूर्ति बंग्लुरू, नुन्ना अनीस और जुनेद बंग्लुरू निवासी का समावेश है। इन आरोपियों ने सतीश की बेटी दिव्या की तरह कई अन्य विद्यार्थियों को प्रवेश दिलाने के नाम पर ठगी की है। इस मामले की गहन जांच की गई तो शहर के विद्यार्थियों को मेडिकल कॉलेज में प्रवेश दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले इस गिरोह का पूरा भांडाफोड़ हो सकता है। साथ ही यह भी मामला उजागर हो जाएगा कि दूसरे राज्यों के मेडिकल कॉलेज में प्रवेश दिलाने के नाम पर ठगी करनेवाले इस गिरोह के तार नागपुर से जुड़े हैं। इस गिरोह ने पीड़ित सतीश लालवानी की बेटी को कैंसल सीट पर प्रवेश दिलाने के बहाने पहले उसने 12 लाख रुपए अपने निजी खाते में ट्रांसफर कराए। इसके बाद दोबारा 38 लाख रुपए ऐंठ लिया। पश्चात आरोपियों ने सतीश से कुल 70 लाख रुपए ले लिया और उनकी बेटी को प्रवेश भी नहीं दिलाया।
2.36 करोड़ में तय हुआ पूरा सौदा : पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ब्लॉक नंबर 43 महात्मा गांधी स्कूल के पास , जरीपटका निवासी सतीश गुरुमुखदास लालवानी (53) ने जरीपटका थाने में ठगी की शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने पुलिस को बताया कि उनकी बेटी को केम्पेगौडा इन्स्टिट्यूट् ऑफ मेडिकल साइन्सेस किम्स चिकित्सा महाविद्यालय बंग्लुरू में एमडी टर्मिनॉलॉजी में प्रवेश दिलाने के नाम पर आरोपी सौरव कुलकर्णी ,के. कृष्णमूर्ति , नुन्ना अनीस और जुनेद ने 28 अक्टूबर 2023 से 15 नवंबर 2024 के दरमियान ठगी की। आरोपियों ने उनकी बेटी दिव्या को उक्त कॉलेज में प्रवेश दिलाने के नाम पर करीब 2 करोड़ 36 लाख रुपए में बातचीत की थी। सतीश जब आरोपियों को यह रकम देने को तैयार हो गए तब आरोपियों ने योजनाबद्ध तरीके से सतीश और उनकी बेटी को प्रवेश दिलाने के नाम पर बंग्लुरू बुलाया। सतीश को बताया गया था कि जो उम्मीदवार (विद्यार्थी) अपनी सीट को कैंसल करते हैं, उनकी बेटी को उस सीट पर एडमिशन दिलाया जाएगा। बेटी के एमबीबीएस करने के बाद उसके भविष्य को देखते हुए उन्होंने प्रवेश के लिए 2.36 करोड़ रुपए देने काे तैयार हो गए थे।
पूर्व चेयरमैन ने अपने खाते में जमा कराए 12 लाख रुपए : सतीश के अनुसार के. कृष्णमूर्ति को उक्त कॉलेज का चेयरमैन बताकर उनसे मिलाया गया। कृष्णमूर्ति को भाषा की समस्या होने के कारण नुन्ना अनीस उन्हें तमिल में हिंदी का ट्रांसलेट कर बताता था। इस दौरान कृष्णमूर्ति ने अपने खाते में 12 लाख रुपए सतीश से जमा करा लिया। सतीश और उनकी बेटी को प्रवेश देने के लिए आरोपियों के इस गिरोह ने बंग्लुरू बुलाया और उन्हें एडमिशन दिलाने के बहाने ठगी करते रहे और उनसे रुपए ऐंठते रहे। आरोपियों ने सतीश और उनकी बेटी को फर्जी दस्तावेज दिखाकर उन्हें लुटते रहे। आरोपियों के उक्त गिरोह ने सतीश से करीब 70 लाख रुपए ऐंठ लिया और फिर बातचीत करना कम कर दिया। अंत में जब सतीश को लगा कि उनके साथ ठगी हो गई है तब उन्होंने करीब दो माह पहले इस मामले की जरीपटका थाने में शिकायत की। पुलिस परिमंडल 5 के उपायुक्त निकेतन कदम से भी मिले। इसके बाद जरीपटका थाने में आरोपियों के खिलाफ विविध धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
मेडिकल चौक में मिलने बुलाया था अमित : इस प्रकरण में अमित नागदेवते ने पहली बार सतीश को नागपुर के मेडिकल चौक में टाटा कैपिटल हाइटस में मिलने बुलाया था। अमित ने ही सतीश को गौरमेंट के जीरो परस्नटाइल का जीआर आने के बारे में बताया था। उनकी बेटी को कम अंक होने के कारण वह अमित से बेटी को मेडिकल कॉलेज में एडमिशन दिलाने के बारे में बात की थी तब अमित ने पूछताछ कर बताने की बात की थी। अमित इस कार्य के लिए सतीश के घर भी गया था। इसके बाद आरोपियों के इस गिरोह ने उनकी बेटी को एडमिशन तो नहीं दिलाया लेकिन उन्हें 70 लाख रुपए की चपत जरुर लगा दी।
Created On :   20 Nov 2024 2:29 PM IST