शहडोल: जमीन सीमांकन के लिए कहीं 3 तो कहीं एक साल से चक्कर लगाते परेशान किसान

जमीन सीमांकन के लिए कहीं 3 तो कहीं एक साल से चक्कर लगाते परेशान किसान
  • संभाग के तीनों जिले में सीमांकन में लापरवाही के मामले ज्यादा सामने आ रहे हैं।
  • जमीन सीमांकन के लिए किसान कहीं तीन तो कहीं एक साल से चक्कर लगाते परेशान हैं।

डिजिटल डेस्क,शहडोल। किसानों को जमीन से जुड़े मामलों में सीमांकन, राजस्व रिकॉर्ड दुरुस्ती व नामांतरण जैसे काम ही ज्यादा पड़ते हैं तो इन कार्यों के लिए भी किसान राजस्व विभाग के चक्कर लगाने विवश हैं।

संभाग के तीनों जिले में सीमांकन में लापरवाही के मामले ज्यादा सामने आ रहे हैं। जमीन सीमांकन के लिए किसान कहीं तीन तो कहीं एक साल से चक्कर लगाते परेशान हैं।

ऐसे समझें किसानों की परेशानी

केस-1

उमरिया जिले के चंदिया निवासी केशव प्रसाद साहू ने बताया कि 2021 में जमीन के सीमांकन लिए आवेदन किया पर अब तक सीमांकन नहीं हुआ।

केस-2

सिंहपुर के रामपाल ने बताया कि वे सीमांकन के लिए एक साल से चक्कर लगाते परेशान पर अब तक जमीन का सीमांकन नहीं हुआ। इसके लिए तहसीलदार सोहागपुर को भी बताया गया पर ध्यान नहीं दिया गया।

केस-3

ग्राम कनाड़ी खुर्द के राजकुमार ने बताया की सीमांकन के लिए पटवारी को आवेदन किया तो पटवारी ने आवेदन तो ले लिया पर सीमांकन नहीं किया।

Created On :   13 Jun 2024 6:53 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story