Shahdol News: कोयले की अवैध खदानों पर कार्रवाई को लेकर पुलिस प्रशासन का दावा निकला झूठा

कोयले की अवैध खदानों पर कार्रवाई को लेकर पुलिस प्रशासन का दावा निकला झूठा
  • बटुरा में सोन नदी में खुले पड़े मौत के 15 मुहाने
  • इन मुहानों के समीप सुरंग के अंदर से व्यापक पैमाने पर कोयला निकाले जाने के चिन्ह भी मौजूद हैं।
  • कोयला चोरी करने के लिए बनाए गए गड्ढे (सुरंग) अंदर एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं।

Shahdol News: ग्राम धनगवां के चुनिया गड़ई में कोयले की 50 अवैध खदानों में से एक खदान में मिट्टी धंसकने से मजदूर दंपति की मौत के बाद अमलाई पुलिस ने मंगलवार देर शाम ग्राम बटुरा में कोयला चुराने बनाई गई अवैध सुरंगों और गोफ (गड्ढों) को जेसीबी की मदद से बंद करने का दावा किया। पुलिस प्रशासन के दावे को बुधवार को जमीनी स्तर पर टटोला गया तो बटुरा में सोन नदी के भराव वाले क्षेत्र में ही 15 मौत के मुहाने खुले पड़े दिखे।

इन मुहानों के समीप सुरंग के अंदर से व्यापक पैमाने पर कोयला निकाले जाने के चिन्ह भी मौजूद हैं। सोन नदी में खुले पड़े मौत के मुहानों को लेकर पुलिस प्रशासन के दावे पर अमलाई थाना प्रभारी जेपी शर्मा ने मंगलवार को 10 गड्ढे भरवाने की बात दोहराई। विजय यादव पर एफआईआर होने की बात भी वे कहते हैं। खनिज अधिकारी राहुल शांडिल्य के अनुसार उन्हें आज ही बटुरा में सोन नदी पर कोयला चोरी के लिए बड़े-बड़े गड्ढे बनाने की जानकारी मिली है। श्री शांडिल्य के अनुसार, टीम भेजकर इन गड्ढों को भरवाया जाएगा।

अंदर एक-दूसरे से जुड़ी हैं खदानें

कोयला चोरी करने के लिए बनाए गए गड्ढे (सुरंग) अंदर एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं। कोयला चोरी करने के दौरान पानी भरने से जान भी जा सकती है, इसलिए पानी निकालने पंप का सहारा लेते हैं। बटुरा घाट में 6 डीजल पंप लगाए गए हैं। खदानों में अंदर गहराई तक जाने के लिए पत्थर को काट कर सीढ़ीनुमा आकार दिया गया है।

हाईवे किनारे ही 6 अवैध खदानें

नेशनल हाइवे-43 पर शहर से बाहर निकलते ही सोन नदी का पुल पार करते ही बाएं तरफ ग्राम बटुरा में मैदान पर ही 6 अवैध गड्ढे नजर आते हैं। यहां आसपास 2 दर्जन से ज्यादा ऐसे सुरंगनुमा गड्ढे हैं। इस काम में लगे मुकेश व राजा सहित अन्य ग्रामीण बताते हैं कि हर दिन करीब 20-22 हाईवा कोयला निकालते हैं और उनको काम कराने के बाद भुगतान करने वाले विजय यादव के सुपुर्द कर देते हैं। विजय यादव के खिलाफ अमलाई पुलिस ने पिछले महीने एक ट्रक कोयला चोरी का मामला दर्ज किया है।

जानलेवा हैं ये अवैध खदानें

सोन नदी के बटुरा घाट में खुली पड़ी कोयले की अवैध खदानें कभी भी किसी की जान ले सकती हैं। दो साल पहले 2023 में फरवरी महीने की 6 तारीख को एक छात्र उत्तम वासुदेव की मौत नदी में नहाने के दौरान हो गई थी। वह नहाते वक्त पानी के अंदर बनी कोयले की इन अवैध खदानों के खुले पड़े मुहानों से होता हुआ गड्ढे के अंदर चला गया था। उसमें वह ऐसा फंसा कि, बाहर नहीं निकल सका और उसकी मौत हो गई। इस घटना के बाद प्रशासन ने दावा किया था कि सोन नदी में ऐसे सभी गड्ढों को भरवा दिया गया है, पर हकीकत कुछ और ही है।

हर महीने एक करोड़ से अधिक की कोयला चोरी

बटुरा की करीब 2 दर्जन अवैध खदानों में काम करने वाले स्थानीय वाशिंदे जगेश्वर व गुड्डु के अनुसार सोन नदी पर जेसीबी की मदद से पत्थर काटकर गड्ढा बनाया गया है। यहां असुरक्षित तरीके से कुदाली, फावड़ा, सब्बल से कोयला निकाला जाता है। प्रत्येक गड्ढे में 8-10 लोगों की टीम एक साथ अंदर उतरती है। आधे लोग कोयले का खनन करते हैं तो बाकी कोयला बाहर पहुंचाने का काम करते हैं। रात में कोयला लेने हाईवा पहुंचता है।

20 से 22 डंपर कोयला निकाला जाता है, जिसका बाजार में मूल्य उतार-चढा़व के बीच तीन-साढ़े तीन लाख रुपये होता है। अगर अंदर पानी बार-बार नहीं भरा और तेजी से काम हुआ तो कोयले और डंपरों की मात्रा व संख्या बढ़ जाती है। मोटे तौर पर हर महीने करीब एक करोड़ रूपए का कोयला से निकाला जा रहा है, जो सीधे बड़े कारोबारियों तक पहुंच रहा है।

Created On :   20 Feb 2025 3:00 PM IST

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