अजीब करतूत: बिना कपड़ों के मंदिरों में करता था चोरी, सीसीटीवी में कैद आरोपी पहुंचा सलाखों के पीछे

बिना कपड़ों के मंदिरों में करता था चोरी, सीसीटीवी में कैद आरोपी पहुंचा सलाखों के पीछे
  • चोरी करने से पहले भगवान से माफी मांगता था
  • पारगांव पुलिस ने किया गिरफ्तार
  • दानपेटियों में लगे ताले को तोड़कर पैसे चुरा लिया करता था

डिजिटल डेस्क, पुणे। जिले के 11 मंदिरों में बिना कपड़ों के चोरी करनेवाले आरोपी को ग्रामीण की पारगांव पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पिछले चार महीनों से 32 वर्षीय विनायक दामू जिते मंदिरों में चोरी कर रहा था। आरोपी चोरी करने से पहले भगवान से माफी मांगता था, फिर मंदिरों की दानपेटी से पैसे, भगवान की मूर्ति चोरी किया करता था। आरोपी ने अब तक आंबेगांव, शिरूर, शिक्रापुर, रांजणगांव, खेड इलाके में चोरी की है। पुलिस ने आरोपी के पास कुल 4 लाख रूपए का माल जब्त किया है।


दानपेटियों को बनाता था निशाना

आरोपी का मकसद दानपेटियों से पैसा चुराना था। आरोपी दानपेटियों में लगे ताले को तोड़कर पैसे चुरा लिया करता था और अपना गुजारा किया करता था। आरोपी के परिवार में पत्नी और दो साल की बेटी है। पत्नी को कहकर जाता था कि वह काम पर जा रहा है और मंदिरों में चोरी कर घर वापस आ जाता था। पत्नी के हाथों में चोरी के पैसे थमाकर मेहनत की कमाई बताया करता था। आरोपी बिना मेहनत किए पैसा कमाना चाहता था, इसीलिए वह मंदिरों को टारगेट कर चोरी किया करता था। दिनभर मंदिरों में भगवान के दर्शन के लिए घूमता था, उसके बाद देर रात मंदिर में वेशभूषा बदलकर मंदिर में घुस जाता था। ताकि उसे कोई पहचान नहीं सके।

इससे पहले भी आरोपी रॉबरी के मामले में येरवडा जेल की हवा खा चुका है। फरवरी महीने में जेल से छूटकर आया था। जेल में आरोपी ने दोस्त बना लिए थे, रॉबरी के मामले में पकड़े जाने पर जेल के कैदियों ने उसको चोरी करने की तकनीक सिखाई थी। जबरी चोरी करने में ज्यादा रिस्क रहता है इसीलिए वेशभूषा बदलकर चोरी करने की सलाह दी। जेल से बाहर आने के बाद आरोपी ने जेल के दोस्तों की सलाह को ध्यान में रखते हुए चोरी करने के अलग-अलग पैतरों के इस्तेमाल किया करता था।


एपीआई नेताजी गंधारे ने बताया कि गांवों में मंदिरों में चोरी की घटना बढ़ रही थी, चोरी की घटना पर अंकुश लगाने के लिए मंदिरों के सीसीटीवी चेक किए गए, जिसमें आरोपी नग्न अवस्था में मंदिर में जाते हुए दिखाई दिया था। आरोपी की पहचान नहीं हो सके, इसीलिए वह अलग-अलग वेशभूषा धारण कर जाता था। जिन मंदिरों में सीसीटीवी कैमरे होते थे, वहां आरोपी बंदर का मुखाटा और मास्क पहनकर जाता था। मंदिरों से चुराए देवी के चांदी के मुखाटे और मूर्तियां लोगों को बेचा करता था, लोग जब भगवान की मूर्तियां खरीदने से इंकार करते थे, उनको झूठ बोलकर भगवान की मूर्तियां बेच दिया करता था।

इन 11 मंदिरों में की चोरी

आरोपी ने भैरवनाथ जोगेश्वरी मंदिर, लाखणगाव स्थित देवी का मंदिर, मांदलेवाडी स्थित हनुमान मंदिर, जारकरवाडी स्थित बोल्हाई माता का मंदिर में चोरी करने की बात कबूल की है। यह सभी मंदिर पारगाव पुलिस थाने के अंतर्गत आते हैं। साथ ही शिक्रापुर स्थित राउतवाडी का श्रीनाथ म्हकोबा मंदिर, शिक्रापुर स्थित कवटेमला का वडजाई माता मंदिर, खेड राजगुरूनगर स्थित कन्हेरसर येमाई जुने ठाणे मंदिर, शिरूर सविंदणे स्थित कालूबाई मंदिर, रांजणगांव फंडवस्ती स्थित तुकाई माता देवी का मंदिर, घोडेगांव शिंदेवाडी स्थित खंडोबा मंदिर व कलमजाई मंदिर के साथ अहमदनगर जिला के सुपा स्थित तुकाई मंदिर वाडेगव्हाण पारनेर व नगर एमआईडीसी स्थित श्री खंडोबा मंदिर शिव मल्हारगड पिंपलगांव माली आदि मंदिरों में चोरी की है।

Created On :   6 Aug 2024 6:26 PM IST

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