Panna News: आजादी के ७८ वर्षों बाद भी पन्ना विधानसभा के आधा सैकडा गांव व मजरा सड़क विहीन

आजादी के ७८ वर्षों बाद भी पन्ना विधानसभा के आधा सैकडा गांव व मजरा सड़क विहीन
  • आजादी के ७८ वर्षों बाद भी पन्ना विधानसभा के आधा सैकडा गांव व मजरा सडक विहीन
  • वरिष्ठ कांग्रेस नेता व पूर्व विधानसभा प्रत्याशी भरत मिलन ने उठाया मामला
  • प्रधानमंत्री ग्रामीण सडक़ योजना फेस-4 के सर्वे में शामिल करने की मांग

Panna News: मध्य प्रदेश के सबसे पिछड़े जिलों में गिने जाने वाले पन्ना जिले के पन्ना विधानसभा में आजादी के 78 सालों बाद भी आधा सैकड़ा से अधिक गांव एवं मजरा टोला सडक़ विहीन हैं। वरिष्ठ कांग्रेसी नेता, अजयगढ़ के पूर्व जनपद अध्यक्ष एवं पन्ना विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी भरत मिलन पाण्डेय ने इस संबंध में प्रधानमंत्री ग्रामीण सडक़ योजना इकाई-1 और 2 के महाप्रबंधक एवं प्रधानमंत्री सडक़ योजना मध्य प्रदेश भोपाल के सीईओ को पत्र लिखकर उक्त समस्त गांव एवं मजरा टोला प्रधानमंत्री ग्रामीण सडक़ योजना अंतर्गत फेस-4 के सर्वे में शामिल करवाकर सडक़ों से जोडऩे की मांग उठाई है जिससे यहां के ग्रामीणों का आवागमन सुगम हो सके। श्री पाण्डेय ने बताया कि मध्य प्रदेश में लगभग 22 सालों से भाजपा की सरकार है।

पन्ना में लंबे समय से भाजपा के ही सांसद, विधायक व मंत्री रहे हैं इसके बावजूद पन्ना विधानसभा के आधा सैकड़ा से अधिक गांव आजादी के 78 सालों बाद भी सडक़ विहीन हैं। यहां तक की कुछ नगरीय क्षेत्रों की बस्तियां भी सडक़ विहीन हैं जो कि दुर्भाग्य की बात है। बारिश के दिनों में इन ग्रामों के लोगों का आवागमन लगभग पूरी तरह से बंद हो जाता है। बीमार व्यक्ति या गर्भवती महिला को अस्पताल पहुंचाने के लिए 108 एम्बुलेंस या जननी एक्सप्रेस तक पहुंचना भी मुश्किल होता है। आपातकाल के समय में डायल १०० जैसे इमरजेंसी वाहन भी नहीं पहुंच पाते ऐसे में यहां के लोगों को अनेकों कठिनाइयों से जूझना पड़ता है। श्री पाण्डेय ने आगे बताया कि क्षेत्र भ्रमण के दौरान उन्हें उक्त समस्त ग्रामों की समस्याओं की जानकारी प्राप्त हुई है इसलिए उन्होंने इन ग्रामों को सडक़ों से जोडऩे की मांग उठाई है। यदि इन ग्रामों को फेस-4 के सर्वे में प्रधानमंत्री ग्रामीण सडक़ योजना से नहीं जोड़ा गया तो वह हाईकोर्ट की शरण लेने को बाध्य होंगे।

यह ग्राम आज भी सडक विहीन

श्री पाण्डेय के द्वारा पन्ना विधानसभा में अजयगढ़ विकासखंड के लगभग 34 और पन्ना विकासखंड के लगभग 24 गांव व मजरा टोला सडक़ विहीन बताए गए हैं। जिनमें अजयगढ़ विकासखंड के बतासा, मौहारी, रानीपुर, खड्डनपुरवा, तरिया घाट, गड़ैल्या पुरवा, महुआ टोला, मढ़लिया, नयापुरवा, चांदीपाठी, भानपुर, चंद्रनगर, बबेरू, गुछारा, इटवां, गुठला, कठगांय, कोरियन पुरवा, मझगवां, नई दुनिया, टपरियन, जचैनिहा, चौका, कारी का पुरवा, केवट पुरवा, रामपुर, झाऊ का पुरवा, ककरहा, प्रजापति का पुरवा, लच्छा पुरवा, गंगेपुरवा, गाड़ापुर, रमजूपुर, चौकिनपुर, शंकरगढ़, बिरतयान, पैकनपुर व रिछाही सहित कई अन्य शामिल हैं। इसी प्रकार पन्ना विकासखंड के सडक़ विहीन गांव एवं मजरा टोला में हरसा, बगौहा, पिपरी, बड़ौर, दरेरा, मनौर, पाठकन टोला सुकवाहा, शंकरपुरा, कोटा गुंजापुर, टपरियन, लहुरहाई, बाबूपुर, पल्थरा, गुढ़ा, झंडा, जमुनहाई खुर्द, झाला, मनगहा, नहरी, ललार, मड़ैयन, ककरहाई, कटहरी, बिल्हटा एवं मझौली सहित 24 से अधिक गांव एवं मजरा टोला बताए गए हैं। हालांकि आधा दर्जन गांव विस्थापन की सूची में भी बताए गए हैं। इसके अलावा पन्ना नगर के हीरापुर टपरियन, चीमट व चांदमारी सहित लगभग आधा दर्जन से अधिक बस्तियों में भी अभी तक सडक़ नहीं बन सकी।

Created On :   1 March 2025 11:44 AM IST

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