मिलीभगत: साढ़े 3 हजार रु. में मिलने वाले किचन सेट का सरकार कर रही 8 हजार 820 रुपए भुगतान

साढ़े 3 हजार रु. में मिलने वाले किचन सेट का सरकार कर रही 8 हजार 820 रुपए भुगतान
  • ठेकेदार और अधिकारियों की साठगांठ की आशंका
  • सरकारी तिजोरी को लग रहा करोड़ों का चूना
  • मामले की जांच करने की उठ रही मांग

डिजिटल डेस्क, वर्धा। शासकीय योजना के अनुसार महाराष्ट्र राज्य कामगार विभाग की ओर से निर्माण कार्य श्रमिकों को किचन सेट का नि:शुल्क वितरण किया जा रहा है। जिसमें धांधली की प्रबल आशंका पैदा हो गई है। सूत्रों के अनुसार जिस सेट की कीमत साढ़े 3 हजार रु. से अधिक नहीं उसे शासकीय दस्तावेजों में 8,820 रु. दर्शा कर ठेका दिया गया है जिससे सरकारी तिजोरी को बड़े पैमाने पर चपत लगने की आशंका जतायी जा रही है। श्रम विभाग की ओर से मुंबई के मे. मफलतलाल इंडस्ट्रीज को किचन सेट का ठेका दिया गया है जिसमें 30 बर्तनों का समावेश है। इन बर्तनों का बाजार मूल्य अनुमानित तौर पर करीब साढ़े 3 हजार रुपए है लेकिन शासकीय दस्तावेजों में इसी किचन सेट का मूल्य प्रति सेट 8 हजार 820 रुपए दर्शाया गया है।

गौरतलब है कि, मुंबई की मे.मफलतलाल इंडस्ट्रीज को इस काम का ठेका दिया गया है। इस कंपनी द्वारा नागपुर के व्यवसायी उमेश पगारिया की कंपनी को अपना सब कान्ट्रैक्टर बनाया गया है, ऐसी जानकारी सूत्रों से मिली है। श्रम विभाग के अधिकारियों के अनुसार उमेश पगारिया द्वारा मफतलाल कंपनी द्वारा उत्पादित किचन सेट का ही वितरण श्रमिकों को किया जा रहा है। सूत्रों के अनुसार शासन द्वारा निकाले गए परिपत्रक में प्रति सेट की कीमत 8 हजार 820 रुपए दर्शायी गई है जिसमें जीएसटी का भी समावेश है। जानकारों के अनुसार इन सभी वस्तुओं को यदि अलग-अलग भी खरीदा जाए तो इसका मूल्य साढ़े 3 हजार रुपए से अधिक नहीं होगा परंतु इन 30 वस्तुओं के लिए सरकार की ओर से ठेकेदार को प्रति सेट 8820 रुपए दिए जा रहे हैं। श्रम विभाग ने 20 जून 2023 को इस ठेके को दो वर्ष के लिए मंजूरी दी थी। इसमें संभाजी नगर और नागपुर संभाग के लिए 5 लाख किचन सेट वितरण का लक्ष्य दो वर्ष के अनुबंध पर इस कंपनी को दिया गया है। जिला कार्यालयों की मांग के अनुसार किचन सेट का वितरण किया जा रहा है। परंतु अब साढ़े 3 हजार रुपए की वस्तुओं के लिए 8820 रुपए वसूलने वाले ठेकेदार पर ही पाबंदी लगाने की मांग उठने लगी है।

पगारिया की ही कंपनी कर रही वितरण : वर्धा जिले में निर्माण कार्य मजदूरों को मुफ्त में किचन सेट बांटे जा रहे हैंै। यह ठेका मुंबई की मफतलाल कंपनी को दिया गया है और कंपनी ने सब कान्ट्रैक्टर उमेश पगारिया को इसका जिम्मा सौंपा है। पगारिया ही जिले में किचन सेट का वितरण कर रहा है। - सिध्देश्वर फड, जिला श्रमिक अधिकारी, कामगार विभाग, वर्धा.

जानकारी गलत है, मैं नहीं कर रहा किचन सेट का वितरण : वर्धा जिले में निर्माण कार्य मजदूरों काे किचन सेट वितरित करने का काम मैं नहीं कर रहा हूं। यह काम मुंबई की मफतलाल कंपनी के कर्मियों द्वारा किया जा रहा है। उमेश पगारिया, सब कान्ट्रैक्टर, नागपुर

जिले में 35 हजार पंजीकृत श्रमिक : वर्धा जिले में करीब 35 हजार पंजीकृत श्रमिक हैं जिनके लिए 26 संगठन काम कर रहे हैं। हर संगठन अपने यहां काम करनेवाले श्रमिक को ही किचन सेट मिले इसके लिए प्रयासरत है। जिससे लेन-देन कर किचन सेट वितरण में धांधली किए जाने की चर्चा भी श्रमिकों में दबी जुबान से हो रही है ।

क्या-क्या है किचन सेट में : इस सेट में चार थाली, आठ कटोरी, चार ग्लास, 12 इंच का एक बर्तन, 13 इंच का एक बर्तन, 14 इंच का एक बर्तन, दो बड़े चम्मच, डेढ़ लीटर का पानी का जार, एक मसाला डिब्बा, एक 14 इंच का डिब्बा , एक 16 इंच का डिब्बा, एक 18 इंच का डिब्बा, एक बड़ा बर्तन, पांच लीटर का एक बड़ा कुकर, एक स्टील की कढ़ाही, एक स्टील की टंकी इस प्रकार 30 वस्तुओं का समावेश है।


Created On :   4 July 2024 4:44 PM IST

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