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एफसीआई की फिजूलखर्ची, 15 लाख के स्थान पर 1 करोड़ 95 लाख रूपए में गेहूं परिवहन
भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) ने शहडोल जिले के अलग-अलग गोदाम से गेहूं उठाकर उसे दूसरे राज्य भेजने की तैयारी की तो शहडोल रेलवे स्टेशन स्थित रैक प्वाइंट का चयन न कर 88 किलोमीटर दूर ब्यौहारी स्थित रेलवे रैक प्वाइंट का चयन किया। जाहिर है गेहूं ट्रक के माध्यम से ब्यौहारी तक भेजा जाएगा तो इसमें बतौर परिवहन भाड़ा ज्यादा राशि खर्च होगी। एफसीआई ने 15 हजार 44 मिट्रिक टन गेहूं रैक प्वाइंट से बाहर भेजने की तैयारी की है। इसमें ट्रक से ब्यौहारी तक गेहंू भेजने में बतौर भाड़ा लगभग 1 करोड़ 95 लाख रूपए खर्च होगी। गेहूं की इसी मात्रा को शहडोल रेलवे रैक प्वाइंट से बाहर भेजा जाता तो ट्रक से परिवहन भाड़ा में यही काम 15 लाख रूपए में हो जाता। सरकारी पैसे में एफसीआई की इस फिजूलखर्ची की चर्चा परिवहन कर्ताओं के बीच सरगर्म है। ट्रक ड्राइवर भी कह रहे हैं कि शहडोल से ब्यौहारी तक सडक़ खराब है। 88 किलोमीटर दूर ट्रक से गेहूं भेजने में पैसे के साथ ही साथ समय की भी बर्बादी होगी।
> 4 किलोमीटर तक लोकल भाड़ा सौ रूपए मिट्रिक टन है। नान के ज्यादातर गोदाम रैक प्वाइंट से लगभग इतनी ही दूरी में हैं। शहडोल रेलवे रैक प्वाइंट से गेहूं भेजने पर 15 लाख 4 हजार 4 सौ रूपए में काम हो जाता।
> 88 किमी दूर है शहडोल से ब्यौहारी रेलवे रैक प्वाइंट। वहां गेहूं परिवहन के लिए 13 सौ रूपए मिट्रिक टन की दर पर भुगतान की तैयारी है। इसमें लगभग 1.95 करोड़ रूपए की राशि खर्च होगी।
ऐसे समझें अधिकारी की बहानेबाजी
शहडोल रैक प्वाइंट के बजाए ब्यौहारी तक गेहूं ले जाने के सवाल पर एफसीआई के अधिकारी अश्वनी कुमार ने पहले तो कहा कि शहडोल रैक प्वाइंट में ठेका नहीं है। तब हमने बताया कि ब्यौहारी में भी भोपाल के ठेकेदार सुनील महेश्वरी से काम करवाया जा रहा है। उनसे यही काम शहडोल रैक प्वाइंट पर भी करवाया जा सकता है। परिवहन भाड़ा में व्यर्थ राशि खर्च करने की क्या जरूरत? इसके जवाब में एफसीआई अधिकारी ने कहा कि गेहूं के कई गोदाम ब्यौहारी के समीप है। जबकि गेहूं परिवहन से जुड़े ट्रक ड्राइवरों ने बताया कि गेहूं की ज्यादा मात्रा शहडोल के आसपास ही है।
Created On :   16 July 2023 2:11 PM IST