गुणवत्तापूर्ण विद्युत प्रदाय एवं उपभोक्ता संतुष्टि विभाग की पहली प्राथमिकता: प्रबंध संचालक

गुणवत्तापूर्ण विद्युत प्रदाय एवं उपभोक्ता संतुष्टि विभाग की पहली प्राथमिकता: प्रबंध संचालक

डिजिटल डेस्क, पन्ना। मध्य प्रदेश पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध संचालक अनय द्विवेदी आईएएस द्वारा बुधवार को मुख्य अभियंता सागर के.एल. वर्मा की उपस्थिति में पन्ना में एक दिवसीय प्रवास के दौरान विद्युत विभाग के समस्त कनिष्ठ अभियंता, सहायक अभियंता, कार्यपालन अभियंता एवं अधीक्षण अभियंता की समीक्षा बैठक ली गई। जिसमें मुख्यता गुणवत्तापूर्ण विद्युत प्रदाय करने एवं उपभोक्ता की संतुष्टि के निर्देश दिए गए। उनके द्वारा सभी कार्यपालन अभियंताओं को निर्देशित किया गया कि अपने संभाग के अंतर्गत सभी फीडरों में आने वाली सभी ट्रिपिंग की सुक्षमता से अध्ययन करें एवं ट्रिपिंग के कारणों का पता करें और उसका निराकरण समय पर करें। ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में २३ घण्टे से कम बिजली की सप्लाई नहीं होनी चाहिए।

यदि किसी कारण से किसी भी अधिकारी-कर्मचारी की लापरवाही मिलती है तो उनके विरूद्ध अनुशसात्मक कार्यवाही सुनिश्चित करें। बैठक के दौरान निर्देशित किया गया कि किसी भी फीडर में यदि आधे घण्टे से ज्यादा देर बिजली बंद रहती है तो उसका भी कारण का पता लगाए और आवश्यक सुधार करें। उक्त संबध में अधीक्षण अभियंता शरद श्रीवास्तव द्वारा जानकारी दी गई कि पन्ना जिले में २६ विद्युत उपकेन्द्रों में वार्षिक कार्य योजना अंतर्गत मेंटीनेंस कार्य किया जाना था जिसमें १९ उपकेन्द्रों में मेंटीनेंस का कार्य किया जा चुका है एवं शेष उपकेन्द्रों का मेंटीनेंस कार्य प्रगति पर है जो आगामी १५ दिवस में पूर्ण कर लिया जायेगा। उन्होंने सीएम हेल्पलाईन एवं काल सेंटर १९१२ में प्राप्त शिकायतों की समीक्षा करते हुए निर्देशित किया कि उपभोक्ताओं की संतुष्टि का प्रतिशत शत-प्रतिशत रहे और समय सीमा में शिकायतों का निराकरण सुनिश्चित करें। आगामी रबी सीजन को देखते हुए जिले में ट्रांसफारमर फेलियर दर एवं उपलब्धता की समीक्षा की गई और निर्देशित किया गया कि फेलियर दर को कम करें साथ ही समय सीमा में जले व खराब ट्रांसफारमर को बदला जावे। राजस्व संग्रहण की समीक्षा करते हुए निर्देशित किया गया कि कंपनी द्वारा प्रदत्त राजस्व लक्ष्य की शत प्रतिशत प्राप्ति करें। साथ ही बिल भुगतान हेतु उपभोक्ताओं की संख्या के प्रदत्त लक्ष्य की प्राप्ति न होने पर कंपनी प्रबंधन द्वारा अनुशसनात्मक कार्यवाही की जावेगी। इसके अतिरिक्त उनके द्वारा घोस्ट उपभोक्ताओं को कनेक्शन जारी करने हेतु सभी वितरण केन्द्र प्रभारी को निर्देशित किया गया।

आर.डी.एस.एस. की हुई समीक्षा

बैठक में आर.डी.एस.एस. के कार्यों की समीक्षा के दौरान उन्होंने ट्रांसफारमरों की क्षमता वृद्धि की जानकारी ली। अधीक्षण अभिंता पन्ना श्री श्रीवास्तव द्वारा बताया गया कि आर.डी.एस.एस. योजना के अंतर्गत जिले में लगभग १५८ करोड के कार्य होने हैं, जिसमें मुख्यत: ४ नग ३३/११ केव्ही उपकेन्द्र निर्माण, १३ नग कैपेसिटर बैंक की स्थापना, ११ नग अतिरिक्त पावर ट्रांसफारमर, ८ नग पावर ट्रांसफारमर की क्षमता वृद्धि, १३० किमी ३३ केव्ही लाइन कार निर्माण, ३३ नग फीडर के सेपरेशन का कार्य होना प्रस्तावित है।

Created On :   23 Jun 2023 2:29 PM IST

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