मॉनसून की बेरुखी से झारखंड में सूखे की आशंका, अब तक मात्र 10 फीसदी बुआई

मॉनसून की बेरुखी से झारखंड में सूखे की आशंका, अब तक मात्र 10 फीसदी बुआई

डिजिटल डेस्क, रांची। मॉनसून की बेरुखी से झारखंड में एक बार फिर सूखे की आशंका गहराने लगी है। राज्य में अब तक औसत मॉनूसन की तुलना में 46.50 फीसदी कम बारिश हुई है। कई जिलों और इलाकों में तो खरीफ फसल की बुआई भी शुरू नहीं हुई है। खेतों में दरारें जैसे-जैसे बढ़ रही हैं, किसानों की उम्मीदें भी भरभराने लगी हैं।

चतरा और धनबाद जिले में सबसे कम बारिश हुई है। चतरा में अब तक मात्र 71.2 और धनबाद में 86.9 एमएम बारिश हुई है, जो औसत से तकरीबन 75 फीसदी कम है। हजारीबाग, रामगढ़, पलामू, लोहरदगा, गुमला, सिमडेगा, पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम, सरायकेला, गिरिडीह, बोकारो, जामताड़ा, देवघर, रांची आदि जिलों में भी 40 से 45 फीसदी कम बारिश ने चिंता बढ़ा दी है। राज्य में अब तक सबसे ज्यादा बारिश साहिबगंज जिले में 471 एमएम रिकॉर्ड की गई है, जो औसत से 15 फीसदी ज्यादा है।

सरकार के पास जो रिपोर्ट है, उसके मुताबिक अब तक पूरे राज्य में मात्र दस फीसदी बुआई हुई है। इस वर्ष राज्य में कुल 28 लाख 27 हजार 469 हेक्टेयर में खरीफ की फसल लगाने का लक्ष्य तय किया गया है, जबकि आज की तारीख तक मात्र दो लाख 66 हजार 828 हेक्टेयर में ही बुआई हो सकी है।

मौसम विभाग की मानें तो 16 जुलाई से राज्य के ज्यादातर जिलों में बारिश शुरू होने के आसार हैं। वैसे इसके पहले भी मौसम विभाग ने अच्छी बारिश की भविष्यवाणी की थी। लेकिन, छिटपुट फुहारों से किसी तरह धरती ही भीग पाई है। खेत इस तरह तैयार नहीं हुए हैं कि बुआई की जा सके।

राज्य के कृषि निदेशक चंदन कुमार का कहना है कि औसत से कम बारिश की वजह से अब धान के बजाय वैकल्पिक फसलें लगवाने पर विचार किया जा रहा है। सरकार सूखे की आशंका को देखते हुए इससे निपटने के उपायों में जुट गई है। विभाग राष्ट्रीय बीज निगम से ऐसी फसलों के बीजों की खरीदारी की तैयारी कर रहा है, जिसकी उपज कम बारिश में भी हो सके। मक्का, रागी और अन्य मोटे अनाजों के बीज किसानों को उपलब्ध कराए जाएंगे।

अस्वीकरण: यह न्यूज़ ऑटो फ़ीड्स द्वारा स्वतः प्रकाशित हुई खबर है। इस न्यूज़ में BhaskarHindi.com टीम के द्वारा किसी भी तरह का कोई बदलाव या परिवर्तन (एडिटिंग) नहीं किया गया है| इस न्यूज की एवं न्यूज में उपयोग में ली गई सामग्रियों की सम्पूर्ण जवाबदारी केवल और केवल न्यूज़ एजेंसी की है एवं इस न्यूज में दी गई जानकारी का उपयोग करने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञों (वकील / इंजीनियर / ज्योतिष / वास्तुशास्त्री / डॉक्टर / न्यूज़ एजेंसी / अन्य विषय एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें। अतः संबंधित खबर एवं उपयोग में लिए गए टेक्स्ट मैटर, फोटो, विडियो एवं ऑडिओ को लेकर BhaskarHindi.com न्यूज पोर्टल की कोई भी जिम्मेदारी नहीं है|

Created On :   15 July 2023 3:54 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story