क्रिकेटर्स जिन्होंने इस साल क्रिकेट को किया बाय-बाय
- MR. 360° ने इस साल क्रिकेट के सारे प्रारूपों को अलविदा कह दिया
- सदी के सबसे बेहतरीन ऑलराउंडर में से एक है 'चैंपियन डीजे ब्रावो'
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। क्रिकेट के लिहाज से 2021 अनिश्चिताओं से भरा हुआ साल साबित हुआ। इस साल खिलाड़ी ना सिर्फ शारीरिक बल्कि मानसिक रूप से भी बहुत परेशान रहे। कोरोना के चलते बायो-बबल में रहना उसमे से एक था।
जहां किसी ने इस साल क्रिकेट से अनिश्चितकाल का ब्रेक लिया (बेन स्टोक्स) तो वहीं किसी ने इसे जीवनभर के लिए छोड़ दिया। इस साल बहुत सारे खिलाड़ियों ने सन्यास की घोषणा की। पहले दो महीनों में ही आठ क्रिकेटरों ने संन्यास ले लिया था।
बाद में जैसे-जैसे साल आगे बढ़ा, डेल स्टेन, एबी डिविलियर्स ने भी क्रिकेट को पूर्ण रूप से अलविदा कह दिया। विश्व क्रिकेट में बेहतरीन ऑलराउंडर वेस्टइंडीज ड्वेन ब्रावो ने भी अपने अंतरराष्ट्रीय करियर को समाप्त कर लिया है।
आइये एक नजर डालते है, उन नामों पर जिन्होंने इस खेल में कभी ना लौटने का फैसला लिया है-
अब्राहम बेंजामिन डिविलियर्स (AB de Villiers) (साउथ अफ्रीका) : विश्व क्रिकेट में सबसे खतरनाक बल्लेबाजों में से एक MR. 360° ने इस साल क्रिकेट के सारे प्रारूपों को अलविदा कह दिया। हालांकि 2017 में ही वह अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट छोड़ चुके है। लेकिन तब से वह आईपीएल में रॉयल चैलेंजर बैंगलोर के साथ-साथ दुनियाभर की लीग में अपने रचनात्मक बल्लेबाजी से फैंस का मनोरंजन कर रहे थे।
भारत में एबी डिविलियर्स का बहुत बड़ा फैंन बेस है तभी तो उन्होंने जब अपनी ऑफिसियल रिटायरमेंट की घोषणा की तो- थैंक यू, Dankie (अफ्रीकी भाषा में धन्यवाद) के साथ हिंदी में "धन्यवाद" लिखकर अपने फैंस का शुक्रियादा किया।
उन्होंने एक ट्वीट में कहा, "यह एक अविश्वसनीय यात्रा रही है, लेकिन मैंने सभी क्रिकेट से संन्यास लेने का फैसला किया है। मैंने हर पाल इसका आनंद लिया और अपनी मर्जी से खेला। अब, 37 साल की उम्र में, वह लौ अब इतनी तेज नहीं जल रही है।"
It has been an incredible journey, but I have decided to retire from all cricket.
— AB de Villiers (@ABdeVilliers17) November 19, 2021
Ever since the back yard matches with my older brothers, I have played the game with pure enjoyment and unbridled enthusiasm. Now, at the age of 37, that flame no longer burns so brightly. pic.twitter.com/W1Z41wFeli
अगर डिविलियर्स के टी-20 करियर की बात करे तो- उन्होंने कुल 340 टी-20 में 150. 13 की स्ट्राइक रेट और 37. 24 की औसत से 9424 रन बनाए है, जहां उनका सर्वाधिक स्कोर 133* रहा। इस दौरान उन्होंने 4 शतक और 69 अर्धशतक जड़े।
ड्वेन ब्रावो (वेस्टइंडीज): सदी के सबसे बेहतरीन ऑलराउंडर में से "चैंपियन डीजे ब्रावो"। मैदान पर क्रिकेट को सबसे ज्यादा एन्जॉय करने वाले खिलाड़ी, जिन्होंने वेस्टइंडीज के टी-20 वर्ल्ड कप से बाहर हो जाने के बाद क्रिकेट को अलविदा कह दिया। ब्रावो धीमी यॉर्कर फेंकने के लिए काफी मशहूर थे। असल में क्रिकेट खिलाड़ी के रूप में वह एक कम्पलीट-पैकेज (complete पैकेज) थे।
गेंदबाजी के साथ-साथ आक्रमक बल्लेबाज और एक लाजवाब फील्डर। आईपीएल में वह धोनी की चेन्नई सुपर किंग्स के लिए खेलते थे। सीएसके ने उन्हें कई मौकों पर बनाए रखा।
उन्होंने 2006 में ऑकलैंड में न्यूजीलैंड के खिलाफ पदार्पण करने के बाद से वेस्टइंडीज के लिए 90-टी 20 मैच खेले। उन्होंने 22.23 की औसत और 115.38 की स्ट्राइक रेट से 1,245 रन बनाए।
38 वर्षीय ब्रावो ने फेसबुक पर एक पोस्ट कर बताया "मुझे लगता है कि समय आ गया है, मेरे पास एक बहुत अच्छा करियर रहा है ... कुछ उतार-चढ़ाव थे, लेकिन जैसा कि मैं इसे देखता हूं, मैं इतने लंबे समय तक अपने क्षेत्र और कैरेबियाई लोगों का प्रतिनिधित्व करने के लिए बहुत आभारी हूं।"
