Panna News: गर्मियों में आग को रोकने के लिए दक्षिण वनमण्डल में चल रहा फायर लाईन कार्य

गर्मियों में आग को रोकने के लिए दक्षिण वनमण्डल में चल रहा फायर लाईन कार्य
  • विगत कुछ माह से दक्षिण वनमण्डल पन्ना के समस्त परिक्षेत्रों में फायर.लाइन
  • गर्मियों में आग को रोकने के लिए दक्षिण वनमण्डल में चल रहा फायर लाईन कार्य

Panna News: विगत कुछ माह से दक्षिण वनमण्डल पन्ना के समस्त परिक्षेत्रों में फायर.लाइन अग्निरोधी रेखा निर्माण कार्य चल रहा है। फायर लाइन बनाने के लिए लंबी पट्टियों में सूखी झाडियां व घास काटकर और गिरे हुए सूखे पत्ते एकत्रित करके उनको जलाया जा रहा है। माना जा रहा है कि इससे भविष्य में लगने वाली भीषण आग को फैलने से रोक जा सकेगा। वनमण्डल स्तर पर फायरलाइन निर्माण के लिए विगत ०3 वर्षों के फायर अलट्र्स के डेटा विश्लेषण किया गया था। जिन वन क्षेत्रों में अत्यधिक वन अग्नि अलट्र्स आए थे वहां फायरलाइन पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। कुछ दिनों पहले छतरपुर वन वृत्त के मुख्य वन संरक्षक नरेश यादव और दक्षिण वनमण्डलाधिकारी ने भी फायरलाइन कार्यों का निरीक्षण किया था। शाहनगर वन परिक्षेत्र अधिकारी आनंद शिवहरे, मोहन्द्रा वनपरिक्षेत्र अधिकारी अभय दुबे, कल्दा सलेहा वन परिक्षेत्र अधिकारी परिवेश भदौरिया, रैपुरा वनपरिक्षेत्र अधिकारी राजित द्विवेदी, पवई वन परिक्षेत्र अधिकारी नीतेश पटेल, काष्ठागार अधिकारी राजेंद्र अरजरिया और उनके अधीनस्थ समस्त वन अमला भी इस कार्य को लेकर सजग है।

वनक्षेत्र में कहां बनाई जाती है अग्निरोधी रेखा

वन विभाग के अधिकारियों द्वारा फायर लाईन बनाने के संबध में बताया गया कि अग्निरोधी रेखा मुख्य रूप से वनखण्डों की सीमा रेखा, सडकों एवं अन्य मार्गोँ के दोनों ओर, पौधारोपण क्षेत्रों के घेराव में, वनमण्डल एवं जिला की सीमा पर पर बनाई जाती है। दरअसरल फायर लाईन बनाना एक वैज्ञानिक रणनीति होती है जो ईंधन नियंत्रण पर आधारित है। इसका मुख्य उद्देश्य आग को नियंत्रित करना और उसके फैलाव को रोकना है। फायर लाइन बनाकर ईंधन को नष्ट करके हटा दिया जाता है जिससे भविष्य की भीषण अग्नि आगे नहीं फैल पाती। साथ ही फायर लाइन बनाकर ऊष्मा स्थानांतरण की प्रक्रियाओं को बाधित किया जाता है जिससे भविष्य में आग भी नियंत्रित रहती है।

Created On :   16 Feb 2025 11:21 AM IST

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