Panna News: स्वसहायता समूह द्वारा संचालित धान खरीदी केन्द्र में मिली अनियमितता, गुनौर एसडीएम ने जारी किया कारण बताओ नोटिस

स्वसहायता समूह द्वारा संचालित धान खरीदी केन्द्र में मिली अनियमितता, गुनौर एसडीएम ने जारी किया कारण बताओ नोटिस
  • स्वसहायता समूह द्वारा संचालित धान खरीदी केन्द्र में मिली अनियमितता
  • गुनौर एसडीएम ने जारी किया कारण बताओ नोटिस

Panna News: अनुविभागीय अधिकारी राजस्व गुनौर ने द्रोपती स्वसहायता समूह इटवां द्वारा संचालित धान खरीदी केन्द्र क्रमांक एक तारा झरकुआ तहसील अमानगंज में अनियमितता पाए जाने पर खरीदी केन्द्र प्रभारी सहित समूह अध्यक्ष एवं सचिव को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। साथ ही दस्तावेजी साक्ष्य सहित ०9 जनवरी को कार्यालय में समक्ष में उपस्थित होकर जवाब प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं। जवाब समाधानकारक न होने अथवा प्रस्तुत न करने की स्थिति में एकपक्षीय कार्यवाही कर समूह को आवंटित उपार्जन केन्द्र निरस्त करने का प्रस्ताव जिला कलेक्टर को भेजा जाएगा। साथ ही भविष्य में उपार्जन कार्य के लिए ब्लैक लिस्ट करने की कार्यवाही तथा अभियोजन एवं अन्य युक्तियुक्त कार्यवाही भी की जाएगी। उल्लेखनीय है कि गत ०5 जनवरी को कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी द्वारा नर्मदा वेयरहाउस अमानगंज में उपार्जित धान की जांच कर विभिन्न अनियमितताओं के बारे में अवगत कराया गया है।

प्रस्तुत प्रतिवेदन में उल्लेख किया गया है कि उपार्जित धान की प्रत्येक बोरियों में लाल रंग से निर्धारित प्रारूप एवं साइज में संस्था की स्टेंसिल नहीं लगाई जा रही है। इसके अलावा किसान के बोरे पर केन्द्र कोड एवं वर्ष सहित केन्द्र का नाम तथा किसान पंजीयन क्रमांक की प्लास्टिक स्लिप भी धागे से आधी अंदर व आधी बाहर सिलाई कर नहीं लगाई जा रही है जिससे किसान की पहचान और कृषक स्कंध भण्डारण में दिक्कतों का सामना करना पड रहा है। साथ ही यह भी अवगत कराया गया है कि किसानों से उपार्जित धान की बोरियों में लाल रंग के धागे से डबल के स्थान पर सिंगल सिलाई करने से स्कंध सुरक्षा भी प्रभावित हो रही है जबकि उपार्जन एजेंसी द्वारा धान उपार्जन के लिए निर्धारित वजन के नवीन एवं पुराने जूट बारदाने उपलब्ध कराए गए हैं। समूह द्वारा संचालित खरीदी केन्द्र में मार्कफेड एजेंसी द्वारा प्राय: सरसों के उपार्जन में प्रयोग होने वाले जूट के बारदानों में धान भरकर बोरियों को सीधे सिलकर भण्डारण के लिए भेजा गया है। यह शासन द्वारा धान उपार्जन के लिए निर्धारित मानक प्रक्रिया के विपरीत है। इससे यह भी प्रथम दृष्टया प्रमाणित हुआ है कि व्यापारियों एवं बिचौलिया का धान उपार्जन केन्द्र परिसर से बाहर से ही किसान के नाम पर विक्रय करने का अनुचित प्रयास किया जा रहा है।

Created On :   9 Jan 2025 10:56 AM IST

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