सिवनी: दूसरे दिन आठ और मरीज मिले,दो रेफर, कामता गांव में दूषित पानी से बीमारों की संख्या बढ़ी

दूसरे दिन आठ और मरीज मिले,दो रेफर, कामता गांव में दूषित पानी से बीमारों की संख्या बढ़ी
  • दूसरे दिन आठ और मरीज मिले,दो रेफर
  • कामता गांव में दूषित पानी से बीमारों की संख्या बढ़ी

डिजिटल डेस्क, सिवनी। कान्हींवाड़ा के कामता गांव में उल्टी दस्त का कहर जारी है। यहां पर दूसरे दिन गुरुवार को आठ और मरीज मिले। इसमें से दो को जिला अस्पताल रेफर किया गया है। इस घटना को लेकर कलेक्टर संस्कृति जैन ने गांव का दौरा किया और हालातों का जायजा लिया।उपस्वास्थ्य केन्द्र कामता में 24 घंटे डॉक्टर सहित चिकित्सकीय स्टॉफ की ड्यूटी सुनिश्चित करते हुए सतत मॉनिटरिंग के निर्देश दिए। इसक अलावा उपस्वास्थ्य केन्द्र में एंबुलेंस की उपलब्धता तथा सर्वे दल की नियुक्ति के निर्देश भी अधिकारियों को दिए। ज्ञात हो कि दूषित पानी पीने से बुधवार को बड़ी संख्या में लोग बीमार हो गए थे। इसमे से एक बच्चे की मौत हो गई थी।

पीएचई ने कहा नहीं मिला बैक्टीरिया

इस मामले को लेकर पीएचई के अधिकारियेां ने कहा है कि सभी जलसा्रेतों के सेंपल लिए गए हैं। इसमें से लैब में किसी भी पानी में बैक्टीरिया नहीं पाया गया है। उन्होंने कहा है कि संभवत पानी के वॉल चैंबर में ही लीकेज की समस्या थी। संभवत: वहां से दूषित पानी नल के माध्यम से चला गया होगा।

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काफी समय से टंकी की सफाई नहीं

जानकारी के अनुसार पुरानी नलजल योजना करीब १५ साल से संचालित है। नियमानुयार टंकी को तीन माह के बीच में सफाई कराना चाहिए लेकिन ऐसा नहीं किया गया। ग्राम पंचायत के हैण्डओवर नलजल योजना है। वह जलकर से प्राप्त आय से इसका मैंटनेंस करती है। बताया गया कि टंकी की सफाई कई सालों से नहीं की गई है। जब अधिकारियों ने टंकी के सफाई के संबंध में सचिव से जानकारी मांगी तो वह मुंह फेरने लगा। कलेक्टर ने गांव में पेजजल व्यवस्था को लेकर उचित कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।

मरीजों की स्थिति

ग्राम कामता में बुधवार को 54 ग्रामीणों की जांच में 18 उल्टी-दस्त पीडि़त मरीज सामने आये थे जिसमें से 7 को जिला चिकित्सालय रेफर किया गया था। गुरुवार के सर्वे में 8 नए मरीज मिले हैं। जिसमें से 2 को जिला चिकित्सालय रेफरर किया गया है। वहीं पूर्व में जिला चिकित्सालय में भर्ती किए गए 2 मरीजों को स्वास्थ्य होने पर डिस्चार्ज कर दिया गया है। शेष मरीजों का उपचार उपस्वास्थ्य केन्द्र में जारी है।

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इनका कहना है

पानी के सेंपल में बैक्टीरिया नहीं पाया गया है। इस घटना को लेकर सभी पंचायतों को टंकी सफाई के अलावा पेयजल पाइप लाइन के सुधार के निर्देश दिए जा रहे हैं।

अरूण श्रीवास्तव, ईई, पीएचई

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Created On :   19 July 2024 4:46 AM GMT

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