पुणे: दो सगे भाइयों में एक कुनबी दूसरा मराठा!, मराठा आरक्षण के लिए गठित शिंदे समिति की रिपोर्ट पर सवाल

दो सगे भाइयों में एक कुनबी दूसरा मराठा!, मराठा आरक्षण के लिए गठित शिंदे समिति की रिपोर्ट पर सवाल
  • मराठा आरक्षण के लिए गठित शिंदे समिति की रिपोर्ट पर सवाल
  • सवालिया निशान खड़े
  • मराठा आरक्षण को लेकर राज्य में माहौल गर्म

डिजिटल डेस्क, पुणे। मराठा समुदाय को कुनबी प्रमाणपत्र जारी कर ओबीसी वर्ग से आरक्षण की मांग को लेकर मनोज जारांगे पाटिल ने अनशन शुरू कर है। इसके समर्थन में समस्त राज्य भर में आंदोलन जारी है। इस बीच आरक्षण के लिए गठित शिंदे समिति को इस बात के कई सबूत मिले हैं कि मराठा और कुनबी एक ही हैं। इसी दौरान पुणे जिले के अंबेगांव तालुका के महालुंगे में दो सगे भाइयों के स्कूल प्रमाणपत्रों पर जाति की अलग-अलग प्रविष्टियां पाई गई हैं। इसमें एक भाई के प्रमाणपत्र पर कुनबी और दूसरे के प्रमाणपत्र पर मराठा दर्ज है। इससे मराठा आरक्षण पर शिंदे समिति की रिपोर्ट पर सवालिया निशान लग गया है।

मराठा आरक्षण को लेकर राज्य में माहौल गर्म है। राज्य सरकार ने उन लोगों को राज्य सरकार द्वारा कुनबी प्रमाणपत्र देने का आदेश दिया है, जिनके पास पंजीकरण का प्रमाण है। मगर मराठों और कुनबियों के बीच भी कई भ्रम सामने आ रहे हैं। यह मामला पुणे जिले के अंबेगांव तालुका में सामने आया है। तालुका के महालुंगे गांव में दो सगे भाइयों के प्रमाणपत्र पर दो अलग-अलग जातियां दर्ज पायी गई हैं। एक को कुनबी और एक को हिंदू मराठा के रूप में दर्ज किया गया है। जना कृष्णाजी आंबटकर के प्रमाण पत्र पर, कुनबी को उनके भाई सुदाम कृष्णाजी आंबटकर के प्रमाणपत्र पर हिंदू मराठा के रूप में दर्ज किया गया है। इससे शिंदे कमेटी की रिपोर्ट पर सवाल उठने लाजिमी है।

जिले की अंबेगांव तालिका के केवल एक गांव में 1120 रिकॉर्ड पाए गए हैं। स्कूल के सभी दस्तावेजों की जांच के बाद इसकी जानकारी सामने आई है, ऐसा एक पत्र भी शिंदे समिति ने सौंपा है। तालिका के कई गांवों के रिकॉर्ड की अभी तक जांच नहीं की गई है। संभावना है कि प्रदेश में भी भाई- भाई के प्रमाणपत्र पर अलग-अलग प्रविष्टियां होने का प्रमाण पूरे राज्य में सामने आने के आसार हैं। मराठा समाज के कुछ लोगों के रिकॉर्ड पर कुनबी उल्लेख है। बाद में उनमें से कुछ अभिलेखों में कुनबी की बजाय मराठा उल्लेख कर दिया गया है। कुनबी प्रमाण पत्र बांटने के बाद युवाओं ने कई जगहों पर उसे जला भी दिया है। हालांकि, अंबेगांव तालिका में दो भाइयों का प्रमाणपत्र वायरल होने के बाद से फिर से सवालिया निशान खड़े हो गए हैं।

Created On :   2 Nov 2023 2:23 PM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story