Panna News: जिले में एक और केन्द्रीय विद्यालय खोले जाने की उठ रही मांग

जिले में एक और केन्द्रीय विद्यालय खोले जाने की उठ रही मांग
  • जिले में एक और केन्द्रीय विद्यालय खोले जाने की उठ रही मांग
  • क्या जिले के लिए एक ही विद्यालय पर्याप्त है

Panna News: पन्ना जिला बेशकीमती हीरा व अति प्राचीन मंदिरों के लिए विश्व विख्यात है। पन्ना टाइगर रिजर्व के लिए पन्ना पूरे प्रदेश और देश में अपनी एक अलग ही पहचान बनाए हुए हैं परंतु बुंदेलखंड का यह पिछड़ा जिला शिक्षा के लिए और उसके उत्कृष्ट विकास के लिए ऑंसू बह रहा है। ज्ञात हो की पन्ना जिले में सिर्फ एक ही केन्द्रीय विद्यालय है जिसमें सिर्फ शासकीय कर्मचारियों के बच्चों को प्राथमिकता के तौर पर प्रवेश दिया जाता है। इसके बाद विशेष सिफारिश वाले छात्रों को प्रवेश दिया जाता है जिसके चलते जिले में और भी बच्चों के सपने अधूरे रह जाते हैं और केंद्रीय विद्यालय में शिक्षा ग्रहण करने का ख्बाव सपना सा रह जाता हैं। काफी समय से जिले में एक और केंद्रीय विद्यालय की आवश्यकता महसूस की जा रही है और इसको लेकर जिले के शिक्षाविद् और जनप्रतिनिधियों ने इसको मूर्त रूप देने के लिए प्रयास करना शुरू कर दिए हैं कि पन्ना जिले में एक और केंद्रीय विद्यालय खोला जाए जिससे जिले में अन्य प्रतिभाशाली छात्र-छात्राओं को जिनके पिताजी या परिवार से कोई शासकीय कर्मचारी नहीं है उन परिवार के बच्चों को भी केंद्रीय विद्यालय में शिक्षा ग्रहण करने का एक सुनहरा अवसर प्राप्त हो सके। केंद्रीय विद्यालय में शिक्षा ग्रहण करके अपना सर्वांगीण विकास कर सकें।

क्या कहता है शिक्षा का अधिकार अधिनियम

भारत सरकार के द्वारा देश के समस्त छात्र-छात्राओं को मूलभूत शिक्षा का अधिकार प्रदान किया गया है जिसके तहत 6 से 14 वर्ष तक के बच्चों को नि:शुल्क और अनिवार्य शिक्षा का अधिकार प्रदान किया गया है । जिसका उद्देश्य हमारे देश के सभी बच्चों को शिक्षा की मूल धारा से जोड़ा जाए और शिक्षित किया जाए जिससे हमारा देश उच्च शिक्षा के साथ-साथ नैतिक और सामाजिक आदि शिक्षाएं भी ग्रहण करें।

क्या कहते हैं जिले के शिक्षाविद् और जनप्रतिनिधि

यह सही है कि पवित्र धार्मिक नगर क्षेत्र विशेष में संचालित एकमात्र केंद्रीय विद्यालय अपनी उत्कृष्ट शैक्षणिक गतिविधियों एवं छात्राओं के विकास में विशेष स्थान रखता है किंतु यह तथ्य उतना ही विचारणीय है कि सीमित प्रवेश मिलने के कारण हजारों की संख्या में प्रतिभाशाली छात्र और छात्रायें प्रवेश पाने से वंचित रह जाते हैं। अत: यह उचित प्रतीत होता है की पन्ना जिले के ग्रामीण अंचलों से आने वाले प्रतिभाशाली छात्राओं के सर्वांगीण विकास हेतु एवं उनको राष्ट्र की मुख्य धारा मे लाने के लिए एक और केंद्रीय विद्यालय संचालित किया जाना चाहिए।

डॉ. टी.आर. नायक, सेवानिवृत प्राचार्य छत्रसाल शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय पन्ना

