पन्ना: खतरे की घंटी बने मार्ग में केबिल लाईन के लिए खोदे गए गढ्ढे

खतरे की घंटी बने मार्ग में केबिल लाईन के लिए खोदे गए गढ्ढे
  • खतरे की घंटी बने मार्ग में केबिल लाईन के लिए खोदे गए गढ्ढे
  • बृजपुर से पहाडीखेरा तक आधा सैकेडा से भी अधिक खुदे पडे हैं गढ्ढे

डिजिटल डेस्क, पहाडीखेरा नि.प्र.। पन्ना-पहाडीखेरा मार्ग के निर्माण कार्य के अंतर्गत ग्राम बिलखुरा से पहाडीखेरा तक सडक़ के डामरीकरण का कार्य लगभग पूरा हो चुका है सडक़ के डामरीकरण कार्य पूर्ण होने के साथ रफ्तार भी तेज हो गई है इस तेज रफ्तार के बीच पहाडीखेरा से बृजपुर तक संचार व्यवस्था के लिए केबल लाइन सडक़ के बिल्कुल किनारे से डाली गई है जिसके लिए गढ्ढे खोदे जाने का कार्य किया गया था जानकारी के अनुसार केबल बिछाने के लिए नियुक्त ठेेकेदार द्वारा केबल डालने का कार्य पूरा कर दिया गया है किन्तु बृजपुर से पहाडीखेरा तक आधा सैकेडा से भी अधिक गढ्ढों को भरे जाने कार्य नहीं किया गया है और मार्ग में जस के तस खुले गढ्ढे बने हुए है। जिसके चलते जहां पर गढ्ढे है वहां पर खतरे की घंटी बज रही है बताते है मार्ग में इन गढ्ढो की वजह से कुछ हादसे भी हो चुके है इस तरह की स्थिति लगभग डेढ़ दो माह से बनी हुई है। बताते हैं कि जो केबल लाइन डाली गई है वह जिओ कंपनी की है किन्तु खोदे गए गढ्ढो को भरे जाने को लेकर उदासीनता बरती जा रही है। क्षेत्रवासियों को इस बात की सही स्थिति की जानकारी नहीं है कि केबल डालने का कार्य मार्ग में किसके द्वारा किया गया है। इसके चलते वे समस्या के समाधान के लिए शिकायत किसके पास करें यह उन्हें भी समझ नहीं आ रहा है। बरहाल स्थिति यह है कि दो पहिया वाहन चालकों व राहगीरों के लिए गढ्ढो से सबसे ज्यादा खतरा बना हुआ है और अप्रिय हादसे भी इसके चलते होने की आशंका जाहिर की जा रही है।खतरे की घंटी बने मार्ग में केबिल लाईन के लिए खोदे गए गढ्ढे

बृजपुर से पहाडीखेरा तक आधा सैकेडा से भी अधिक खुदे पडे हैं गढ्ढे

पहाडीखेरा नि.प्र.। पन्ना-पहाडीखेरा मार्ग के निर्माण कार्य के अंतर्गत ग्राम बिलखुरा से पहाडीखेरा तक सडक़ के डामरीकरण का कार्य लगभग पूरा हो चुका है सडक़ के डामरीकरण कार्य पूर्ण होने के साथ रफ्तार भी तेज हो गई है इस तेज रफ्तार के बीच पहाडीखेरा से बृजपुर तक संचार व्यवस्था के लिए केबल लाइन सडक़ के बिल्कुल किनारे से डाली गई है जिसके लिए गढ्ढे खोदे जाने का कार्य किया गया था जानकारी के अनुसार केबल बिछाने के लिए नियुक्त ठेेकेदार द्वारा केबल डालने का कार्य पूरा कर दिया गया है किन्तु बृजपुर से पहाडीखेरा तक आधा सैकेडा से भी अधिक गढ्ढों को भरे जाने कार्य नहीं किया गया है और मार्ग में जस के तस खुले गढ्ढे बने हुए है। जिसके चलते जहां पर गढ्ढे है वहां पर खतरे की घंटी बज रही है बताते है मार्ग में इन गढ्ढो की वजह से कुछ हादसे भी हो चुके है इस तरह की स्थिति लगभग डेढ़ दो माह से बनी हुई है। बताते हैं कि जो केबल लाइन डाली गई है वह जिओ कंपनी की है किन्तु खोदे गए गढ्ढो को भरे जाने को लेकर उदासीनता बरती जा रही है। क्षेत्रवासियों को इस बात की सही स्थिति की जानकारी नहीं है कि केबल डालने का कार्य मार्ग में किसके द्वारा किया गया है। इसके चलते वे समस्या के समाधान के लिए शिकायत किसके पास करें यह उन्हें भी समझ नहीं आ रहा है। बरहाल स्थिति यह है कि दो पहिया वाहन चालकों व राहगीरों के लिए गढ्ढो से सबसे ज्यादा खतरा बना हुआ है और अप्रिय हादसे भी इसके चलते होने की आशंका जाहिर की जा रही है।

Created On :   19 Feb 2024 1:35 PM IST

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