Shahdol News: विकास के काम कार्ययोजना तक सीमित

विकास के काम कार्ययोजना तक सीमित
  • समाप्त हो रहे वित्तीय वर्ष के बाद भी अधूरे पड़े कई योजनाओं के काम
  • महत्वपूर्ण सडक़ों का काम अधूरा रहने से आवागमन में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
  • नगर पालिका द्वारा हर बार सीवर लाइन काम में लेटलतीफी की बात कही जा रही है।

Shahdol News: वित्तीय वर्ष अब समाप्ति की ओर है, लेकिन अनेक बड़े काम ऐसे हैं जो या शुरु नहीं हुए अथवा अधूरे पड़े हुए हैं, जिनकी कार्ययोजना नगरपालिका द्वारा वित्तीय साल के शुरु में बनाए गए थे। कायाकल्प फेस-1 ओर फेस-2 के तहत सडक़ निर्माण के कार्य 80 से 90 प्रतिशत ही पूरे हो पाए हैं। इनमें दो संजीवनी क्लीनिक भी शामिल थे, जिसमें एक पूरा होने को है वहीं दूसरे के लिए जमीन की तलाश की जा रही है।

गौरतलब है कि वित्तीय वर्ष 2024-24 में प्रथम चरण के कायाकल्प में दो करोड़ की लागत से बलपुरवा-बाणगंगा तथा जयस्तंभ से पाली रोड का कार्य शुरु कराया यह लगभग पूरा हुआ, कायाकल्प के दूसरे चरण के 1.75 करोड़ से इंदिरा चौक मॉडल रोड का कार्य कराया गया, जबकि सोहागपुर भूसा तिराहा कार्य 90 प्रतिशत पूरा हो पाया। तीसरे चरण के कायाकल्प का कार्य लल्लू सिंह चौक से बस स्टैंड तक का 3.30 करोड़ का मॉडल रोड आज भी अधूरा पड़ा हुआ है।

वहीं स्वास्थ्य विभाग के मद से वर्ष 2023-24 में मंजूर संजीवनी क्लीनिक जो कोनी तिराहा के पास बनाया जा रहा है उसका काम भी बचा हुआ है। दूसरी संजीवनी क्लीनिक वार्ड नंबर 29 नरसरहा के पास चयनित किए जाने की प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई है।

समय पर कार्य पूरा न होने से बढ़ रही परेशानी

गौरतलब है कि वित्तीय वर्ष के शुरुआत में नगरपालिका द्वारा उपयोगिता के अनुसार विकास कार्यों की योजना बनाकर उन पर अमल कराया जाता है। लेकिन परिषद द्वारा इस वर्ष अनेक कार्यों को समय पर पूरा कराने पर जोर नहीं दिया गया, जिसके कारण लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इनमें महत्वपूर्ण सडक़ों का काम अधूरा रहने से आवागमन में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।

फाइलों से बाहर नहीं निकली पौनांग तालाब सौंदर्यीकरण-

नगर पालिका द्वारा पौनांग तालाब को शहर का मॉडल तालाब के रूप विकसित करने की तैयारी के साथ डीएमएफ से कार्ययोजना बनाई गई। वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए पहली कार्ययोजना बनी तो इस पर काम प्रारंभ नहीं हो सका। बाद में वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए योजना बनी तो उस पर भी काम प्रारंभ नहीं हुआ।

गड्ढों से नहीं मिली निजात-

शहर में नगर पालिका चुनाव के दौरान कांग्रेस पार्टी का प्रमुख मुद्दा शहर की खराब सडक़ें रही। नगर में सरकार बनने के दो साल शहर की सड्कों के गड्ढे नहीं भर सके। इसका खामियाजा प्रतिदिन नागरिकों को भुगतना पड़ रहा है। सडक़ों की मरम्मत में नगर पालिका द्वारा हर बार सीवर लाइन काम में लेटलतीफी की बात कही जा रही है।

Created On :   14 Feb 2025 2:44 PM IST

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