बड़ा दिवाला से निकलेगी जगत के नाथ की आज भव्य बारात

बड़ा दिवाला से निकलेगी जगत के नाथ की आज भव्य बारात

डिजिटल डेस्क, पन्ना। उड़ीसा की तर्ज पर धार्मिक नगरी पन्ना में रथ यात्रा महोत्सव अनवरत रूप सें जारी है। पन्ना स्टेट में पौने दो सौ साल पूर्व भगवान जगन्नाथ स्वामी की रथ यात्रा जिस राजसी ठाठ वाट केे साथ शुरू हुई थी उसका रूप आज भी बरकरार है ओैर समूचे बुंदेलखण्ड के अलावा बघेलखण्ड व महाकौशल से श्रद्धालुगण भगवान जगन्नाथ स्वामी रथ यात्रा में शामिल होकर अपने आप को आनंदित पाते है। पन्ना की रथ यात्रा में बुंदेली सभ्यता एवं सास्कृतिक पर पम्पराओं की सुन्दर झलकी समाहित है। जिसमें भक्तगण भगवान जगन्नाथ स्वामी को दूल्हे कें रूप मे मानते हुए रथ यात्रा महोत्सव में उनके विशेष दर्शन के लिए पहँुचते है। रथ यात्रा महोत्सव कार्यक्रम के अंतर्गत ०४ जून जैष्ठ शुल्क पक्ष पूर्णिमा की तिथि पर घट स्नान यात्रा में भगवान बीमार पड़े थे। १८ जून को अषाढ़ कृष्ण पक्ष अमावस्या तिथि पर पन्ना शहर स्थित प्राचाीन एवं भव्य जगदीश स्वामी मंदिर बड़ा दिवाला मेेंं बीमारी से स्वस्थ्य हुए भगवान जगन्नाथ स्वामी को पथ प्रसाद भोग लगाया गया। जिसमें हजारो की संख्या में हाथ फैलाकर भगवान जगन्नाथ स्वामी के भात को श्रद्धालुओं द्वारा ग्रहण किया गया और आज अषाढ शुक्ल पक्ष की प्रथमा २० जून को भक्तगणो को १५ दिन बाद धूपकपूर की झांकी के रूप में दर्शन प्राप्त हुए और इसके साथ ही भगवान की भव्य रथ यात्रा की तैयारियां शुरू हो गई है। भगवान जगन्नाथ स्वामी अपने बड़े भाई बलभद्र, बहिन देवी सुभद्रा के साथ यात्रा के लिए जिन रथों में सवार होकर निकलेगें लकड़ी से बने उन तीनों रथों को रंगरोगन करते हुए सजाया जा चुका है। आषाढ़ शुक्ल पक्ष दोज से भगवान की रथ यात्रा परम्परा के अनुसार बड़ा दिवाला से २०जून शाम ०६ बजे शुरू होगी जिसकी तैयारियां उत्साह के साथ की जा रही है।

पहले रथ में बडे भाई बलभद्र, दूसरे में बहिन सुभद्रा और सबसे पीछे जगत के नाथ

अषाढ़ शुक्ल पक्ष की दोज दिनांक २० जून मंगलवार को शाम ०६ बजे जगदीश स्वामी मंदिर बड़ा दिवाला से भगवान की रथ यात्रा धूमधाम के साथ प्रारंभ होगी। मंदिर से भगवान बलभद्र, बहिन सुभद्रा एवं भगवान जगन्नाथ स्वामी के विग्रह को राजपरिवार के सदस्यों के साथ भक्तिभाव के सआसन मंदिर के बाहर सिंह द्वार से बाहर लाया जायेगा और अलग-अलग रखे गये काष्ठ रथों में उन्हे विराजमान किया जायेगा। भगवान की भव्य आरती होगी एवं सशस्त्र पुलिस के जवानों द्वारा बैण्ड-बाजों की धुन के साथ सलामी दी जायेगी। गगन भेदी आतिशबाजी होगी और राजपरिवार के सदस्य सबसे पहले धक्का देकर भगवान की रथ यात्रा की रवानी करेगें और इसके साथ पन्ना से जनकपुर के लिए रथ यात्रा की रवानगी होगी। भगवान की रथ यात्रा में सबसे आगे बड़े भाई बलभद्र्र फिर बहिन देवी सुभद्रा तथा सबसे पीछे के रथ में दूल्हे के रूप मे भगवान जगन्नाथ की नयनाभिराम झांकी के दर्शन होगें। भगवान की भव्य बारात में हजारों की संख्या मेें श्रद्धालुगण शामिल होकर रथों को आगे बढ़ाने का सौभाग्य प्राप्त करेगें। रथ यात्रा की सुरक्षा के लिए पुलिस की विशेष बल की तैनातगी रहेगी। नगर में रथ यात्रा में निकले भगवान की विशेष आरती बल्देव जी मंदिर, गोविन्द जी मंदिर, श्री जुगल किशोर जी मंदिर, श्री रामजानकी मंदिर की ओर से पुजारियों द्वारा की जायेगी।

पन्ना महाराज किशोर सिंह द्वारा शुरू कराई गई थी यात्रा

देश की तीन सबसे पुरानी और बडी रथयात्राओ में पन्ना की रथयात्र भी शामिल है उड़ीसा के जगन्नाथपुरी की तर्ज पर यहां पर आयोजित होने वाले भव्य धार्मिक समारोह में राजसी ठाठबाठ और वैभव की झलक दिखने को मिलती है। रथयात्रा के दौरान भगवान जगन्नाथ स्वामी की एक झलक पाने समूचे बुंदेलखण्ड क्षेत्र से हजारो की संख्या में श्रद्धालु पहँुचते है। पन्ना की यह ऐतिहासिक रथयात्रा करीब पौने दौ सौ वर्ष पुरानी है जिसे पन्ना के तत्कालीन नरेश महाराज किशोर सिंह द्वारा शुरू कराई गई थी जो पंरपरानुसार अनवरत जारी है। कोविड काल में भी रथयात्रा परम्परागत रूप से निकाली गई हालंकि कोविड के समय में भगवान की रथयात्रा में आमजनो को शामिल होने की अनुमति नही मिली थी।

इस तरह संपन्न होगी भगवान की दस दिवसीय रथ यात्रा

रथ यात्रा का शुभारंभ लखूरन में विश्राम दिनांक २० जून शाम ६:३० बजे से

लखूरन से प्रांरभ चौपरान में विश्राम दिनांक २१ जून शाम ५:०० बजे

चौपरन से जनकपुर तक दिनांक २२ जून शाम ५:०० बजे

जनकपुर मंदिर में टीका,पूजन आरती दिनांक २३ जून शाम ७:०० बजे

मूर्तियों का जनकपुर मंदिर में प्रवेश दिनांक २४ जून सुबह ४:०० बजे

जनकपुर में कथा,पूजन,हवन भण्डारा दिनांक २५ जून दोपहर १२:०० बजे से

लक्ष्मी जू की सवारी पन्ना से जनकपुर और वापसी दिनांक २६ जून शाम ५:०० बजे

रथ यात्रा वापसी जनकपुर से चौपरन दिनांक २७ जून शाम ६:०० बजे

रथ यात्रा वापसी चौपरन से लखूरन दिनांक २८ जून शाम ६:०० बजे

रथ यात्रा वापसी लखूरन से पन्ना दिनांक २९ जून शाम ६:३० बजे

मंदिर में भगवान का प्रवेश सात मूर्तियों के दर्शन दिनांक ३० जून सुबह

Created On :   20 Jun 2023 2:41 PM IST

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