दावेदारी पेश: सातारा लोकसभा की सीट को लेकर महायुति में खींचातान

सातारा लोकसभा की सीट को लेकर महायुति में खींचातान
  • अजीत पवार गुट, भाजपा के बाद शिवसेना के शिंदे गुट ने किया दावा
  • सातारा लोकसभा की सीट
  • महायुति में खींचातान

डिजिटल डेस्क, पुणे। सातारा लोकसभा की सीट को लेकर महायुति के घटक दलों में जारी खींचतान कहीं कम होने का नाम नहीं ले रही. राष्ट्रवादी कांग्रेस के अजीत पवार गुट और भाजपा के बाद अब शिवसेना के शिंदे गुट ने सातारा की सीट को लेकर दावेदारी पेश की है. सातारा लोकसभा क्षेत्र के पार्टी निरीक्षक शरद कणसे ने शुक्रवार को एक समीक्षा बैठक के बाद संवाददाताओं के साथ की गई बातचीत में कहा कि, पिछले 25 सालों से सातारा लोकसभा क्षेत्र से शिवसेना गठबंधन के जरिए चुनाव लड़ रही है. सभी शिवसैनिकों की एक तरफा मांग है कि यह सीट शिवसेना को मिलनी चाहिए. वहीं पुरूषोत्तम जाधव ने कहा कि महायुति के सीटों के आवंटन में सातारा की सीट शिवसेना के पास थी और शिवसेना हर हाल में यहाँ से चुनाव लड़ेगी.

कुछ दिन पहले उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने राष्ट्रवादी कांग्रेस के शिविर में घोषणा की थी कि हम सातारा लोकसभा चुनाव लड़ेंगे. इस पर सातारा में भाजपा के विधायक जयकुमार गोरे ने एक संवाददाता सम्मलेन में स्पष्ट किया था कि, भाजपा हर हाल में सातारा लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ेगी। सातारा लोकसभा सीट हर हाल में भाजपा के पास ही रहेगी. अजीत पवार के दावे पर उन्होंने कहा था कि महायुति के सभी दलों को अपनी भूमिका व्यक्त करने का अधिकार है, मगर गठबंधन में रहते वक्त कोई भी भूमिका विचारपूर्वक पेश की जानी चाहिए. अजीत पवार की भूमिका उनकी निजी भूमिका है. पिछले चार सालों से सातारा जिले में भाजपा ने काफी मजबूती के साथ काम किया है और पार्टी जिले में शीर्ष पायदान पर है. इसलिए भाजपा यहां से हर हाल में चुनाव लड़ेगी।

अजीत पवार गुट और भाजपा के बाद शिवसेना के शिंदे गुट ने सातारा की सीट पर अपना दावा बताया है. पार्टी के सातारा लोकसभा क्षेत्र के लिए नियुक्त निरीक्षक शरद कणसे सातारा लोकसभा क्षेत्र में आने वाली छह विधानसभाओं की समीक्षा करने यहां आए थे। वह इस समीक्षा की जानकारी देने के लिए आयोजित संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने उपरोक्त दावा करते हुए कहा कि, सातारा की सीट महायुति में शिवसेना के पास थी। इसलिए, पार्टी के सभी शिवसैनिकों की मांग है कि महायुति की पारंपरिक पद्धति के अनुसार 2024 में यहाँ से शिवसेना के चिन्ह पर लड़ा जाना चाहिए। हम इसकी सूचना अपने पार्टी वरिष्ठों को देंगे। वैसे तो हर पार्टी सातारा लोकसभा सीट की मांग कर रही है, हर कोई अपनी पार्टी के लिए भी यही मांग कर रहा है. हालांकि, सातारा लोकसभा क्षेत्र में शिंदे गुट के लिए माहौल अनुकूल है। अब तक 15,000 से 16,000 सदस्यों को पंजीकृत किया जा चुका है और अन्य 50,000 से 60,000 पार्टी सदस्यों को पंजीकृत किया जाएगा। इसलिए शिवसेना उम्मीदवारी पर जोर दे रही है.

सातारा लोकसभा के लिए पार्टी में कई मजबूत उम्मीदवार हैं. उन्होंने विश्वास जताया कि पार्टी नेता किसी अच्छे चेहरे को नामांकित करेंगे. पुरूषोत्तम जाधव ने कहा कि सातारा लोकसभा क्षेत्र से शिवसेना 25 साल से लड़ रही है। 2019 के लोकसभा में भी शिवसेना नेता नरेंद्र पाटिल ने तीर-धनुष चुनाव चिह्न पर चुनाव लड़ा था. उदयनराजे भोसले के इस्तीफा देने के बाद उपचुनाव हुए. जैसा कि उस समय सहमति हुई थी, भले ही यह सीट उपचुनाव के लिए भाजपा को दे दी गई, लेकिन यह निर्वाचन क्षेत्र भाजपा का नहीं है. जाधव ने दावा किया कि सीटों के आवंटन में यह सीट शिवसेना की है और शिवसेना ही लड़ेगी. इस अवसर पर जिला अध्यक्ष जयवंत शेलार, चंद्रकांत जाधव, रंजीत भोसले, महिला आघाडी शारदा जाधव सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे.

Created On :   15 Dec 2023 7:35 PM IST

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