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Satna News: रेप केस के आरोपी को बचाने का झांसा देकर 2 लाख की ठगी पर सीआईडी का फर्जी एसआई गिरफ्तार
- रेप केस के आरोपी को बचाने का झांसा देकर 2 लाख की ठगी पर
- सीआईडी का फर्जी एसआई गिरफ्तार
- पुलिस का स्टीकर लगी कार, चचेरे भाई का आईडी कार्ड, टोपी और वर्दी जब्त
Satna News: रेप केस में गिरफ्तारी के बाद जेल भेजे गए आरोपी को बचाने का झांसा देकर उसके परिजनों से 2 लाख की ठगी करने वाले फर्जी पुलिसकर्मी को नागौद पुलिस ने गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है। आरोपी के कब्जे से 7 लाख की कार और दूसरे पुलिस कर्मचारी का परिचय पत्र भी बरामद किया गया है। टीआई अशोक पांडेय ने बताया कि तुरकहा निवासी अतुल गौतम 30 वर्ष, के खिलाफ बीते 20 जनवरी को सिविल लाइन थाने में नाबालिग से छेडख़ानी, दुष्कर्म, गाली-गलौज और हत्या की धमकी देने का अपराध पंजीबद्ध किया गया था, जिसमें आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। इस प्रकरण के अगले दिन जब उसकी मां सुशीला गौतम 55 वर्ष, घर पर अकेली थी, तभी एक युवक घर पहुंचा और खुद को सीआईडी का सब इंस्पेक्टर बताते हुए 3 जिलों का प्रभार अपने पास होने की बात कही। उसने अतुल को रेप केस से बचाने का दावा करते हुए 2 लाख की व्यवस्था करने के लिए कहा, तो महिला ने बातों में आकर पैसे दे दिए, लेकिन बेटा नहीं छूटा। तब उन्होंने पति केदार प्रसाद गौतम और छोटे बेटे अमन गौतम को पैसों के लेनदेन से अवगत करा दिया।
और ऐसे आया गिरफ्त में ---
20 दिन बाद कथित पुलिसकर्मी ने महिला के मोबाइल पर फोन कर अधिकारियों को खिलाने के लिए और पैसों की जरूरत बताई, तो सुशीला ने पति और बेटे से चर्चा के बाद चेक देने का आश्वासन दिया। ऐसे में पहली बार पैसे ऐंठने में कामयाब रहा ठग 9 फरवरी की सुबह पुलिस की स्टीकर लगी कार क्रमांक जेडसी 5457 में पुलिस की वर्दी और टोपी पहनकर तुरकहा पहुंच गए, जहां पहले से सतर्क गौतम परिवार ने पुलिस को बुलाकर आरोपी को पकड़वा दिया, जिसकी पहचान कृपाशंकर उर्फ पप्पू पुत्र जयकरण मिश्रा 37 वर्ष, निवासी करही रोड, थाना सिविल लाइन, के रूप में की गई।
इंदौर क्राइम ब्रांच में चचेरा भाई, पिता कंपनी कमांडर से रिटायर ---
आरोपी कृपाशंकर की तलाशी लेने पर प्रधान आरक्षक पंकज मिश्रा के नाम का परिचय पत्र मिला, जिसके संबंध में पूछताछ से पता चला कि पंकज रिश्ते में आरोपी का चचेरा भाई है, जो कि क्राइम ब्रांच इंदौर में कार्यरत है, जबकि आरोपी के पिता केदार प्रसाद गौतम एसएएफ के कंपनी कमांडर के पद से रिटायर हुए थे। ऐसे में उसने कार पर पुलिस का स्टीकर भी लगा लिया था। आरोपी युवक रेप केस की पीड़िता के परिवार से परिचित था, जिसके चलते उसे प्रकरण की पूरी जानकारी थी। इसी बात का फायदा उठाकर आरोपी ने जेल में बंद अतुल के परिजनों को झांसा देकर 2 लाख ऐंठ लिए, मगर और ज्यादा पैसों के लालच में खुद भी सलाखों के पीछे पहुंच गया। इस कार्रवाई में थाना प्रभारी के साथ एसआई रंगदेव सिंह, प्रधान आरक्षक निरंजन मेहरा, आरक्षक शैलेन्द्र गुर्जर, अनुराग पांडेय और संजय सिंह ने अहम भूमिका निभाई।
Created On :   10 Feb 2025 5:54 PM IST