Resignation: CEO राहुल जौहरी के बाद अब GM सबा करीम का इस्तीफा, दोनों पदों पर नई नियुक्ति करेगा BCCI
- पिछले हफ्ते सीईओ राहुल जौहरी ने भी इस्तीफा दिया था
- सबा करीम दिसंबर 2017 से बोर्ड में काम कर रहे थे
- सबा करीम का भारतीय क्रिकेट बोर्ड में जनरल मैनेजर (क्रिकेट ऑपरेशन्स) के पद से इस्तीफा
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पूर्व विकेटकीपर, सबा करीम ने भारतीय क्रिकेट बोर्ड में जनरल मैनेजर (क्रिकेट ऑपरेशन्स) के पद से इस्तीफा दे दिया है। द इंडियन एक्सप्रेस के हवाले से ये खबर सामने आई है। सबा करीम दिसंबर 2017 से बोर्ड में काम कर रहे थे। पिछले हफ्ते सीईओ राहुल जौहरी ने भी इस्तीफा दिया था। BCCI के सीईओ के तौर पर राहुल का कार्यकाल विवादों में घिरा रहा था। उन पर एक साल पहले महिला ने यौन शोषण के आरोप लगाए थे। राहुल जौहरी 2016 में बीसीसीआई के पहले सीईओ बने थे। उनका कार्यकाल फरवरी 2021 में पूरा हो रहा था।
बोर्ड के एक अधिकारी ने कहा कि "हमें उनका इस्तीफा मिल गया है। बोर्ड क्रिकेट ऑपरेशन में एक नए जीएम की तलाश करेगा। पोस्ट को भरने के लिए अपेक्स काउंसिल ने पदाधिकारियों को अधिकार दिए हैं। बीसीसीआई के एक अन्य अधिकारी ने आईएएनएस से कहा कि जब से बोर्ड के मौजूदा अधिकारियों ने काम संभाला है तब से करीम का पद खतरे में ही था। साथ ही निवर्तमान महिला चयनकतार्ओं ने चयन प्रक्रिया में करीम की दखलअंदाजी का जिक्र भी किया था जो उनके ताबूत में आखिरी कील का काम शायद कर गया।
अधिकारी ने कहा, बीसीसीआई की हाल ही में हुई शीर्ष परिषद की बैठक में सबा करीम को डोमेस्टिक स्ट्रक्चर में बदलाव के प्लान को बताने के लिए बुलाया ही नहीं गया। उनकी जगह राव ने प्लान बताया। उन्होंने कहा, पिछले साल जब अधिकारियों ने कार्यभार संभाला था तब से उनका पद खतरे में था। जब नियुक्ति प्रक्रिया लागू की गई तो विनोद राय और राहुल जौहरी के बीच में बंद दरवाजों के बीच हुई बैठक में करीम के लिए नियमों को अदला-बदला गया। इससे उन लोगों का नुकसान हुआ जिनकी क्वालीफिकेशन समान थीं लेकिन उन्हें यही नहीं पता था कि वह अप्लाई कर सकते हैं।
उन्होंने कहा, ऐसा भी पता चला है कि निवर्तमान महिला चयनकर्ताओं ने करीम की चयन प्रक्रिया में दखल देने और उन्हें परेशान करने की शिकायत की थी। राष्ट्रीय टीम को संभालने में उनके द्वारा हुई गड़बड़ी तब सामने आई जब मिताली राज जैसी अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी ने बार-बार यह कहा कि उन्हें जबरदस्ती विवादों में खिंचा जा रहा है और जब उन्होंने करीम को बातें बताई तों उन्हें हरमनप्रीत कौर के खिलाफ खड़ा कर दिया गया।
बीसीसीआ के एक पूर्व अधिकारी ने कहा कि करीम का काम करने का तरीका काफी खराब था और अकड़ के बात करते थे। उन्होंने कहा, मेरा उनके साथ जो काम करने का अनुभव रहा है, उसमें कुछ चीजें अलग हटकर सामने आईं। जो लोग उनके पास आम शिकायत लेकर आते थे वे उनसे अच्छे से बात नहीं करते थे, उनमें अपने फैसले के बारे में सोचने की क्षमता नहीं थी। वह ऐसे फैसले थे जिन्होंने घरेलू क्रिकेट को काफी नुकसान पहुंचाया। वह काबिल लोगों की अपेक्षा उन लोगों को बढ़ावा देते थे जो उनके करीब थे। वह दूसरों की मेहनत का श्रेय लेते थे।
इस बात को मानते हुए बीसीसीआई के एक कार्यकारी ने कहा कि राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) में भी आधिकारिक तौर पर करीम के अंडर की गई नियक्तियों को लेकर शिकायतें थीं। उन्होंने कहा, करीम के अंडर में एनसीए में नियुक्त किए गए स्टाफ और प्रशिक्षकों की जांच भी होनी हैं। बीसीसीआई के एक सीनियर अधिकारी ने कई मेल भेजे हैं जिनमें लिखा है कि किस तरह से लोगों को पीछे के दरवाजे से प्रवेश दिया गया।
सबा ने 34 वनडे और एक टेस्ट खेला
पूर्व विकेट कीपर बल्लेबाज ने एक टेस्ट और 34 एकदिवसीय मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व किया। वनडे में 15.73 की औसत से 362 रन बनाए हैं। उन्होंने अकेला टेस्ट मैच बांग्लादेश के खिलाफ 10 नवंबर 2000 को खेला था। इस मैच की एक पारी में सबा को मौका मिला और उन्होंने 15 रन बनाए थे। उन्होंने 18 साल के करियर में 120 प्रथम श्रेणी और 124 लिस्ट "A" मैच खेले। उनका 22 शतकों और 33 अर्धशतकों के साथ 56.66 का प्रथम श्रेणी औसत है।
Created On :   19 July 2020 3:22 PM IST