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Panna News: समस्याओं के मकड़जाल में प्राथमिक पाठशाला मोहनपुरवा, विद्यालय भवन क्षतिग्रस्त, मध्यान्ह भोजन के वितरण मेंं समूह की मनमानी
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- समस्याओं के मकडज़ाल में प्राथमिक पाठशाला मोहनपुरवा
- विद्यालय भवन क्षतिग्रस्त, मध्यान्ह भोजन के वितरण मेंं समूह की मनमानी
- नल से जल की व्यवस्था मोटर जलने के बाद ०६ माह से बंद
- पानी के लिए बच्चे परेशान
Panna News: पहाडीखेरा क्षेत्र अंचल अंतर्गत पन्ना विकासखण्ड के जनशिक्षा केन्द्र पहाडीखेरा अंतर्गत ग्राम पंचायत भसूडा के मोहनपुरवा गांव की प्राथमिक पाठशाला मोहनपुरवा समस्याओं के मकडज़ाल में फंसा हुआ है विद्यालय में ज्यादातर आदिवासी गरीब बच्चों का दाखिला है। विद्यालय की समस्याओं से बच्चे नहीं बल्कि शिक्षक भी परेशान है। प्राथमिक शाला का भवन काफी पुराना हो चुका है जिसके कक्षों के फर्श उखड़ गई है और दीवांलें क्षतिग्रस्त हो चुकी है। विद्यालय की एक कक्ष की स्थिति यह हो गई है कि अधिक जर्जर हो जाने की वजह से विद्यालय के गिरने की आशंका है और इसके चलते उस कक्ष में बच्चों को बैठाकर अध्यापन कराना बंद कर दिया गया है। विद्यालय भवन की दीवालें खराब हो चुकी है बरसात के दौरान छत से पानी की भी रिसाव होता है जिससे बच्चों व शिक्षकों को समस्या होती है।
विद्यालय भवन की जर्जर स्थिति के साथ ही बच्चो को समूह द्वारा मध्यान्ह भोजन का वितरण मीनू के अनुसार न करके मनमाने तरीके से किया जा रहा है। गरीब आदिवासी बच्चों को पोषण युक्त मध्यान्ह भोजन नहीं मिलने से बच्चे काफी कमजोर है बताया जाता है कि मध्यान्ह भोजन चलाने वाले समूह को समय-समय पर विद्यालय प्रबंधन द्वारा हिदायत भी दी गई किन्तु उसके बावजूद भी उसके द्वारा मध्यान्ह भोजन की गुणवत्ता में सुधार नही किया जा रहा है। जल जीवन मिशन कार्यक्रम के अंतर्गत विद्यालय में बोर करवाते हुए पानी की मोटर डाली गई थी और उससे सप्लाई की व्यवस्था की गई थी जिसकी सामग्री की गुणवत्ता की पोल कुछ दिन बाद ही खुल गई। बोर में डाली गई पानी की मोटर खराब हो गई है और ०६ माह से पानी की व्यवस्था ठप्प है।
एक किलोमीटर दूर से लाना पडता है पानी
लोक स्वास्थ्य यंत्रिकी विभाग द्वारा जल जीवन मिशन कार्यक्रम के अंतर्गत जिले के स्कूलों में नल से जल की व्यवस्था के लिए करोड़ों रूपए की मिली राशि खर्च की गई है किन्तु जो काम विभाग द्वारा ठेकेेदार से करवाये गए है उनमें सामग्री की गुणवत्ता सही नहीं होने तथा कार्याे की घटिया होने की वजह से जिले में ५० फीसदी से भी अधिक स्कूलों में नल से जल की गई व्यवस्था ठप्प पड हुई है जिसमें प्राथमिक शाला मोहनपुरवा है बोर में जो मोटर डाली गई थी वह गुणवत्ता खराब होने के कारण जल गई और इसके साथ ही विद्यालय में पानी की जो व्यवस्था की गई थी वह ठप्प पडी हुई है। विद्यालय में पानी की व्यवस्था के लिए बच्चो को विद्यालय से करीब एक किलोमीटर दूर लगे हैण्डपम्प से पानी भरकर लाना पड रहा है। जिसके चलते विद्यालय शिक्षक और छात्र दोनो परेशान हो रहे है। विद्यालय प्रबंधन द्वारा इस संबंध में वरिष्ट अधिकरियो को जानकारी दी गई है परंतु कोई नतीजा नही निकला है।
मिड डे मील में ज्यादातर बच्चों को दी जाती है आलू की पतली सब्जी
मध्यान्ह भोजन कार्यक्रम के अंतर्गत सप्ताह के छ: दिनों का दिन के हिसाब से मीनू निर्धारित है और निर्धारित मीनू के अनुसार बच्चों को मध्यान्ह भोजन वितरण किए जाने के कडे आदेश है। शासकीय प्राथमिक शाला मोहनपुरवा में मध्यान्ह भोजन कार्यक्रम के संचालन का कार्य स्थानीय सरस्वती महिला स्व-सहायता समूह को दिया गया है इस समूह को नियंत्रित करने वाली महिला एवं उसके पति द्वारा मध्यान्ह भोजन का संचालन किया जा रहा है जो कि बच्चो के मीनू के हिसाब से मध्यान्ह भोजन प्रदाय न करके मनमाने तरीके से भोजन प्रदाय कर रहे है। जो कि ज्यादातर दिनो में बच्चो को आलू की पानी युक्त पतली सब्जी प्रदाय करते है साथ ही साथ भोजन को भी सही तरीके से पकाया नही जाता। इसके चलते कई बच्चे स्कूलो में मिलने वाला मध्यान्ह भोजन नहीं खा रहे है।
इनका कहना है
मध्यान्ह भोजन समूह संचालक को मध्यान्ह भोजन की गुणवत्ता सही नहीं होने पर कई बार समझाइस दी गई नोटिस भी दिए गए। सीएसी द्वारा भी समझाया गया है परंतु समूह गुणवत्ता में सुधार नहीं कर रहा है। विद्यालय की जर्जर स्थिति तथा पानी की मोटर खराब होने की जानकारी भी उच्चाधिकारियो दी गई है।
सुनील कुमार खरे, प्रधानाचार्य
Created On :   26 Dec 2024 4:05 PM IST