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दो साल बाद सुलझी अंधी हत्या की गुत्थी, दूसरी पत्नी से छुटकारा पाने पति ने गला घोटकर हत्या के बाद जलाई थी लाश
डिजिटल डेस्क, सतना। ताला पुलिस ने दो साल बाद महिला की अंधी हत्या का खुलासा कर पति और उसके दोस्त को गिरफ्तार कर लिया है, जिन्हें कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया। इस हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने के लिए पुलिस अधीक्षक की तरफ से 10 हजार का इनाम घोषित किया गया था।
क्या है मामला ---
गौरतलब है कि 18 अगस्त 2021 की सुबह अमझर के जंगल में अज्ञात महिला की जलती हुई लाश मिली थी, जिसका चेहरा खराब हो चुका था, मगर दाहिने हाथ पर हिन्दी व अंग्रेजी से विष्णु नाम लिखा था। वहीं पैरों में पायल, बिछिया, हाथ की उंगली में अंगूठी और प्लास्टिक की चूडिय़ां थीं, लेकिन तमाम कोशिशों के बाद भी शिनाख्त नहीं हो पाई। पुलिस ने सभी जगह इस्तहार भी जारी कराए थे।
ऐसे मिला सुराग ---
लगभग एक महीने बाद मैहर-देहात थाना क्षेत्र के बठिया गांव की अनीता नट ने देहात थाने जाकर बेटी चंदा नट से सम्पर्क न होने की बात कहते हुए बताया कि 16 अगस्त को वह अपने पति विष्णु प्रसाद पुत्र शिवबालक कुशवाहा 35 वर्ष, निवासी बठिया और डेढ़ साल के बेटे सिद्धार्थ के साथ वापी से गांव आने के लिए निकली थी, इसके बाद से ही उसका फोन बंद है, वहीं पति बात कराने के बजाए बहानेबाजी कर रहा है। महिला ने बेटी के साथ अनहोनी का संदेह जताया।
तब पुलिसकर्मियों ने अमझर जंगल में मिली लाश का इस्तहार दिखाया तो महिला ने कपड़ों और कद-काठी से चंदा की शिनाख्त करने का दावा किया, तब उसे ताला थाने भेजा गया, जहां पुलिस टीम ने डीएनए जांच के लिए ब्लड सेम्पल लेते हुए मृतिका के अवशेषों के साथ फॉरेंसिक लैब भेज दिया गया, तो विष्णु समेत चंदा के बेटे की खोज शुरू कर दी गई। लगभग एक साल की तलाश के बाद बच्चे को मैहर में युवक की पहली पत्नी के पास से दस्तयाब कर उसके खून का नमूना भी डीएनए जांच के लिए फॉरेंसिक लैब भेज दिया गया।
डीएनए टेस्ट से पुख्ता हुई पहचान ---
कई महीनों के इंतजार के बाद अंतत: जून के पहले हफ्त में लैब से रिपोर्ट आई, जिसमें मृतिका के डीएनए का मां व बेटे के डीएनए से मिलान हो गया और लाश चंदा की होने की पुष्टि हो गई। इसी के साथ पुलिस टीम ने प्रमुख संदेही और मृतिका के पति विष्णु की जोरशोर से तलाश शुरू कर दी, जिसे काफी कोशिशों के बाद गुजरात के वापी से दोस्त भरत दाहिया पुत्र दुर्गा प्रसाद 35 वर्ष, निवासी बठिया, के साथ हिरासत में लेते हुए ताला लाया गया, जहां पूछताछ में आरोपी ने हत्या का जुर्म स्वीकार कर लिया।
2013 में विवाहित प्रेमी के साथ गांव से भागी थी युवती ---
अनीता नट ने पुलिस को बताया कि उसकी बेटी चंदा वर्ष 2013 में गांव से लापता हो गई थी, तब उसकी उम्र 19 वर्ष थी, जिसकी गुमशुदगी मैहर में दर्ज कराई गई। चार साल बाद देहात थाना खुलने पर मामला यहां ट्रांसफर हो गया, लेकिन पुलिस उसका पता नहीं लगा पाई। हालांकि मां और भाई को यह जानकारी मिल गई थी कि चंदा गांव के ही विष्णु कुशवाहा के साथ चली गई है। कुछ समय बाद फोन पर युवती अपनी मां से बातचीत भी करने लगी थी, उसी ने गांव के ही विष्णु कुशवाहा के साथ दमन में रहने की खबर दी थी। हालांकि तब उसका प्रेमी शादीशुदा था। यह बात पता चलने पर भी घर वालों ने पुलिस को सूचित नहीं किया। ऐसे में गुमशुदगी का मामला लंबित ही रह गया।
पहली पत्नी के पास जाने से करती थी मना ---
पुलिस की हिरासत में आने पर आरोपी विष्णु ने बताया कि गांव से भागने के बाद कुछ दिन तक तो सब ठीक रहा, मगर फिर चंदा ने पहली पत्नी और बच्चों के पास जाने का विरोध करना शुरू कर दिया। इतना ही नहीं वह फिजुल खर्ची भी करा रही थी, ऐसे में तंग आकर उसे रास्ते से हटाने की योजना बनाई और गृह प्रवेश का बहाना बनाकर 16 अगस्त को गुजरात के वापी से चंदा व उसके डेढ़ साल के बेटे को लेकर ट्रेन से कटनी आ गया, जहां दोस्त भरत दाहिया को बाइक लेकर बुलाया और फिर उसके साथ बदेरा, रामनगर और पपरा पहाड़ होते हुए 17 अगस्त की रात तकरीबन 2 बजे अमझर के थैली-पाथर जंगल पहुंचे। वहां पर चंदा ने कुछ देर रुककर बेटे को दूध पिलाने की इच्छा जताई, तो गाड़ी रोक दी और जैसे ही चंदा बाइक से उतरी तो शाल से गला घोटकर हत्या कर दिया, फिर बाइक से पेट्रोल निकालकर लाश को आग लगा दी। वारदात को अंजाम देकर आरोपी विष्णु अपने दोस्त की बाइक से कटनी गया और वहां से ट्रेन में बैठकर दमन लौट गया। इस खुलासे पर पुलिस ने आरोपियों को कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
घोषित किया गया था इनाम ---
अंधी हत्या का खुलासा करने के लिए पुलिस कप्तान ने 10 हजार का इनाम घोषित किया था। इस कार्रवाई में तत्कालीन ताला थाना प्रभारी और वर्तमान देहात थाना इंचार्ज पीसी कोल के साथ ताला टीआई केएन बंजारे, साइबर सेल प्रभारी अजीत सिंह, एएसआई धीरज भारती, प्रधान आरक्षक असलेन्द्र सिंह, चंदन शुक्ला, आरक्षक दीपक शर्मा, संदीप परिहार, जयप्रकाश कुशवाहा, सचिन बागरी और राकेश पटेल की अहम भूमिका रही।
Created On :   14 Jun 2023 3:52 PM IST