Panna News: ग्राम पंचायत सुनहरा में स्वच्छता की अनदेखी, किसानों के खेतों में निस्तार के पानी से फसलें बर्बाद

ग्राम पंचायत सुनहरा में स्वच्छता की अनदेखी, किसानों के खेतों में निस्तार के पानी से फसलें बर्बाद
  • ग्राम पंचायत सुनहरा में स्वच्छता की अनदेखी
  • किसानों के खेतों में निस्तार के पानी से फसलें बर्बाद
  • भगेपुर मजरा में नाली निर्माण न होने से परेशान किसान

Panna News: जनपद पंचायत पन्ना की ग्राम पंचायत सुनहरा के अंतर्गत भगेपुर मजरा के किसानों की समस्याएं दिनोंदिन बढ़ती जा रही हैं। यहां नाली निर्माण न होने के कारण घरों से निकलने वाला निस्तार का पानी सीधे किसानों के खेतों में बह रहा है जिससे फसलें बर्बाद हो रही हैं। इस समस्या को लेकर किसान लंबे समय से परेशान हैं और उन्होंने कई बार ग्राम पंचायत के सरपंच और सचिव से इसकी शिकायत की है। बावजूद इसके अब तक इस दिशा में कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। किसानों का कहना है कि उनकी मेहनत और लागत पानी में बह रही है।

गंदगी और गोबर बना विवाद का कारण

ग्राम पंचायत सुनहरा में स्वच्छता मिशन की भारी अनदेखी हो रही है। कुछ ग्रामीण अपने घरों का कचरा और गोबर अन्य किसानों के खेतों के पास फेंक देते हैं। इससे ना केवल पर्यावरण दूषित हो रहा है बल्कि खेतों की उर्वरता भी प्रभावित हो रही है। ऐसे हालात में विवादों की स्थिति उत्पन्न कर दी है। किसानों का आरोप है कि पंचायत ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। इस गंदगी के कारण कीटाणु फैल रहे हैं जो ग्रामीणों के स्वास्थ्य के लिए भी खतरा बन चुके हैं।

सरकार के स्वच्छता मिशन को लग रहा धक्का

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चलाए गए स्वच्छता मिशन के तहत देशभर में स्वच्छता बनाए रखने के लिए करोड़ों रुपए खर्च किए जा रहे हैं लेकिन ग्राम पंचायत सुनहरा इस मिशन के उद्देश्य को पूरा करने में नाकाम साबित हो रही है। यहां न तो नालियां बनी हैं और न ही स्वच्छता को लेकर लोगों को जागरूक किया गया है। घरों से निकलने वाला गंदा पानी सीधे खेतों में बह रहा है। इससे केवल किसानों को ही नहीं बल्कि पूरे ग्रामीणों को नुकसान हो रहा है।

किसानों की मांगें अनसुनी

भगेपुर मजरा के किसानों ने कई बार ग्राम पंचायत के सरपंच और सचिव से नाली निर्माण की मांग की है। किसानों का कहना है कि उन्होंने पंचायत को लिखित में शिकायत भी दी लेकिन उनकी समस्याओं को अनदेखा किया गया। अब स्थिति इतनी खराब हो गई है कि कई किसानों की पूरी फसल पानी में बर्बाद हो चुकी है। ऐसे में उनके सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। किसानों का कहना है कि पंचायत का यह रवैया उनकी मेहनत पर कुठाराघात जैसा है।

ग्राम पंचायत की उदासीनता पर सवाल

ग्राम पंचायत की उदासीनता ने किसानों और ग्रामीणों को आक्रोशित कर दिया है। पंचायत की इस लापरवाही के कारण न केवल किसान प्रभावित हो रहे हैं बल्कि गांव का समग्र विकास भी रुक गया है। पंचायत को मिले स्वच्छता मिशन के फंड का उपयोग क्यों नहीं किया जा रहा है यह सवाल हर ग्रामीण के मन में है। किसानों ने कहा कि यदि पंचायत ने जल्द ही कोई ठोस कदम नहीं उठायाए तो वह इस समस्या को लेकर जिला प्रशासन और उच्च अधिकारियों के पास जाएंगे।

स्वच्छता की अनदेखी का दुष्परिणाम

ग्राम पंचायत सुनहरा में स्वच्छता की अनदेखी का सीधा असर ग्रामीणों की जीवनशैली और स्वास्थ्य पर पड़ रहा है। खेतों में बहने वाला गंदा पानी न केवल फसलों को खराब कर रहा है बल्कि जल स्रोतों को भी दूषित कर रहा है। इसके परिणामस्वरूप गांव में बीमारियां फैलने का खतरा बढ़ गया है। ग्रामीणों ने बताया कि स्वच्छता मिशन का उद्देश्य केवल दिखावे तक सीमित रह गया है।

समस्या का समाधान जरूरी

भगेपुर मजरा के किसानों और ग्रामीणों की समस्याओं का समाधान प्राथमिकता के आधार पर किया जाना चाहिए। पंचायत को चाहिए कि वह स्वच्छता मिशन के तहत तुरंत नाली निर्माण का कार्य शुरू करें जिससे निस्तार का पानी खेतों में न बहे। साथ ही ग्रामीणों को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया जाए और कचरा व गोबर फेंकने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। गांव के बुजुर्ग किसान का कहना है कि हमने अपने जीवन में पहली बार ऐसी स्थिति देखी है। पहले यहां पानी का सही निकास था लेकिन अब पंचायत की अनदेखी के कारण खेत जलभराव का शिकार हो गए हैं।

प्रशासन से उम्मीदें

ग्रामीणों ने प्रशासन से उम्मीद जताई है कि वह इस मामले को गंभीरता से लेकर किसानों की समस्याओं का समाधान करेगा। जिला प्रशासन को पंचायत पर दबाव डालना चाहिए कि वह नाली निर्माण और स्वच्छता सुनिश्चित करें। यदि समय रहते इस समस्या का समाधान नहीं हुआ तो न केवल किसानों की स्थिति खराब होगी बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर भी इसका बुरा असर पड़ेगा।

ग्रामीणों की एकजुटता बनी सहारा

भगेपुर मजरा के किसान अब इस समस्या को लेकर एकजुट हो रहे हैं। उन्होंने पंचायत पर दबाव बनाने के लिए सामूहिक रूप से आवेदन करने की योजना बनाई है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि उनकी आवाज को अनसुना किया गया तो वह धरना-प्रदर्शन करेंगे और अपनी बात को मजबूती से उच्च अधिकारियों के सामने रखेंगे। ग्राम पंचायत सुनहरा में स्वच्छता की इस अनदेखी ने किसानों और ग्रामीणों के लिए एक बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। समय की मांग है कि पंचायत और प्रशासन इस दिशा में ठोस कदम उठाए और स्वच्छता मिशन को सही मायनों में लागू करें।

इनका कहना है

आपके द्वारा जो सुनहरा ग्राम पंचायत में निस्तार के पानी जाने के कारण किसानोंकी फसल नुकसान होने की जानकारी दी गई है इस संबध में निश्चित तौर पर कार्यवाही की जाएगी।

आंनद शुक्ला, सीईओ जनपद पंचायत पन्ना

Created On :   8 Jan 2025 2:36 PM IST

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