डेल स्टेन (दक्षिण अफ्रीका): अपने प्राइम टाइम में दुनिया के सबसे खतरनाक गेंदबाज डेल स्टेन के करियर को इंजरी ने समाप्त कर दिया। नवंबर 2016 में ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान कंधे की चोट के बाद उन्होंने वापसी जरूर की, लेकिन वो कभी फॉर्म में नजर नहीं आए। तमाम कोशिशों के बाद भी उनकी गेंदबाजी में वह धार नजर नहीं आई जिसके लिए वह जाने जाते है।
लम्बा रन-उप, आक्रमक बोलिंग एक्शन जो अच्छे-अच्छे बल्लेबाज को डरा दे। विपक्षी टीम को बॉउंड्री तो दूर एक-एक रन के लिए तरसना पड़ता था। कोहली ने भी एक इंटरव्यू में कहा था कि उन्होंने जितने भी गेंदबाजों का सामना किया है, उन सब में डेल स्टेन सबसे खतरनाक थे।
लेकिन चोट के कारण बार-बार जूझने के बाद उन्होंने आखिरकार क्रिकेट को अलविदा कह ही दिया।
डेल स्टेन ने 31 अगस्त 2021 ट्वीट करते हुए लिखा "यह प्रशिक्षण, मैच, यात्रा, जीत, हार, तंग पैर, जेट अंतराल, खुशी और भाईचारे के 20 साल हो गए हैं। बताने के लिए बहुत सी यादें हैं। परिवार से लेकर टीम के साथियों, पत्रकारों से लेकर प्रशंसकों तक सभी को धन्यवाद, यह एक साथ एक अविश्वसनीय यात्रा रही है।"
Announcement. pic.twitter.com/ZvOoeFkp8w
— Dale Steyn (@DaleSteyn62) August 31, 2021
उन्होंने 93 टेस्ट मैच खेले, जिसमें 22.95 के शानदार औसत से 439 विकेट लिए। वह विकेट लेने वाली सर्वकालिक सूची में आठवें स्थान पर है। इसके अलावा उन्होंने 125 एकदिवसीय मैच भी खेले, जिसमें 25.95 की औसत से 196 विकेट लिए और 47 टी 20I 18.35 की औसत से 64 विकेट चटकाए।
रयान टेन डोएशेट (नीदरलैंड): रयान टेन डोएशेट को नीदरलैंड क्रिकेट को विश्वस्तर पर पहचान दिलाने के लिए हमेशा याद रखा जाएगा। अपने देश में ही नहीं भारत में वह बहुत लोकप्रिय क्रिकेटरों में से एक है। उन्होंने 2011 में इंग्लैंड के खिलाफ विश्व कप शतक बनाया था। आईपीएल में कोलकाता नाइट राइडर्स की टीम का हिस्सा रहा।
41 वर्षीय ने 2006 में पदार्पण के बाद से 57 अंतरराष्ट्रीय टेस्ट मैचों में 2074 रन, 33 एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों में 1541 रन और 24 टी 20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 533 रन बनाए हैं।
असगर अफगान (अफगानिस्तान): अफगानिस्तान क्रिकेट को मात्र 10 सालों में वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने का श्रेय सिर्फ और सिर्फ असगर अफगान को जाता है। एक बेहतरीन कप्तान असगर अफगान ने वो तमाम निर्णय लिए जो उनकी टीम के स्तर को सुधार सके। टी-20 वर्ल्ड कप 2021 में स्कॉटलैंड के खिलाफ उनके करियर का आखरी मैच था।
33 वर्षीय ने अपना करियर 114 एकदिवसीय मैच खेलकर समाप्त किया, जिसमें उन्होंने एक शतक और 12 अर्धशतक के साथ 2,424 रन बनाए। उन्होंने छह टेस्ट मैचों में 440 रन भी बनाए।
असगर ने 2018 में भारत के खिलाफ और आईसीसी पुरुष टी20 विश्व कप 2016 में अपने पहले टेस्ट मैच में अपने देश की कप्तानी की।
उनके नाम टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में कप्तान के रूप में सबसे अधिक जीत है, जहां उनकी कप्तानी में टीम ने 42 मैच जीते है।
स्कॉटलैंड के खिलाफ पारी की समाप्ति के बाद, जब ब्रॉडकास्टर ने उनका इंटरव्यू लिया, तो भावुक असगर अपने आँसू नहीं रोक सके।
उन्होंने कहा “मैं अब युवाओं को मौका देना चाहता हूं। युवाओं के आगे आने का यह सही समय है। अधिकांश लोगों ने टूर्नामेंट के अंत तक जारी रखने के लिए कहा। लेकिन मुझे लगा कि आखिरी गेम में हार के बाद यह सही समय है। ढेर सारी यादें हैं। यह मेरे लिए कठिन है।"
उपुल थरंगा (श्रीलंका): श्रीलंका के प्रतिभाशाली सलामी बल्लेबाज उपुल थरंगा ने भी हाल ही में अपने करियर को अलविदा कहा। उपुल लंबे समय से श्रीलंकाई टीम का हिस्सा थे।
उन्होंने 31 टेस्ट मैचों में 31.89 की औसत से 1754 रन बनाए वहीं 235 एकदिवसीय मैचों में 33.74 की औसत 6951 रन और 26 टी-20I में 16.28 से 407 रन बनाए है।
Created On :   24 Dec 2021 12:08 AM IST