सप्ताहभर में पीलिया ने ली तीन की जानें!, स्वास्थ्य विभाग को कानो कान खबर नहीं

सप्ताहभर में पीलिया ने ली तीन की जानें!, स्वास्थ्य विभाग को कानो कान खबर नहीं
  • पीलिया ने ली तीन की जानें
  • स्वास्थ्य विभाग को जानकारी नहीं
  • मोक्षधाम के रजिस्टर में बीमारी का जिक्र

डिजिटल डेस्क, वर्धा. दूषित जलापूर्ति से पीलिया के मरीज बढ़ते जा रहे हैं। सप्ताहभर में तीन पीलिया पीड़ितों की मौत हुई है। मृतकों में 14 साल की किशोरी सहित दो युवा शामिल हैं। इसके बावजूद स्वास्थ्य विभाग बेखबर नजर आ रहा है। विभाग के पास जानकारी ही उपलब्ध नहीं है। मोक्षधाम में रखे मृतकों के रजिस्टर में पीलिया से मौत होने का उल्लेख है, जबकि जिला स्वास्थ्य अधिकारी आर.जे. पराडकर ने इससे साफ इनकार किया है। उन्होंने कहा कि पीलिया दूषित पानी से होता है। जिससे स्वास्थ्य विभाग की ओर से मानसून पूर्व सर्वेक्षण किया गया। एक भी ग्रामपंचायत को रेड कार्ड नहीं मिला। बल्कि 14 येलो कार्ड दिए गए हैं, जिसमें मामूली रूप से दूषित जलापूर्ति की पुष्टि हुई है। लीकेज और सर्वेक्षण के नजरिये से काम किए जा रहे हैं। पीलिया के फैलाव की जानकारी नहीं है।

पीलिया से तीन लोगों की मृत्यु होने की बात सामने आई, जिसमें एक मृत्यु 22 मई को हुई, तो अन्य दो की मौत 30 मई को हुई। 22 मई को स्टेशन फैल निवासी 33 वर्षीय महेंद्र दशरथ चौरागड़े की सेवाग्राम अस्पताल में मौत हो गई थी। 30 मई को सेवाग्राम के वार्ड नंबर 3 आदर्श नगर निवासी विक्की सदानंद टेंभरे (28) ने घर में दम तोड़ दिया। इसी दिन आर्वी नाका के इंदिरा झोपड़पट्टी निवासी सविता संजय इत्कर नामक 14 वर्षीय किशोरी की भी मौत हो गई थी। बावजूद इसके स्वास्थ्य विभाग के पास कोई रिकॉर्ड नहीं है।

पीलिया के लक्षण

पीलिया गंभीर बीमारी मानी जाती है। समय पर उपचार नहीं किया गया, तो जान भी जा सकती है। पीलिया में त्वचा, नाखून और आंख का सफेद हिस्सा तेजी से पीला होने लगता है। फ्लू जैसे लक्षण दिखाई देते हैं, जिसमें दिल मचलना आना, पेट दर्द, भूख न लगना और खाना न हजम होना जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। साथ ही वजन घटता है। पीला पेशाब होता है। लगातार थकान महसूस होती है।




Created On :   2 Jun 2023 7:56 PM IST

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