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पहला प्रयोग: अब घर बैठे क्यूआर कोड स्कैन कर ग्रामीण भर सकते हैं टैक्स, मिलेगी सुविधा
- जिले की 50 फीसदी ग्राम पंचायतों में सुविधा हुई उपलब्ध
- जलापूर्ति और संपत्ति कर के लिए अलग क्यूआर कोड
डिजिटल डेस्क, वर्धा. ग्राम पंचायत, नगर पंचायत, नगर परिषद जो भी सुविधाएं उपलब्ध कराती हैं उसके बदले कर वसूलती हैं। वसूले गए कर से गांव, शहरों का विकास होता है। बावजूद इसके अनेक नागरिक कर भरने के इच्छुक नहीं होते है। जब कोई काम रुकता है, तभी कर भरने की याद आती है। ग्रामीण विभाग में तो यह समस्या आम है। इससे ग्राम पंचायतों को कर वसूली के लिए विशेष मुहिम तक चलानी पड़ती है। अब इस समस्या पर मात करने के लिए ग्राम पंचायतों को ही हाईटेक बनाते हुए उन्हें घर से ही कर भरने की सुविधा उपलब्ध की गई है। जिप के उपमुख्य कार्यकारी अधिकारी डा. ज्ञानदा फणसे की पहल से जिले की लगभग 50 फीसदी ग्राम पंचायतों ने क्यूआर कोड उपलब्ध की है। इससे कर रसीद पर क्यूआर कोड होने से अब नागरिक घर बैठे ही टैक्स अदा कर सकते हैं।
बता दें कि, वर्धा जिले में 521 ग्राम पंचायतें है। नगर परिषद, नगर पंचायत की तरह ग्राम पंचायतों को भी आधुनिक तकनीक से परिपूर्ण करने का काम शासन ने शुरू किया है। शासन की नीति के तहत जिले की 521 ग्राम पंचायतें डिजिटल की गई। परंतु टैक्स भरने की सुविधा में कोई भी बदलाव नहीं किया गया था। इससे लोगों को ग्राम पंचायत में जाकर कतार में खड़े होकर ही टैक्स अदा करना पड़ता था। परंतु इसमें समय बर्बाद होने से लोग कर अदा करने की ओर बड़े पैमाने पर अनदेखी करते थे। फलस्वरूप कर वसूल नहीं होने से ग्राम पंचायतों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता था। परंतु इस समस्या पर उपमुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. ज्ञानदा फणसे ने उपाय खोज निकाला।
वर्धा जिप के पंचायत विभाग ने शुरुआत में ग्राम पंचायत में क्यूआर कोड की शुरुआत की। जो शत-प्रतिशत सफल हो गई। जिससे यह क्यूआर कोड की सुविधा सभी ग्राम पंचायतों में लागू करने का निर्णय लिया गया। इसके तहत जिले के सभी 521 ग्रामपंचायतों को क्यू आर कोड टैक्स रसीद पर छापने की सूचना दी गई। इस पर अब अमल शुरू है। लगभग 50 फीसदी ग्राम पंचायतों ने क्यूआर कोड की सुविधा ग्राहकों तक पहुंचा भी दी है। अन्य ग्राम पंचायतों में इस संदर्भ में काम शुरू है।
इसमें आर्वी तहसील के बाजारवाड़ा व कारंजा तहसील के ठाणेगांव इन ग्राम पंचायतों ने इस काम में आघाड़ी ली। आर्वी के विस्तार अधिकारी गणेश माने ने करीब 35 ग्रापं के टैक्स वसूली रसीद पर क्यूआर कोड लगाया। कारंजा तहसील के 59 में से 30 ग्रापं ने यह उपक्रम चलाया। जिले की 50 फीसदी ग्राम पंचायतें इस उपक्रम में शामिल हुई हैं। इसके अलावा आष्टी, वर्धा में भी इस तरह की सुविधा उपलब्ध की गई है। राज्य का यह पहला प्रयोग होने की जानकारी डा. फणसे ने दी।
जलापूर्ति और संपत्ति कर के लिए अलग क्यूआर कोड
डॉ. ज्ञानदा फणसे, उपमुख्य कार्यकारी अधिकारी, जिप के मुताबिक गत कुछ माह से जिले में यह प्रयोग अमल में लाया जा रहा है। टैक्स रसीद पर ही घर बैठे पेमेंट अदा करने के लिए क्यूआर कोड उपलब्ध किया गया है। इसमें जलापूर्ति व संपत्ति कर के लिए अलग-अलग क्यू आर कोड दिये गए हंै। लोगों का इस योजना को अच्छा प्रतिसाद मिल रहा है। जिले की सभी ग्राम पंचायतों को इस योजना पर अमल की सूचना दी गई है। आगामी कुछ माह में सभी ओर इस पर अमल होगा।
Created On :   25 Jun 2024 1:43 PM GMT