Seoni News: स्थाई परमिट के स्थान पर टेम्परेरी परमिट से संचालित हो रही थीं बसें, परिवहन विभाग ने लगाई रोक

स्थाई परमिट के स्थान पर टेम्परेरी परमिट से संचालित हो रही थीं बसें, परिवहन विभाग ने लगाई रोक
  • टीपी बंद, आधा सैकड़ा से ज्यादा बसों के पहिए थमे
  • टेम्परेरी परमिट जारी होना बंद हो जाने से जिले की आधा सैकड़ा से ज्यादा बसें खड़ी हो गई हैं।
  • टेम्परेरी परमिट की आड़ में परिवहन विभाग के अमले व बस संचालकों के बीच गठजोड़ चल रहा था।

Seoni News: बसों को संचालित करने के लिए जारी होने वाले टेम्परेरी परमिट(टीपी) प्रदेश भर में एक जनवरी से देना बंद कर दिए गए हैं। इससे बसों का संचालन प्रभावित हुआ है। टेम्परेरी परमिट पर संचालित हो रहीं जिले की आधा सैकड़ा से अधिक बसों के पहिए थम गए हैं। इनमें अधिकतर बसें जिला स्तर पर एक स्थान से दूसरे स्थान पर आने-जाने वाली बताई जा रही हैं। हालांकि जिले से बाहर जाने वाली बसें भी प्रभावित हुई हैं।

वहीं टेम्परेरी परमिट को लेकर यही स्थिति रही तो आगामी दिनों में जिले की लगभग 125 बसों के पहिए जाम होने की बात कही जा रही है। टेम्परेरी परमिट जारी न होने से कई बसें प्राइवेट बस स्टैण्ड में खड़ी हो गई हैं, तो कई सरकारी बस स्टैण्ड में खड़ी कर दी गई हैं, वहीं बस संचालकों ने अपने पार्किंग स्थल पर भी बसों को खड़ा करा दिया है। इसके चलते यात्रियों की दिक्कतें बढ़ गई हैं, वहीं बस संचालक भी परेशान बताए जा रहे हैं।

अधिकतम चार माह के लिए हो रहा था जारी

जिस टेम्परेरी परमिट को जारी करने की सुविधा परिवहन विभाग द्वारा बंद कर दी गई है, वह 1 से लेकर 4 माह तक के लिए जारी किया जा रहा था। टेम्परेरी परमिट नियम के अनुसार मेला, शादी, बारात, सामाजिक कार्यक्रम आदि के लिए जारी किए जाने का प्रावधान था, लेकिन मेला, शादी, बारात, सामाजिक कार्यक्रम आदि के नाम पर बसें एक स्थान से दूसरे स्थान तक फेरा लगाकर सवारियां ढो रही थीं। टेम्परेरी परमिट की आड़ में परिवहन विभाग के अमले व बस संचालकों के बीच गठजोड़ चल रहा था।

स्थाई परमिट मिलने पर चल सकेंगी बसें

टेम्परेरी परमिट जारी न होने से जिले की जो आधा सैकड़ा से अधिक बसें खड़ी हो गई हैं, उनका संचालन अब स्थाई परमिट लेकर ही प्रारंभ किया जा सकेगा। स्थाई परमिट पांच साल के लिए जारी किया जाता है और बस संचालकों को एकमुश्त लंबी राशि स्थाई परमिट के लिए चुकाना पड़ती है। टेम्परेरी परमिट जारी किया जाना बंद हो जाने से जिले के छोटे बस ऑपरेटर फिलहाल ज्यादा प्रभावित हुए हैं। उन्हें अपनी बस चलाने के लिए अब स्थाई परमिट के लिए आवेदन करना होगा। उक्त आवेदन के आधार पर स्थाई परमिट जारी होने तक टेम्परेरी परमिट मिलने की आस परिवहन विभाग से ऐसे ऑपरेटर लगाए हुए हैं, जो कि फिलहाल संभव नजर नहीं आ रहा है।

यात्री हो रहे परेशान

टेम्परेरी परमिट जारी न होने का असर बसों पर तो पड़ा है, वहीं जिले के यात्रियों की परेशानी भी बढ़ गई है। लखनादौन, धनौरा, घंसौर, केवलारी, बरघाट, कुरई क्षेत्र से सिवनी आने व सिवनी से इन स्थानों की ओर जाने वाली बसों की संख्या में आई कमी के चलते ग्रामीण अंचलों के यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीण व किसान जिला अस्पताल, न्यायालय आदि कामों से सिवनी आने वाले परेशान बताए जा रहे हैं।

इनका कहना है-

एक जनवरी से टेम्परेरी परमिट जारी किए जाना बंद हो गए हैं। इससे जिले की बसें भी प्रभावित हुई हैं। उनका संचालन फिलहाल बंद हो गया है।

- देवेश बाथम, एआरटीओ, सिवनी

टेम्परेरी परमिट जारी होना बंद हो जाने से जिले की आधा सैकड़ा से ज्यादा बसें खड़ी हो गई हैं। अचानक लिए गए निर्णय से बस संचालक तो परेशान हैं ही यात्रियों को भी परेशान होना पड़ रहा है।

- तेजबली सिंह, अध्यक्ष, जिला प्राइवेट बस ऑनर्स एसोसिएशन, सिवनी

Created On :   6 Jan 2025 3:03 PM IST

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