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सिंदखेडा राजा में हुए हादसे में वर्धा के 14 लोग जले जिंदा, मृतकों में एक ही परिवार के चार लोग शामिल
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- टायर फटने की वजह से हुआ हादसा
- 5-5 लाख रुपये दी जाएगी राहत राशि
डिजिटल डेस्क, वर्धा। बुलढाणा के सिंदखेड राजा में समृद्धि महामार्ग पर विदर्भ ट्रैवल्स ने डिवाईडर को टक्कर मारने के बाद ट्रैवल्स में आग लग गई। इस आग में 26 यात्रियों की झुलसने से मौत हो गई। मृतकों में वर्धा जिले के 14 यात्रियों का समावेश है। जिसमें एक ही परिवार के चार लोग होकर दो साल की बच्ची भी है। साथ ही विद्यार्थी भी शामिल है। इस घटना शहर सहित जिले भर में शोक का माहौल है। जिला प्रशासन की टीम तहसीलदार रमेश कोलपे के मार्गदर्शन में घटनास्थल पर रवाना हुई है। इसी तरह मृतकों के रिश्तदारों को भी आरटीओ विभाग द्वारा विशेष वाहन उपलब्ध कर घटनास्थल पर भेजा गया है। ताकि छिन्न-विछिन्न हुए शवों की शिनाख्त की जा सके।
मृतकों में वर्धा के गीताई नगर निवासी अवंतिका पोहनकर, तुकडोजी नगर, पिपरी मेघे निवासी प्रथमेश खोडे, कारला रोड स्वागत कॉलोनी निवासी श्रेया वंजारी, स्नेहल नगर निवासी राधिका खड़से, कृष्ण नगर निवासी तेजस पोकले, पुलफैल निवासी तनीषा तायडे, गोंड प्लाट निवासी शोभा वनकर, वृषाली वनकर, ओवी वनकर, सेलू के झडशी निवासी करण बुधबावरे, आर्वी निवासी राजश्री गांडोले व अल्लीपुर निवासी संजीवनी शंकर गोटे,पवनार निवासी सुशील केलकर, तेजू राउत का समावेश हैं।
किसी के रह गए सपने अधुरे, तो किसी का टूट गया परिवार
उल्लेखनीय है कि, वनकर परिवार मुल रूप से चंद्रपुर जिले का निवासी है। शोभा वनकर का पुत्र पुणे में नौकरी करता है। गत कुछ दिनों पूर्व वर्धा में शादी होने से वनकर परिवार यहां आया था। शोभा वनकर का वर्धा के गोंडप्लाट में मायका है। परिवार को छोड़कर शोभा का पुत्र वापस पुणे चला गया। अब शुक्रवार को शोभा वनकर (60) उनकी बहू वृषाली वनकर (35) व नाती ओवी वनकर (2) साल पुणे जाने के लिए निकले थे। लेकिन हादसे में उनकी मौत हो गई। वहीं अवंती पोहनीकर ब्यूटीशियन होकर पुणे में काम करती थी। घर से पुणे के लिए निकली लेकिन वो भी इस भीषण हादसे का शिकार हो गई।
हिंगणघाट तहसील के अल्लीपुर निवासी संजीवनी गोटे ने बीई पूर्ण किया था। उसे पुणे की कंपनी में नौकरी लगी थी। सोमवार को वो डयुटी जाईन करनेवाली थी। जिसके लिए वो शुक्रवार को ट्रैवल्स से निकली। लेकिन उसका नौकरी करने का सपना अधुरा ही रह गया। वर्धा के तुकडोजी नगर, पिपरी मेघे निवासी प्रथमेश खोडे नोकरी की तलाश में तथा एमपीएससी के क्लास करने पुणे में अपने मामा के घर जा रहा था। लेकिन इस हादसे में उसकी मौत हो गई।
शहर के कारला रोड, स्वागत कॉलोनी निवासी श्रेया वंजारी एमबीए दूसरे वर्ष की स्टुडेंट थी। पुणे में पढ़ाई के साथ-साथ नौकरी भी कर रही थी।प्रोजेक्ट कॉलेज में सबमिट करने के लिए वो पुणे जा रही थी। चार दिन बाद उसका वापस आना तय था, लेकिन इस हादसे में वो हमेशा के लिए चली गई। राधिका खड़से भी श्रेया की दोस्त थी। राधिका पुणे में नौकरी करती थी। जिससे दोनों एक साथ टिकट बुक की थी। लेकिन दोनों सहेलियों का सफर बीच में ही खत्म हो गया।
तेजस पोकले नई नौकरी लगने से काफी खुश था। बीई करने के बाद उसे पहली बार पुणे में नौकरी मिली थी। सोमवार को उसकी जाईनिंग थी। लेकिन किस्मत को यह कतई मंजूर न था और तेजस की मौत हो गई। इस हादसे में मृत हुए वनकर परिवार का श्रेयस रिश्तेदार था। वनकर परिवार साथ होने से श्रेयस ने भी उनके के साथ जाने का मन बनाया था। लेकिन उसका यह सफर आधे में ही छूट गया।
तनीषा तायडे वर्धा के सेवानिवृत्त शिक्षाधिकारी लक्ष्मीनारायण सोनवने की भांजी थी। 19 साल की तनीषा ने हाल ही में नीट क्लियर किया था। लेकिन कम अंक आने से वो पुणे में बीएससी में एडमिशन करने जा रही थी। लेकिन उसकी भी इस हादसे में मौत हो गई। इस हादसे में सेलू के झडशी निवासी करण बुधबावरे व आर्वी के राजश्री गांडोले की भी मौत हुई है।
राजश्री गांडोले कारंजा तहसील के कन्नमवारग्राम निवासी सेवानिवृत्त शिक्षक की पत्नी है। वो आर्वी के करीब नगर निवासी होकर फिटनेस ट्रेनर है। पुत्र की नौकरी पुणे में होने से वे आर्वी से वर्धा होकर ट्रैवल्स से जाने के लिए निकली। लेकिन हादसे में उनकी मौत हो गई। वहीं पवनार निवासी सुशील केलकर की भी इस हादसे में मौत हो गई। तेजू राउत का भी मृतकों में समावेश हैं।
समाजमन हो गया सुन्न
इस घटना के बाद शहर सहित जिलेभर में अफरातफरी मची हुई है। हादसा ट्रैवल्स चालक की गलती से हुआ है, लेकिन इसका खामियाजा वर्धा के 14 परिवार भुगत रहे है। इस दर्दनाक व भीषण हादसे में मृतकों की शिनाख्त करना भी काफी मुश्किल है। पूरे जले हुए तथा छिन्न्-विन्न अवस्था में होनेवाले शवों को देखकर सभी की रूंह कंाप रही है। इस घटना से हर एक जनमानस आहत होकर शोक में डूब गया है। जिला प्रशासन ने तत्परता दिखाते हुए राहत हेतु अपनी एक टीम घटनास्थल पर भेजी है। मृतकों के रिश्तेदारों को घटनास्थल पर पहुंचाने के लिए विशेष बस की व्यवस्था भी आरटीओ विभाग ने की है। जहां मौके पर ही डीएनए टेस्ट कर शवों को परिजनों को सौंपे जाने की प्रक्रिया की जाएगी। इस घटना से समाजमन सुन्न है
Created On :   1 July 2023 3:23 PM IST