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Shahdol News: शहडोल-उमरिया सडक़ निर्माण की धीमी गति पर फटकार
- अपर मुख्य सचिव ने शहडोल और अनूपपुर में विकास कार्यों की समीक्षा की
- एसीएस ने शहडोल के अधिकारियों को समन्वय की समझाइश दी।
- किसी भी प्रकार की समस्या हो तो उसे चिन्हित कर प्रस्ताव भेजें।
Shahdol News: राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच) 43 पर शहडोल से उमरिया के बीच 73 किलोमीटर सडक़ निर्माण की धीमी गति पर अपर मुख्य सचिव लोक निर्माण व ऊर्जा विभाग नीरज मंडलोई ने अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई। कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। बतादें कि 73 किलोमीटर सडक़ का निर्माण 9 साल से चल रहा है। गुरूवार को शहडोल कलेक्ट्रेट स्थित सभागार में अपर मुख्य सचिव ने शहडोल और अनूपपुर जिले में विकास कार्यों की बारी-बारी से समीक्षा की। उन्होंने ब्यौहारी के बाणसागर में बनने वाले महाविद्यालय के नवीन भवन निर्माण के लिए जमीन चिन्हित करने के निर्देश दिए। बैठक में कमिश्नर, आईजी, विधायकों के साथ ही अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे।
शहडोल में समन्वय की समझाइश
एसीएस ने शहडोल के अधिकारियों को समन्वय की समझाइश दी। उनका इशारा शायद अधिकारियों के उस व्यवहार को लेकर रहा, जिसमें कुछ जनप्रतिनिधियों से लेकर अन्य लोग असंतुष्ट हैं। एसीएस ने कहा कि अधिकारी समन्वय के साथ विकास कार्यों को प्राथमिकता के साथ पूर्ण कराना सुनिश्चित करें। किसी भी प्रकार की समस्या हो तो उसे चिन्हित कर प्रस्ताव भेजें।
खेल गतिविधियों की सराहना
कलेक्टर डॉ. केदार सिंह ने जिले में फुटबाल, बालीबॉल, क्रिकेट सहित अन्य खेल गतिविधियों की जानकारी के साथ ही खिलाडिय़ों के प्रदेश व राष्ट्रीय स्तर पर चयन की जानकारी दी, जिसे सराहा गया।
अनूपपुर : राशन वितरण मशीन में अंगूठे के निशान नहीं लगे तो नॉमिनी बनाएं- अनूपपुर में विकास कार्यों की समीक्षा करते हुए एसीएस ने कहा कि राशन वितरण के समय राशन वितरण मशीन में किसी कारण से अंगूठे का निशान नहीं लगने पर पात्र हितग्राहियों की सहमति से नॉमिनी बनाएं, जिससे राशन लेने में किसी प्रकार की समस्या ना हो सके। जिले में खुले में मांस- मछली बेचना पूर्णत: प्रबंधित करें। नगरीय निकाय के अधिकारी मांस विक्रय की दुकानों का निरीक्षण करें।
इन बातों पर जोर- राम पथ गमन को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करें, पर्यटन के लिए बनाई गई समिति की मॉनीटरिंग करें।
- जिला स्तर के अधिकारी छात्रावासों को गोद लेकर कमियों को दूर करें, बुनियादी ढांचे में सुधार करें। जिससे बच्चों को बेहतर सुविधा मिले।
- छात्रावासो की स्थिति सुधारने में अपना योगदान देकर बुक, लाइब्रेरी, खेलकूद की गतिविधियां जैसे अन्य सुविधाएं बच्चों को प्रदान करें।
- डिजिटल अरेस्ट, नगरीय निकायों के कायाकल्प, आंकना कुप्रथा व कुपोषण पर संतोषजनक कार्य करें।
Created On :   10 Jan 2025 7:23 PM IST