Satna News: 55 दिन में चौथी तारीख, 5 माह बाद भी उड़ान नहीं भर पा रहा 30 करोड़ का एयरपोर्ट

55 दिन में चौथी तारीख, 5 माह बाद भी उड़ान नहीं भर पा रहा 30 करोड़ का एयरपोर्ट
  • नवनिर्मित एयरपोर्ट का मौजूदा रनवे 1200 मीटर लंबा और 45 मीटर चौड़ा है।
  • विकास कार्य पूरे होने के बाद पिछले साल की 20 दिसंबर को डीजीसीए से 19 सीटर कमर्शियल उड़ान के लिए लाइसेंस मिला।
  • बड़ा सवाल यह है कि रीवा के मुकाबले सतना एयरपोर्ट का रनवे छोटा क्यों है?

Satna News: 30 करोड़ का एयरपोर्ट 5 माह बाद भी उड़ान नहीं भर पा रहा। डीजीसीए से 19 सीटर कमर्शियल उड़ान के लिए लाइसेंस मिलने के तकरीबन 55 दिन के दौरान हवाई अड्डे के शुभारंभ के लिए अब चौथी तारीख अटकलों में है। तारीख...पर तारीख के क्रम में एक और तारीख भी अभी आधिकारिक तौर पर तय नहीं है। माना जा रहा है कि मुहूर्त अब मार्च के पहले हफ्ते की किसी तारीख में आ सकता है?

सूत्रों ने बताया कि 24 फरवरी को भोपाल प्रवास के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी से सतना एयरपोर्ट को वचुर्अली लोकार्पित कराने की सभी तैयारियां कर ली गई थीं, लेकिन कतिपय अपरिहार्य कारणों के चलते यहां स्थित टू-बी कैटेगरी का एयरपोर्ट एक मर्तबा फिर से उड़ान भरने से चूक गया।

दो शेड्यूल भी हो गए फेल

जानकारों के मुताबिक सामरिक दृष्टि से द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान यहां बनाई गई 1840 मीटर लंबी हवाई पट्टी को 30 करोड़ की लागत से डेवलप करने का काम एयरपोर्ट अथॉरिटी ने पिछले साल सितंबर में पूरा कर लिया था। नवनिर्मित एयरपोर्ट का मौजूदा रनवे 1200 मीटर लंबा और 45 मीटर चौड़ा है। इसमें 50 सीटर टर्मिनल बिल्डिंग और इतनी ही वाहन क्षमता की पार्किंग है।

कैंपस में दो हवाई जहाज एक साथ खड़े हो सकते हैं। विकास कार्य पूरे होने के बाद पिछले साल की 20 दिसंबर को डीजीसीए से 19 सीटर कमर्शियल उड़ान के लिए लाइसेंस मिला। 31 दिसंबर 2024 को फ्लाई ओला की पहली उड़ान शेड्यूल की गई। शेड्यूल के तहत 6 सीटर विमान को हफ्ते के 4 दिन भोपाल-सिंगरौली के बीच सतना होकर उड़ान भरना था। इसी बीच रीवा एयरपोर्ट में 1800 मीटर का रनवे होने और वहां से 70 सीटर विमान सेवा देने जबकि सतना में 1200 मीटर रनवे और सिर्फ 6 सीटर विमान उड़ाने की सियासी बहस के बीच फ्लाई ओला का शेड्यूल कैंसिल हो गया। उड़ान के लिए फ्लाई ओला का दूसरा शेड्यूल 5 जनवरी को जारी हुआ। अबकि पीएम श्री पर्यटन वायु सेवा के तहत यहां 6 सीटर विमान आना था,मगर आया नहीं।

फैक्ट फाइल

सितंबर 2024: हवाई पट्टी का निर्माण कार्य पूरा।

20 दिसंबर 2024: डीजीसीए से लाइसेंस मिला।

31 दिसंबर 2024: पहली उड़ान शेड्यूल की गई ।

मगर, शेड्यूल कैंसिल कर दिया गया।

5 जनवरी 2025: पहली उड़ान के लिए दूसरा शेड्यूल जारी।

दूसरा शेड्यूल भी अंतत: कैंसिल कर दिया गया।

24 फरवरी 2025: पीएम से वचुर्अली लोकार्पण की तैयारियां की गईं।

लेकिन, लोकार्पण संभव नहीं हो पाया।

बड़ा सवाल: आखिर, छोटा रनवे क्यों

तो मिल नहीं पाता लाइसेंस

बड़ा सवाल यह है कि रीवा के मुकाबले सतना एयरपोर्ट का रनवे छोटा क्यों है? जब सतना की पुरानी हवाई पट्टी 1840 मीटर है तो रनवे 1200 मीटर ही क्यों बनाया गया? जानकारों का कहना है कि यहां की हवाई पट्टी को प्रदेश के सातवें एयरपोर्ट के रूप में विकसित करने की प्लानिंग से पहले भौतिक सत्यापन के लिए आई एयरपोर्ट अथॉरिटी की टेक्निकल टीम ने पहले 4-5 किलोमीटर और फिर 2 किलोमीटर के दायरे की फ्रीक्वेंसी और विजिबिलिटी चेक की थी।

हवाई अड्डे के चारों ओर 2 किलोमीटर के घेरे में हाईराइज बिल्डिंग के कारण विजिबिलिटी क्लीयर नहीं पाई गई। अंतत: अथॉरिटी ने रनवे को कम करते हुए इसे 1200 मीटर की लंबाई पर बनाने का निर्णय लिया। इन्हीं जानकारों का एक तर्क यह भी है कि अगर रनवे की लंबाई बढ़ा दी जाती तो सुरक्षा मानकों की कसौटी पर खरी नहीं होने के कारण सतना को उड़ान के लिए डीजीसीए से लाइसेंस नहीं मिल पाता?

विवाद में फंसी है 150 एकड़ भूमि, राज्य सरकार के नाम है केंद्र की जमीन

प्रक्रिया में है खसरा सुधार

एयरपोर्ट अथॉरिटी के हिसाब से यहां केंद्र सरकार के नभ विभाग के पास कुल 452 एकड़ भूमि होनी चाहिए। यह तीन पटवारी हल्कों में विस्तृत है। मसलन- डिलौरा में 164.96 एकड़, कोलगवां में 172.20 एकड़ और सबसे ज्यादा 209.434 एकड़ जमीन सोनौरा चेक उतैली में है। मगर, सनसनीखेज यह है कि नभ विभाग के हाथ में मौजूदा समय में 250 एक भूमि ही है। शेष 150 एकड़ भूमि विवाद में फंसी है। या तो इन जमीनों पर अवैध अतिक्रमण है या फिर काबिल काश्त (कृषि) या फिर नजूल दर्ज है। नभ विभाग ने एसडीएम कोर्ट में उक्त भूमियों के खसरा सुधार के लिए आवेदन लगा रखा है।

इनका कहना है-

नभ विभाग की ओर से एक माह पहले खसरा सुधार का आवेदन लगाया है। आवेदन के आधार पर यह विषय प्रक्रियाधीन है। खसरा सुधार प्राथमिकता के आधार पर कराया जाएगा।

राहुल सिलाडिय़ा, एसडीएम (सिटी)

Created On :   24 Feb 2025 1:04 PM IST

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