मंडे पॉजिटिव: 11 साल में 100 पौधे रोप कर बना दी अमराई की छांव

11 साल में 100 पौधे रोप कर बना दी अमराई की छांव
  • धूप में बैठकर भोजन करने को मजबूर थे बच्चे
  • फलदार एवं औषधीय पौधों को प्राथमिकता देते हैं जो कम पानी में जल्दी बढ़ते हैं।
  • अभियान के तहत सुरक्षित स्थानों में पौधे रोपने और उन्हें सूखने से बचाने का अभियान चलता रहता है।

डिजिटल डेस्क,सतना। रामपुरबघेलान ब्लाक के गौहारी स्थित शासकीय हाईस्कूल में हिंदी साहित्य के शिक्षक सत्येन्द्र पांडेय की पहचान अब महज एक शिक्षक की नहीं है। उन्हें इधर एक अर्से से वृक्ष मित्र की नई पहचान मिली है। यह नाम उन्हें उनकी पर्यावरण के प्रति प्रेम से मिला है।

सत्येंद्र बताते हैं कि बात अब से 11 वर्ष पहले वर्ष 2013 की है। लंच टाइम पर वह अक्सर देखते थे कि बच्चे मैदान में कड़ी धूप में बैठ कर भोजन करने को मजबूर हैं। यही वह पल था जब उन्हें लगा कि पौधे रोप कर शीतल छांव बनाई जा सकती है।

सहयोगी शिक्षकों और बच्चों की मदद से एक-एक कर उन्होंने अकेले गौहारी के स्कूल परिसर में 100 से भी ज्यादा पौधे रोपे। आज उसी स्कूल में अमराई की छांव सभी को बड़ा सुकून देती है। परिसर का नजारा भी नयनाभिराम है।

500 पौधों की नर्सरी भी बनाई :

राखी बांध कर रक्षा के संकल्प का नवाचार

शिक्षक सत्येंद्र पांडेय ट्रांसफर पर जिन-जिन स्कूलों में गए, उन्होंने उस स्कूल परिसर को हरा भरा बनाने की हर संभव कोशिश की। उनकी दूसरी पसंद मंदिर परिसर हैं। वह ऐसी किसी भी जगह में पौध रोपण कराना नहीं भूलते हैं, जहां उन्हें लगता है कि यह जगह सुरक्षित है।

गौहारी के सरकारी हाई स्कूल परिसर में वह सहयोगी स्टाफ एवं बच्चों की मदद से 500 पौधों की नर्सरी भी तैयार कर रहे हैं। वह बच्चों के बर्थडे या फिर अच्छे परिणाम आने पर बतौर गिफ्ट पौधे भेंट करते हैं। रक्षा बंधन के पर्व पर उन्होंने पेड़ों को राखी बांधने का नवाचार करा कर संदेश दिया कि पौधे भी हमारे परिजन ही हैं। वह नर्सरी से मुफ्त में पौधे देते हैं।

वन विभाग को भेंट किए पारस पीपल के बीज:

सत्येंद्र ऐसे फलदार एवं औषधीय पौधों को प्राथमिकता देते हैं जो कम पानी में जल्दी बढ़ते हैं। आम, आंवला, बरगद, पीपल, नीम, गुलमोहर, कदम, पारस पीपल, अमलतास, गंधा पलास, रीठा, दहिमन और मुनगा समेत अनेक ऐसे पौधों को वह मानव जीवन के लिए अत्यंत उपयोगी मानते हैं।

हाल ही में उन्होंने पारस पीपल के एक किलो बीज वन विभाग को भेंट किए हैं। ताकि ऐसे उपयोगी वृक्षों की वनांचल में संख्या बढ़ाई जा सके।

वृक्ष मित्र अभियान :

ज्यादा से ज्यादा पौधे रोपने के अभियान को जन अभियान बनाने के लिए गौहारी स्थित शासकीय हाईस्कूल के शिक्षक सत्येंद्र पांडेय ने वृक्ष मित्र नाम से वाट्सएप ग्रुप बनाया है। इस ग्रुप में स्कूल के शिक्षक,शिक्षिकाएं, बच्चे ,अभिभावक ,परिजन एवं समाजसेवियों को भी जोड़ा गया है। इस अभियान के तहत सुरक्षित स्थानों में पौधे रोपने और उन्हें सूखने से बचाने का अभियान चलता रहता है।

Created On :   16 Sept 2024 8:44 AM GMT

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