Panna news: नव निर्मित सडक के शोल्डर खोदकर डाली जा रही पाइप लाइन, पीडब्लूडी ने बंद कराया काम, कोतवाली में दी शिकायत

नव निर्मित सडक के शोल्डर खोदकर डाली जा रही पाइप लाइन, पीडब्लूडी ने बंद कराया काम, कोतवाली में दी शिकायत
  • नव निर्मित सडक के शोल्डर खोदकर डाली जा रही पाइप लाइन
  • पीडब्लूडी ने बंद कराया काम, कोतवाली में दी शिकायत
  • जल निगम ने पीडब्लूडी पर लगाए अनुमति नहीं देने के आरोप

Panna news: जिले में एक ओर करोडों रूपये खर्च कर सडकों का निर्माण कराया जा रहा है वहीं पेयजल आपूर्ति के लिए पाइप लाइन बिछाने का काम भी उसी गति से हो रहा है। कहने को दोनों विकास कार्य हैं लेकिन दोनों कार्यों को बिना समन्वय से किया जा रहा है जिसके चलते करोडों की लागत से बनाई जा रही नई सडकें खराब हो रहीं हैं वहीं पेयजल आपूर्ति के लिए डाली जा रही लाइनोंं के काम भी प्रभावित हो रहे हैं। आज दोपहर लोक निर्माण विभाग के उपयंत्री अनुपम शुक्ला ने करीब 82 करोड की लागत से नव निर्मित पन्ना-पहाडीखेरा मार्ग का भ्रमण किया। इस दौरान उन्हें सडक पर पाइप लाइन के लिए नाली खुदी दिखाई दी। बताया जाता है कि यहां जल निगम द्वारा खुदाई के लिए लोक निर्माण विभाग से न तो कोई अनुमति प्राप्त की गई और न ही विभाग को जानकारी दी। इतना ही नहीं सडक के डामरीकरण से लगाकर रोड शोल्डर पर ही नाली खोद दी गई। जिसके चलते पूरी सडक की क्षतिग्रस्त हो जायेगी। मनमाने ढंग से हो रहे खुदाई कार्य पर उपयंत्री ने तत्काल रोक लगाई और पुलिस को इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि ठेकेदार द्वारा मनमाने ढंग से सडक के डामर व शोल्डर को खोदा गया है।

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यह शासकीय सम्पत्ति की क्षति का मामला है। इस पर सख्त कार्यवाही की जानी चाहिए। अनुपम शुक्ला ने इस मामले की जानकारी कार्यपालन यंत्री को दी। जिसके बाद कार्यपालन यंत्री ने कोतवाली थाना प्रभारी को पत्र लिखकर मामले पर वैधानिक कार्यवाही की मांग विभागीय स्तर पर की। कार्यपालन यंत्री ने पत्र में लेख किया कि किन्हीं अज्ञात लोगों द्वारा 1 किलोमीटर डामरीकृत सडक को क्षतिग्रस्त किया है। ऐसे में आवश्यक कार्यवाही करने का कष्ट करें। हालाकि पुलिस ने इस मामले में अभी कोई एफआईआर दर्ज नहीं की है लेकिन मामले को लेकर लोक निर्माण विभाग बेहद गंभीर है। अधिकारियों का कहना है कि अभी सडक का निर्माण कार्य पूर्ण हुआ है और इस तरह से सडक को क्षति पहुंचाना सही नहीं है।

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जल निगम को भेजा था 70 लाख की क्षतिपूर्ति का नोटिस

गौरतलब है कि यह पहला मामला नहीं है। पूर्व में भी कई सडकों को लेकर सवाल उठते रहे हैं। अभी हाल में लोक निर्माण विभाग के एसडीओ अजय मिश्रा ने जानकारी देते हुए बताया कि उन्होंने जल निगम को कई बार नोटिस भेजे हैं। जल निगम द्वारा लगातार सडकों को खराब किया जा रहा है। कटकहा-खिरवा-तुन्ना मार्ग पर 3.7 किलोमीटर एवं सारंगपुर-अहिरगवां मार्ग पर 664 मीटर सडक को खराब किया गया था। जिस पर जल निगम को दिनांक ०३ अक्टूबर २०२४ को 6948842 रूपये की क्षतिपूर्ति का नोटिस दिया है। पीडब्लूडी द्वारा क्षतिपूर्ति हेतु कई पत्र लिखे गए लेकिन एक भी जवाब प्राप्त नहीं हुआ। वहीं जल निगम के महाप्रबंधक का कहना है कि हमने कई बार लोक निर्माण विभाग को पत्र लिखकर पाइप लाइन डालने के लिए अनुमति मांगी है लेकिन उनके द्वारा आज तक अनुमति प्राप्त नहीं हुई। उनका तो यहां तक कहना है कि लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों द्वारा उनके पत्र का जवाब तक नहीं दिया गया। गौरतलब है कि पाइप लाइन बिछाने के लिए संबंध सडक निर्माण विभाग से अनुमति प्राप्त की जाती है जिसके लिए ठेकेदार फर्म द्वारा सुरक्षा निधि भी जमा कराई जाती है। बताया जाता है कि जल निगम ने ठेकेदार फर्म से तो सुरक्षा निधि के करोडों रूपये जमा करा लिए हैं लेकिन आज तक संबंधित विभागों में राशि जमा नहीं हुई। दो विभागों के इस विवाद के बीच शासन को खासी क्षति हो रही है आखिर इसकी जिम्मेदारी कौन लगे।

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इनका कहना है

हम लगातार अनुमति प्राप्त करने का प्रयास कर रहे हैं कई बार लोक निर्माण विभाग को पत्र लिखा है लेकिन हमें अनुमति नहीं मिली। हम विकास कार्य कर रहे हैं। जिला प्रशासन द्वारा भी मीटिंग के दौरान सभी विभाग को सहयोग के लिए कहा गया है। हमें खुदाई के बाद टेस्टिंग करनी होती है टेस्टिंग के बाद क्षतिग्रस्त सडक की मरम्मत करा दी जायेगी।

शिवम सिन्हा, महाप्रबंधक जल निगम पन्ना

Created On :   13 Dec 2024 5:21 PM IST

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