क्रिकेट: विराट कोहली का बड़ा खुलासा, टीम सलेक्शन के लिए उनके पिता से मांगी गई थी रिश्वत
डिजिटल डेस्क। भारतीय क्रिकेट टीम के मौजूदा कप्तान विराट कोहली ने एक बड़ा खुलासा किया है। कोहली ने बताया कि एक बार उनके पिता से दिल्ली की टीम में उनके सेलेक्शन के लिए रिश्वत मांगी गई थी और उन्होंने इसके लिए साफ तौर पर मना कर दिया था। तब उनका सेलेक्शन नहीं हुआ था और वह बहुत रोए थे। भारतीय फुटबॉल टीम के कप्तान सुनील छेत्री के साथ इंस्टाग्राम लाइव वीडियो सेशन के दौरान कोहली ने यह बात कही है।
कोहली ने कहा, मेरे गृह राज्य (दिल्ली) में कभी-कभी ऐसी चीजें होती हैं, जो निष्पक्ष नहीं होतीं हैं। कुछ मौके पर कुछ लोग नियमों का पालन नहीं करते, खासकर तब जब खिलाड़ी के सेलेक्शन की बात आती है। मेरे पिता से कहा गया था कि, मुझमें टीम में सेलेक्ट होने की क्षमता है, लेकिन अगर आप थोड़ा एक्स्ट्रा यानी रिश्वत दे दें तो सेलेक्शन पक्की हो जाएगी।
मेरे पिता ने कहा था, मैं एक्स्ट्रा कुछ नहीं दूंगा
कोहली ने कहा, मेरे पिता - एक ईमानदार मध्यवर्गीय व्यक्ति थे, जिन्होंने एक सफल वकील बनने के लिए जीवन भर मेहनत की। उन्हें यह भी समझ में नहीं आया था कि, एक्स्ट्रा का क्या मतलब होता है। मेरे पिता ने बस इतना कहा, यदि आप विराट को चुनना चाहते हैं, तो उसकी योग्यता के आधार पर चुनें। मैं आपको एक्स्ट्रा कुछ नहीं दूंगा। कोहली ने बताया, तब मुझे सेलेक्ट नहीं किया गया था। उसके बाद मैं बहुत रोया, मैं टूट गया था।
मेरे पिता से मुझे बहुत कुछ सीखने को मिला है
इस अनुभव से जो कुछ सीखा, उसे समझाते हुए कोहली ने कहा, उस घटना ने मुझे बहुत कुछ सिखाया। मुझे एहसास हुआ कि, यह दुनिया इस तरह से चलती है। यदि आप प्रगति करना चाहते हैं, तो कुछ ऐसा करें जो कोई और नहीं कर रहा है। अगर मुझे सफल होना है, तो मुझे असाधारण होने की आवश्यकता है। मुझे अपने प्रयास और परिश्रम से ही सब कुछ हासिल करना होगा। मेरे पिता ने मुझे सही रास्ता दिखाया, न केवल शब्दों के माध्यम से, बल्कि अपने काम करने के तरीकों से भी। उनकी सभी बातों का मुझ पर बहुत प्रभाव पड़ा।
विराट ने 18 की उम्र में अपने पिता को खो दिया था
बता दें कि, जब कोहली 18 साल के थे, तब उन्होंने अपने पिता को खो दिया था। तब वह 2006 में रणजी ट्रॉफी में कर्नाटक के खिलाफ दिल्ली के लिए खेल रहे थे। युवा कोहली, जिन्होंने अपने पिता को रात में अंतिम सांस लेते देखा था, अगले दिन सुबह वह मौदान पर गए थे और दिल्ली के लिए एक बहुमूल्य पारी खेली थी।
मैं अपने पिता को उनके रिटायरमेंट के बाद एक आरामदायक जीवन देना चाहता था
विराट ने कहा कि, तब मैंने उनकी मृत्यु को स्वीकार किया और अपने करियर पर ध्यान केंद्रित किया। उनकी मृत्यु के अगले ही दिन मैंने रणजी ट्रॉफी मैच में बल्लेबाजी की। उनकी मृत्यु ने मुझे एहसास दिलाया कि, मुझे अपने जीवन मैं बहुत कुछ करना है। कोहली ने कहा, मैं अपने पिता को उनके रिटायरमेंट के बाद एक आरामदायक जीवन देना चाहता था, लेकिन मैं ऐसा नहीं कर पाया जिसका मुझे बहुत अफसोस है और मैं ये सोचकर भावुक हो जाता हूं।
Created On :   19 May 2020 11:22 AM IST