Seoni News: विदेशी पर्यटकों को भी लुभा रहा है, पेंच नेशनल पार्क

विदेशी पर्यटकों को भी लुभा रहा है, पेंच नेशनल पार्क
  • लगातार बढ़ रही है पर्यटकों की संख्या
  • प्रबंधन ने किए हैं कई नवाचार, आसानी से हो जाते हैं टाइगर के दीदार
  • टाइगर रिजर्व में आने वाले अधिकांश सैलानी मात्र टाइगर देखने ही आते हैं।

Seoni News: जिले में स्थित पेंच नेशनल पार्क में विदेशी पर्यटकों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी देखी जा रही है। बीते साल के मुकाबले दो हजार से अधिक विदेशी सैलानी पार्क में वन्य जीवन का दीदार कर चुके हैं। कोरोना काल को छोड़ दें जबकि पार्क लंबे समय तक बंद रहे थे तो हर साल ही विदेशी सैलानियों की संख्या में बढ़ोतरी होती जा रही है।

हालांकि देशी सैलानियों की बात करें तो उनकी संख्या स्थिर बनी हुई है और उनकी संख्या उस अनुपात में नहीं बढ़ पा रही है जिसकी उम्मीद की जाती है। वैसे जिले के लिए यह गौरव की बात है कि पार्क में अब सैलानियों की संख्या एक लाख को पार करने लगी है। पार्क प्रबंधन का कहना है कि उसके द्वारा सैलानियों को आकर्षित करने कदम उठाए जा रहे हैं।

सुविधाओं में हो रहा इजाफा

जिले मेें स्थित पेंच नेशनल पार्क अब विदेशी सैलानियों को भी लुभाने लगा है। बीते कुछ वर्षों की बात करें तो यहां पर आने वाले विदेशी सैलानियों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है। पेंच राष्ट्रीय उद्यान में 2023 में कुल 8 हजार 224 पर्यटक आए। इसमें जनवरी से मई तक 5 हजार 524 सैलानी आए थे। वहीं 2024 में जनवरी से मई तक 7 हजार 165 पर्यटक पहुंचे थे।

साल 2014–15 में विदेशी सैलानियों की संख्या 5617 थी। वहीं बीते साल यह बढक़र नौ हजार को पार कर गई। पार्क में बढ़ती बाघों की संख्या, विचित्र जीवों के देखे जाने और दूसरे कई नवाचारों के लगातार किए जाने का परिणाम है कि अब सैलानी पार्क की ओर आकर्षित होते जा रहे हैं। प्रबंधन सैलानियों की सुविधाओं में लगातार इजाफा कर रहा है।

बाघों की संख्या बढऩे का मिला फायदा

पेंच नेशनल पार्क में बाघों की संख्या बढक़र 123 हो गई है। इसका परिणाम है कि अब सैलानियों को बाघ के दीदार के लिए ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ता है। पड़ोसी जिले मेें स्थित कान्हा नेशनल पार्क में पहले विदेशी सैलानी बड़ी संख्या में इसलिए पहुंचते थे कि वहां पर बाघ या टाइगर के दीदार आसानी से हो जाते हैं। जबकि पेंच में बाघ देखने के लिए आए सैलानियों को कई बार मायूस लौटना पड़ता था। भले लाख बातें जैव विविधता को लेकर कहीं जाएं लेकिन यह भी उतना ही सच है कि टाइगर रिजर्व में आने वाले अधिकांश सैलानी मात्र टाइगर देखने ही आते हैं।

उठाए गए हैं कई कदम

पार्क में आने वाले सैलानियों को किसी तरह की दिक्कतें न हों इसके लिए पार्क प्रबंधन के द्वारा भी समय-समय पर विभिन्न कदम उठाए जाते रहे हैं। जिसके जरिए पार्क लगातार मीडिया में बना रहता है। पिछले साल पार्क में बुजुर्गों को किसी तरह की दिक्कत न हो इसके लिए प्रत्येक जिप्सी वाहन में चढऩे के लिए सीढ़ी का इंतजाम किया गया।

इसके साथ ही पिछले साल एक नया नवाचार किया गया था जिसमेें सप्ताह में दो दिन पार्क के जिम्मेदार अधिकारी सैलानियों के सवालों के जवाब देते थे। इस कार्यक्रम को इस साल से प्रतिदिन कर दिया गया है। प्रत्येक शाम को सैलानी अधिकारियों से अपनी जिज्ञासाओं का समाधान पा सकते हैं। इसके साथ ही पार्क में लगे ट्रैप कैमरों की चित्र प्रदर्शनी, रेंजरों द्वारा उतारी गई पार्क के इको-सिस्टम से जुड़़ी तस्वीरें आदि भी सैलानियों को आकर्षित करती हैं।

लोकल के लिए प्रयासों की आवश्यकता

जहां एक ओर विदेशी सैलानी पार्क की ओर आकर्षित हो रहे हैं वहीं देशी सैलानियों की संख्या भी फिलहाल बढ़ती नजर आ रही है। देशी सैलानी भी पार्क का रुख कर रहे हैं। हालांकि अभी इस दिशा में और अधिक प्रयास किए जाने की जरूरत है ताकि सैलानियों की संख्या में बढ़ोतरी हो और स्थानीय लोगों को इसका लाभ मिल सके।

इनका कहना है,

पेंच पार्क की ओर सैलानी आकर्षित हो इसके लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। सैलानियों को आकर्षित करने के लिए कई कार्यक्रम कराए जाते हैं। साथ ही व्यापक प्रचार प्रसार भी किया जा रहा है।

- रजनीश सिंह, डीडी, पेंच नेशनल पार्क

Created On :   15 Oct 2024 1:59 PM IST

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