पन्ना: फायलेरिया उन्मूलन हेतु एमडीए की जिला स्तरीय बैठक आयोजित

फायलेरिया उन्मूलन हेतु एमडीए की जिला स्तरीय बैठक आयोजित

डिजिटल डेस्क, पन्ना। फायलेरिया उन्मूलन हेतु आज ०१ जनवरी २०२४ को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में पन्ना जिले में सामूहिक दवा सेवन एमडीए के आयोजन हेतु जिला स्तरीय समन्वय समिति की बैठक का आयोजन किया गया प्रभारी कलेक्टर की अध्यक्षता में किया गया। जिसमें मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. व्ही.एस. उपाध्याय सहित विभिन्न जिला स्तरीय अधिकारी शामिल हुए। जिला मलेरिया अधिकारी अरूणेन्द्र प्रताप सिंह के द्वारा एमडीए गतिविधियों के संचालन के संबध में प्रेजेन्टेशन के माध्यम से विस्तृत जानकारी दी गई। जिसमें बताया गया कि एमडीएम अभियान अंतर्गत दो वर्ष के ऊपर की समस्त जनसंख्या को डीईसी, एल्बेन्डाजोल एवं आइवरमेक्टिन की गोलियों का सेवन करवाया जायेगा। बैठक में कलेक्टर द्वारा उपस्थित अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि आवश्यकतानुसार समस्त विभाग प्रमुख एमडीए कार्यक्रम में आवश्यक सहयोग प्रदान करें। जिला शिक्षा अधिकारी एवं जिला शिक्षा केन्द्र समन्वयक को स्कूलों की सूची एवं स्कूलों में दर्ज छात्र-छात्राओं की जानकारी उपलब्ध करवाने हेतु निर्देश दिए गए।

परियोजना अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग की आंगनबाडी कार्यकर्ताओं को दवा सेवक के रूप में कार्य करने हेतु एवं प्रशिक्षण में उपस्थित रहने हेतु निर्देशित किया गया। प्राचार्य छत्रशाल महाविद्यालय पन्ना को एनसीसी, एनएसएस छात्रों को दवा सेवक के रूप में कार्य करने हेतु निर्देशित करने के निर्देश दिए गए। सीएमएचओ द्वारा बताया गया कि जिले में १० फरवरी २०२४ से २३ फरवरी २०२४ तक सामूहिक दवा सेवन कार्यक्रम आयोजित होगा। जिसमें दिनांक १०, १२ एवं १३ फरवरी २०२४ को स्कूल, महाविद्यालय व कार्यालय में बूथ बनाकर फाईलेरिया रोधी दवा का सेवन दवा सेवक अपने समक्ष करायेंगे। छूटे हुए लोगों को यही स्वास्थ्य कार्यकर्ता दिनांक २० से २३ फरवरी २०२४ तक दवा सेवन करायेंगे। जिला मलेरिया अधिकारी द्वारा बताया गया कि पन्ना जिले में रहने वाले एवं यहां आने वाले प्रत्येक व्यक्ति को साल में एक बार यह दवा का सेवन अवश्य करना जरूरी है। क्योंकि फायलेरिया संक्रमित व्यक्ति में एक बार लक्षण उत्पन्न होने के बाद इसका कोई भी उपचार नहीं है। दवा सेवन से शरीर के अंदर आये हुए फाइलेरिया के परजीवी कृमि को रक्त में ही समाप्त कर हांथी पांव से बचाती है। इसके अतिरिक्त इस दवा के द्वारा बच्चों के पेट में पाये जाने वाले कृमि भी नष्ट होते हैं, जिससे कुपोषण से बचाव होता है।

Created On :   2 Jan 2024 11:50 AM IST

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