पन्ना जिले में प्रतिभाओं की कमी नहीं हैं लेकिन यहॉं आवश्यकता इन प्रतिभाओं को मंच देने की है। जिले में यदि एक और केंद्रीय विद्यालय खुलता है तो यह है शिक्षा के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगा क्योंकि विद्यालयों में अध्ययन-अध्यापन से छात्र-छात्राओं का सर्वांगीण विकास होता है।

भरत सिंह परमार, सेवानिवृत्ति प्रशासनिक अधिकारी

सभी छात्रों में दो प्रकार की प्रतिभायें होती हैं एक कारयित्री और दूसरी भावयित्री। इन दोनों प्रतिभाओं को निखारने के लिए एक मंच की आवश्यकता होती है और वह मंच होता है विद्यालय। जिसमें अध्ययन-अध्यापन करके छात्र-छात्रायें अपना सर्वांगीण विकास करती हैं और अपने व्यक्तित्व का निर्माण करती हैं। अत: जिले के लिए यदि एक और केंद्रीय विद्यालय और एक नवोदय विद्यालय की सौगात मिलती है तो हमारे पन्ना जिले में शिक्षा के क्षेत्र में यह कार्य भागीरथी प्रयास होगा। जिससे निर्धन और पिछड़े परिवार के बच्चों को केंद्रीय विद्यालय जैसे उत्कृष्ट संस्थानों में अध्ययन-अध्यापन करने का एक रास्ता खुलेगा और उनके व्यक्तित्व का निर्माण हो सकेगा।

राजेंद्र कुमार नामदेव, जिलाध्यक्ष उच्च माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण संघ अमानगंज

पन्ना जिले में एक पीएम श्री केन्द्रीय विद्यालय है। पन्ना जिले का क्षेत्रफल 7135 वर्ग कि.मी. है। वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार जिले की जनसंख्या लगभग 10.17 लाख थी। अंतिम जनगणना के पश्चात विगत 13 वर्षो में जनसंख्या और बढी है जो लगभग १८ लाख के आसपास है। अधिकतर माता-पिता पीएम श्री केन्द्रीय विद्यालय में अपने बच्चों को पढाने की इच्छा रखते है किन्तु पन्ना जिले में एक मात्र केन्द्रीय विद्यालय होने से केन्द्रीय विद्यालय के नियमानुसार अधिकतर शासकीय कर्मचारियों के बच्चों का ही दाखिला हो पाता है। ज्यादातर आम जनता के बच्चों का विद्यालय में एडमिशन नहीं हो पाता है। अत: पन्ना जिले की जनसंख्या को दृष्टिगत रखते हुये एक और केन्द्रीय विद्यालय खोला जाना अति आवश्यक है।

डॉ. राजेश कुमार वर्मा, विधायक गुनौर

क्या जिले के लिए एक ही विद्यालय पर्याप्त है

सवाल उठता है कि जिले में 18 लाख की आबादी है इतनी बड़ी आबादी के लिए जिले में सिर्फ एक केंद्रीय विद्यालय और एक नवोदय विद्यालय है। इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि क्या एक केंद्रीय विद्यालय जिसमें सिर्फ एक हजार छात्र-छात्रायें अध्ययन-अध्यापन कार्य कर रही हैं। यदि जिले में एक और नवोदय विद्यालय और केंद्रीय विद्यालय की स्थापना हो जाए तो यहॉं पर कम से कम पॉंच छात्र-छात्रायें अध्यापन कार्य से अपना सपना पूरा कर सकती हैं और भविष्य में जो उनकी उड़ान है उसको पंख मिल सकते हैं।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और सांसद से है आस

खजुराहो लोकसभा क्षेत्र के सांसद व भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने भी पन्ना प्रवास के दौरान इस बात को प्रमुखता के साथ रखा था कि जिले में यदि एक और केन्द्रीय विद्यालय खुल जाये तो जिले के लिए यह एक बहुत बडा कार्य होगा। अत: प्रदेश अध्यक्ष और खजुराहो सांसद से भी जिले के लोगों को आशा है कि यदि वह इस आवश्यकता को महसूस करें और प्रधानमंत्री जी से आग्रह करें तो जिले के लिए उनका भगीरथी प्रयास होगा और जिले के लोग और छात्र-छात्रायें उनके आभारी रहेंगे।

Created On :   19 Feb 2025 12:57 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story