टी-20 वर्ल्ड कप 2024: वर्ल्ड कप से बाहर होने के बाद नीदरलैंड्स को लगा एक और बड़ा झटका, इस अनुभवी खिलाड़ी ने किया संन्यास का एलान
- एंगेलब्रेक्ट ने किया इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास का एलान
- साउथ अफ्रीकी के लिए अंडर-8 वर्ल्ड कप खेले थे एंगेलब्रेक्ट
- पिछले साल नीदरलैंड्स के लिए किया था इंटरनेशनल डेब्यू
डिजिटल डेस्क, मुंबई। वेस्ट इंडीज और अमेरिका की मेजबानी में खेले जा रहे आईसीसी टी-20 वर्ल्ड कप 2024 में नीदरलैंड्स की टीम का सफर समाप्त हो गया है। नीदरलैंड्स की टीम इस मेगा इवेंट में पहला मैच जीतने के बाद लगातार तीन मुकाबले हारकर टूर्नामेंट से बाहर हो गई। इस बीच अब टूर्नामेंट से बाहर होने के बाद डच टीम को एक और बड़ा झटका लगा है। डच टीम के अनुभवी खिलाड़ी साइब्रांड एंगेलब्रेक्ट ने इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लेने का एलान कर दिया है। साइब्रांड एंगेलब्रेक्ट साउथ अफ्रीकी मूल के डच क्रिकेटर थे।
एंगेलब्रेक्ट ने किया संन्यास का एलान
साइब्रांड एंगेलब्रेक्ट ने पिछले साल ही नीदरलैंड्स के लिए इंटरनेशनल डेब्यू किया था। वह वनडे वर्ल्ड कप 2023 और टी-20 वर्ल्ड कप 2024 दोनों में टीम का हिस्सा रहे। इससे पहले वह साउथ अफ्रीका में क्रिकेट खेलते थे। लेकिन साल 2021 में इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लेकर नीदरलैंड्स शिफ्ट हो गए थे। जहां वह अपने काम के साथ पार्ट टाइम क्रिकेट खेलते थे। लेकिन उन्होंने क्लब क्रिकेट और डोमेस्टिक क्रिकेट में कमाल का प्रदर्शन किया। इसकी बदौलत उन्हें नीदरलैंड्स की नेशनल टीम में खेलने का मौका मिल गया।
श्रीलंका के खिलाफ खेला आखिरी मैच
इस टी-20 वर्ल्ड कप में श्रीलंका के खिलाफ साइब्रांड एंगेलब्रेक्ट ने अपने करियर का आखिरी इंटरनेशनल मुकाबला खेला। इस मुकाबले में वह बल्ले से 9 गेंदों में महज 11 रन ही बना पाए। हालांकि, बाउंड्री लाइन पर उनकी ओर से बचाए गए एक छक्के की खूब चर्चा है। इससे पहले भी वह साउथ अफ्रीका अंडर-19 टीम के लिए भी अपनी फिल्डिंग की वजह से ही चर्चा में आए थे। जहां उन्होंने साल 2008 में विपक्षी टीम के बल्लेबाज को पवेलियन भेजने के लिए एक शानदार फ्लाइंग कैच लपका था। उनके इस कैच को आज भी याद किया जाता है।
एंगेलब्रेक्ट का इंटरनेशनल करियर
साल 1988 में साउथ अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में पैदा होने वाले साइब्रांड एंगेलब्रेक्ट अपने देश के लिए इंटरनेशनल क्रिकेट नहीं खेल पाए। वह साल 2008 में अंडर-19 वर्ल्ड कप में सुर्खिया बटोरने के बाद लगातार कई सालों तक घरेलू क्रिकेट खेलते रहे। लेकिन मौका नहीं मिलने पर उन्होंने साल 2021 में क्रिकेट से संन्यास ले लिया। लेकिन नीदरलैंड्स शिफ्ट होने के बाद उन्हें इंटरनेशनल क्रिकेट खेलने का मौका मिला। जहां उन्होंने डच टीम के लिए 35 साल की उम्र में डेब्यू करके 12 वनडे और 12 टी-20 मुकाबले खेले।
Created On :   17 Jun 2024 7:11 PM IST