Panna News: महाविद्यालय में बाल विवाह के दुष्प्रभाव एवं बाल अधिकार पर व्याख्यान आयोजित

महाविद्यालय में बाल विवाह के दुष्प्रभाव एवं बाल अधिकार पर व्याख्यान आयोजित
  • छत्रशाल शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय पन्ना
  • महाविद्यालय में बाल विवाह के दुष्प्रभाव एवं बाल अधिकार पर व्याख्यान आयोजित

Panna News: छत्रशाल शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय पन्ना के प्राचार्य एवं संरक्षक डॉ. एस.पी.एस. परमार एवं प्रभारी प्राचार्य डॉ. जे.के. वर्मा, प्रशसानिक अधिकारी डॉ. पी.पी. मिश्रा के मार्गदर्शन में महाविद्यालय के कला भवन में बाल विवाह के दुष्प्रभाव एवं बाल अधिकार विषय पर व्याख्यान का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि एडवोकेट श्रीमती आशा खरे एवं आंतरिक परिवार समिति की सदस्य रहीं। सभी उपस्थित अतिथियों द्वारा मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण व दीप प्रज्जवलित कर सरस्वती वंदना की प्रस्तुति अनुश्री शुक्ला द्वारा दी गई। विषय प्रस्तावना रखते हुए रसायन विभाग की विभागाध्यक्ष एवं आंतरिक परिवार समिति की अध्यक्ष डॉ. मनोरमा गुप्ता ने शारदा एक्ट 1929 के अंतर्गत बालिकाओं की उम्र 1 वर्ष एवं लडक़ों की उम्र 18 वर्ष तथा इसमें संशोधन होने के बाद पारित अधिनियम 2006 के बारे में प्रकाश डाला तथा आदिकाल से बाल विवाह की परंपरा के बारे में समझाया।

प्रभारी प्राचार्य डॉ. जे.के. वर्मा द्वारा बताया गया की बाल विवाह अधिनियम की आवश्यकता क्यों पड़ी और इस पर शासन ने किस तरह से कार्य किया। डॉ. पी.पी. मिश्रा ने अपने विचार रखते हुए बताया गया कि आज के युवाओं को शिक्षा के क्षेत्र में जागरूक होने की आवश्यकता है। बाल विवाह की ब्रांड एंबेसडर बीए सेकंड ईयर की छात्रा अर्चना यादव एवं बी.काम. रिटेल ऑपरेशन फस्र्ट ईयर की छात्रा मेघा रैकवार द्वारा भी अपने विचार रखे गए। अर्चना यादव ने बताया कि लड़कियों को स्वयं से जागरूक होना पड़ेगा तभी हमारा समाज नई दिशा की ओर जा पाएगा। मेघा रैकवार द्वारा बताया की बालक-बालिकाएं जब शिक्षित होंगे तभी बाल अपराधों में रोक लग पाएगी। इसके साथ ही चाहना राजगोंड, सत्यम बागरी, सौम्या तिवारी, फिजा बानो ने भी इस विषय पर अपने विचार रखे। छात्रा अनुश्री शुक्ला और मुकेश अनुरागी द्वारा बाल विवाह पर सुंदर गीत प्रस्तुत किया गया जिससे माहौल अत्यंत भावुक हो गया। बहुत से विद्यार्थीयों ने संबंधित विषय पर स्लोगन एवं पोस्टर बनाकर कार्यशाला में भाग लिया जिसका उद्देश्य बाल विवाह के विरोध में सभी को जागरूक करना था। कार्यक्रम में डॉ. राममोहन तिवारी, डॉ. सचिन गोयल डॉ. बी.एन. जायसवाल, डॉ. निशांत खरे एवं पूरे महाविद्यालय परिवार के साथ बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। आभार प्रदर्शन डॉ. अनुराधा चौरसिया द्वारा किया गया। कार्यक्रम का सफल संचालन डॉ. पीयूषा शर्मा द्वारा किया गया।

Created On :   13 Feb 2025 12:10 PM IST

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