सातारा जिला: मान्याची वाड़ी बना महाराष्ट्र का पहला सोलर गांव, सीएम-डीसीएम ने किया लोकार्पण

मान्याची वाड़ी बना महाराष्ट्र का पहला सोलर गांव, सीएम-डीसीएम ने किया लोकार्पण
  • 120 यूनिट सौर बिजली के इस्तेमाल पर गांवों में घरों को बिल हो जाएगा शून्य
  • सातारा जिले का मान्याची वाड़ी बना महाराष्ट्र का पहला सौर गांव
  • मान्याची वाड़ी गांव में 102 घर, सभी ने छत पर लगाया सौर पैनल

डिजिटल डेस्क, मुंबई। सातारा जिले के पाटण तहसील का मान्याची वाड़ी महाराष्ट्र का पहला सौर गांव बन गया है। केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के तहत मान्याची वाड़ी सौर गांव के रूप में तब्दील हुआ है। पीएम सूर्य घर योजना के तहत मान्याची वाड़ी गांव के निवासियों ने घरों के छतों पर एक किलो वॉट का सौर पैनल लगाया है। इससे तैयार होने वाली सौर बिजली का इस्तेमाल लोग घरों के लिए कर सकेंगे। इस योजना के तहत महाराष्ट्र के हर जिले में दो-दो गांवों को सौर ग्राम बनाने का लक्ष्य रखा गया है। रविवार को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने सातारा के पाटण में आयोजित कार्यक्रम में सौर ग्राम का ऑनलाइन लोकार्पण किया। सातारा के सैनिक स्कूल में आयोजित कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री तथा ऊर्जा मंत्री देवेंद्र फडणवीस और प्रदेश के उत्पाद शुल्क मंत्री शुंभराज देसाई मौजूद थे। यहां पर फडणवीस पीएम सूर्य घर योजना के तहत मान्याची वाड़ी के घरों में सौर पैनल स्थापित किए गए हैं। मान्याची वाड़ी गांव के सभी लोगों का मिलाकर हर महीने 5.25 लाख रुपए बिजली का बिल आता था। लेकिन इस गांव के लोगों को बिजली बिल के लिए एक भी रुपया नहीं भरना पड़ेगा। गांव के नागरिकों को बिजली मुफ्त में मिल सकेगी। फडणवीस ने कहा कि राज्य सरकार ने किसानों को 7.5 एचपी तक के पंपों को मुफ्त बिजली देने का फैसला लिया गया है। इससे किसानों को अगले पांच साल तक बिजली का बिल नहीं भरना पड़ेगा। राज्य में 12 हजार मेगावॉट सौर ऊर्जा उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है। इससे अगले 18 महीने के बाद किसानों को 12 महीने दिन के समय बिजली मिल सकेगी। फडणवीस ने कहा कि महाराष्ट्र का किताब का पहला गांव सातारा में बना। महाराष्ट्र में शहद का पहला गांव सातारा में स्थापित हुआ और महाराष्ट्र का पहला सौर गांव सातारा में बना है।

मान्याची वाड़ी गांव में 102 घर, सभी ने छत पर लगाया सौर पैनल

महावितरण के एक अधिकारी ने ‘दैनिक भास्कर’ से बातचीत में कहा कि सातारा के मान्याची वाड़ी गांव में 102 घरेलू बिजली कनेक्शन है। इस गांव के सभी लोगों ने अपने घर के छत पर प्रत्येक एक किलो वॉट का सौलर लगाया है। इससे हर महीने में 120 यूनिट सौर बिजली पैदा हो सकेगी। यदि किसी घर में 100 यूनिट सौर बिजली का इस्तेमाल होगा तो बचे हुए 20 यूनिट का बैकिंग होगा। यानी 20 यूनिट सौर बिजली घर मालिक महावितरण को बेच सकेंगे। साथ ही घर मालिक के बिजली का बिल शून्य हो जाएगा। यदि किसी घर में 150 यूनिट बिजली का इस्तेमाल होगा तो उस घर के मालिक को केवल 30 यूनिट बिजली का बिल भरना पड़ेगा। अधिकारी ने कहा कि गांव वालों की हर महीने बची हुई सौर बिजली का महावितरण बैकिंग करेगा। फिर मार्च के आखिर में संबंधित घर मालिक को सौर बिजली बेचने के लिए प्रति यूनिट 2 रुपए 80 रुपए की दर से भुगतान किया जाएगा। अधिकारी ने कहा कि मान्याची वाड़ी गांव से दूसरे ग्रामवासियों को प्रेरणा मिलेगी। इससे हमें उम्मीद है कि आने वाले समय में दूसरे गांव भी सौर ग्राम में बदल जाएंगे।



Created On :   18 Aug 2024 10:11 PM IST

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