राहत: अपराध होते ही तत्काल पहुंचेगी फारेंसिक टीम, आई बाइक में रहेगी किट

अपराध होते ही तत्काल पहुंचेगी फारेंसिक टीम, आई बाइक में रहेगी किट
  • पुणे पुलिस को दी जाएगी फॉरेंसिक की ट्रेनिंग
  • सभी थाने फॉरेंसिक जांच किट से होंगे लैस
  • प्रशासन की तैयारी शुरू

गुणवंती परस्ते, पुणे । पुलिस को अपराध स्थल से सबूतों को सुरक्षित रखने के लिए फॉरेंसिक साइंस टीम पर निर्भर रहना पड़ता है। कई बार तो स्टॉफ की कमी रहने के कारण फॉरेंसिक टीम एक दिन या उससे ज्यादा समय के बाद घटना स्थल पर पहुंचती है। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा क्योंकि पुणे के सभी थाने फॉरेंसिक जांच किट से लैस होने जा रहे हैं। किट की मदद से पुलिस बिना समय गंवाए अपराध स्थल से खून के नमूने, फिंगर प्रिंट या अन्य साक्ष्य सुरक्षित रख सकेगी। किट में एक मैग्निफाइंग ग्लास, मास्क, दस्ताने, टॉर्च, ब्रश और प्लॉस्टिक बैग से जुड़े उपकरण होंगे। पुलिस को यह फॉरेंसिक किट रखने के लिए आई-बाइक भी दी जाएगी।

पुणे पुलिस के अधिकारियों और कर्मचारियों को आई-बाइक के साथ फॉरेंसिक की ट्रेनिंग मिलेगी। इसकी तैयारी शुरु हो गई है। घटना के बाद पुलिस फॉरेंसिक की टीम का इंतजार करती है और उसके बाद ही सबूत इकट्ठे किए जाते हैं। कई बार फॉरेंसिक टीम नहीं आने पर घटना स्थल को सील भी कर दिया जाता है ताकि कोई सबूत मिटा न सके। अब पुणे पुलिस को फॉरेंसिक टीम का इंतजार नहीं करना पड़ेगा। यदि फॉरेंसिक टीम कहीं और व्यस्त है तो पुणे पुलिस के अधिकारी और कर्मचारी खुद प्राथमिक रूप से घटना से संबंधित नमूने जांच के लिए ले सकेंगे। अपराध अनुसंधान में तेजी लाने के लिए हर थाने में जांच अधिकारी को न सिर्फ फॉरेंसिक की ट्रेनिंग दी जाएगी बल्कि इसके लिए एक नोडल पुलिस पदाधिकारी भी रहेंगे जो टीम और किट के साथ घटनास्थल पर पहुंचेंगे। पुलिस का मकसद है कि छोटे-छोटे अपराधों का भी अनुसंधान बारीकी से हो और साक्ष्य जुटाने में पुलिस को परेशानी न हो। इसके लिए शहर के पुलिस स्टेशनों में फिंगर फ्रिंट किट भी उपलब्ध कराए जाएंगे।

पहले चरण में 10 बाइक देंगे : एडिशनल पुलिस कमिश्नर शैलेष बलकवडे ने बताया कि पहले चरण में 10 बाइक उपलब्ध कराई जाएगी, जिसके साथ 40 कर्मचारियों को ट्रेनिंग दी जाएगी। यह सारी सुविधा इन्वेस्टिगेशन फंड के जरिए सभी पुलिस स्टेशनों में धीरे-धीरे उपलब्ध कराया जाएगा। साथ ही पुलिस तुरंत पंचनामा भी कर सकें, यह भी विशेष ध्यान दिया जाएगा। यह आई-बाइक दो शिफ्ट (डे व नाइट) में उपलब्ध होगी। सबूतों को किस तरह से पैक करना है, यह बहुत महत्वपूर्ण होता है। सबूत इकट्ठा करने के समय किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए और क्या-क्या सावधानी बरतनी चाहिए, इन सभी विषय पर ट्रेनिंग दी जाएगी।

Created On :   18 May 2024 7:56 PM IST

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