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Panna news: जिले में श्रमोदय विद्यालय खोले जाने की उम्मीद अभी तक नहीं हुई पूरी, स्वास्थ्य एवं शिक्षा को लेकर की गई कई घोषणायें ठंडे बस्ते में
- जिले में श्रमोदय विद्यालय खोले जाने की उम्मीद अभी तक नहीं हुई पूरी
- स्वास्थ्य एवं शिक्षा को लेकर की गई कई घोषणायें ठंडे बस्ते में
Panna news: रोजगार न के बराबर उपलब्ध अवसरों के चलते जिले से गरीब मजदूरों के साथ ही युवा वर्ग लगातार पलायन कर रहा है। जिले के विकास के लिए विगत एक दशक के दौरान जनप्रतिनिधियो द्वारा किए गए प्रयासों से शिक्षा तथा स्वास्थ्य के क्षेत्र में यहां के लोगों को उम्मीदें भी जागी जिस पर मुख्यमंत्री सहित जनप्रतिनिधियो की ओर से घोषणायें भी हुई किन्तु जिले के संबंध में कई महत्वपूर्ण घोषणायें सालों से बातों-बातों और पत्रचारों में ही चलती रही और अब पिछले एक साल से विधानसभा एवं लोकसभा चुनाव सम्पन्न हो जाने के बाद की घोषणायें व वायदे ठंडे बस्ते में चले गए है और इस पर जिम्मेदार न तो बातचीत कर रहे है और न ही प्रयास कर रहे है। पन्ना जिले में श्रमिको के बच्चों को बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए श्रमोदय विद्यालय पन्ना में खोले जाने की घोषण की गई थी और इसके स्वीकृत हो जाने की भी जानकारी सामने आई थी। मध्य प्रदेश शासन में उस समय श्रम विभाग की जिम्मेदारी श्रम के मंत्री के रूप में पन्ना विधानसभा क्षेत्र से निर्वाचित विधायक बृजेन्द्र प्रताप सिंह संभाल रहे थे जिसके चलते जिले के लोगों को इस बात का पूरा भरोसा था कि पन्ना जिले में श्रमोदय विद्यालय प्रारंभ होने से इस जिले के शैक्षणिक विकास को न केवल नई गति मिलेगी अपितु दूसरे जिले से चयनित बच्चे जब पन्ना आकर श्रमोदय विद्यालय में पढ़ेंगे तो उससे यहां पर रोजगार के भी अवसर सृजित होंगे किन्तु इसी बीच श्रमोदय विद्यालय की स्थापना को लेकर शासन स्तर पर जो कार्यवाही चल रही थी विधानसभा चुनाव आ जाने पर थम गई और विधानसभा चुनाव सम्पन्न हुआ।
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जिले में श्रमोदय विद्यालय को लेकर जो कार्यवाही शुरू हुई थी वह पूरी तरह से ठंडे बस्ते में चली गई हैे। इसी तरह की स्थिति जिले में इंजीनियरिंग कालेज खोल जाने को लेकर है। पन्ना में इंजीनियरिंग खोले जाने को लेकर तत्कालीन मंत्री सुश्री कुसुम सिंह महेदले के कार्यकाल के दौरान पन्ना पहुंचने तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा की गई थी। जिसके बाद लगभग सात साल का समय पूरा हो चुका है विगत पांच वर्षाे के दौरान जिले में इंजीनियरिंग के प्रारंभ होने को लेकर भरोसा यहां के युवाओं, विद्यार्थियो को दिलाया जाता रहा है किन्तु इन सबके बावजूद भी जिले में अभी तक इंजीनियङ्क्षरग कालेज नहंी खोला जा चुका है जिले में जो दो पॉलीटेक्निक कालेज संचालित है उसमें पन्ना के पॉलीटेक्निक कालेज में जो नये ट्रेडों शुरू किए गए है। उनके लिए शैक्षणिक स्टाफ के पद तक स्वीकृत नही हुए है ऐसे में काम चलाऊ व्यवस्था से ही नवीन ट्रेड संचालित हो रहे है और दाखिला लेने वाले युवा विद्यार्थियों को समूचित रूप से शिक्षा उपलब्ध नहीं हो पा रही है।
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शिक्षा के साथ ही पन्ना जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं की भारी कमी को देखते हुए केन्द्र स्तर से श्रमिक अस्पताल प्रारंभ किए जाने को लेकर भी क्षेत्रीय सांसद एवं तत्कालीन मंत्री द्वारा केन्द्रीय श्रम मंत्री से मुलाकात की गई थी और इसके लिए पत्र सौपकर मांग भी की गई तब इस बात का भरोसा मिला था कि पन्ना जिले में श्रमिक अस्पताल की स्वीकृति संबंधी आवश्यक कार्यावाहियां पूरी कर ली जायेगी। श्रमिक अस्पताल को जिले में प्रारंभ करने को लेकर आवश्यक आधारों की जानकारी भी केन्द्रीय मंत्री को दी गई थी परंतु जिले में श्रमिक अस्पताल खोले जाने को लेकर कार्यवाही केवल कागजी पत्रचार तक ही सीमित हो गई है और पिछले एक वर्ष से पन्ना जिले में केन्द्र स्तर से श्रमिक अस्पताल खोल जाने को लेकर जो चर्चाये शुरू हुई थी वह भी ठंडे बस्ते में चली गई है। जिले में मेडिकल कालेज खोले जाने की सैद्धातिंक मंजूरी सरकार द्वारा दी गई है जो कि पीपीपी मोड पर खोल जाने का प्रस्ताव है जिसकी कार्यवाही भी वर्तमान में कागजो तक ही सीमित है मेडिकल कालेज के लिए जिला प्रशासन द्वारा जो भूमि आरक्षित की गई थी वह अब वन भूमि होने के रूप में निकलकर सामने आई है मेडिकल कालेज खोले जाने को लेकर जिस तरह की स्थिति नजर आ रही है उसके चलते जिले के लोग इस बात को लेकर आशिंकत है कि मेडिकल कालेज भी सालो साल कागजी कार्यवाहियों में ही न सिमट जाये।
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Created On :   9 Dec 2024 6:26 PM IST