- Home
- /
- राज्य
- /
- मध्य प्रदेश
- /
- पन्ना
- /
- अवैध निर्माण पर चला प्रशासन का...
पन्ना: अवैध निर्माण पर चला प्रशासन का बुल्डोजर, दस लोगों के अतिक्रमण हटाये गए, विवाद पर पहुंची पुलिस
- अवैध निर्माण पर चला प्रशासन का बुल्डोजर
- दस लोगों के अतिक्रमण हटाये गए, विवाद पर पहुंची पुलिस
डिजिटल डेस्क, पन्ना। पन्ना शहर में शामिल हुए जनकपुर वार्ड क्रमांक २८ स्थित मुख्य सडक मार्ग गांधी ग्राम में शासकीय भूमि में किए गए अतिक्रमण पर प्रशासन द्वारा आज मंगलवार को कार्यवाही करते हुए दस अवैध निर्माण कार्यों पर बुल्डोजर चलाया गया तथा अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही की गई। प्रशासन के दस्ते द्वारा जब अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही शुरू की गई तो प्रशसानिक दस्ते और लोगों के बीच विवाद की स्थिति निर्मित हो गई जिसके बाद मौके पर पुलिस बल और अधिकारी पहुंच गए तथा लोगों को समझाया गया और इसके बाद अधिकारियों की मौजूदगी में शसाकीय भूमि से अतिक्रमण हटवाने की कार्यवाही की गई। जानकारी के अनुसार पन्ना नगर के वार्ड नंबर २८ जनकपुर से गांधी ग्राम मैन रोड के किनारे लोग अवैध रूप से मकान निर्माण करवा रहे थे कुछ लोगों द्वारा बेशकीमती जमीन पर पिलर खडे कर लिए गए थे जिसकी शिकायत तहसीलदार पन्ना अखिलेश प्रजापति के पास पहुंची जिस पर उनके द्वारा नोटिस जारी किया गया था। इसके बावजूद लोगों द्वारा निर्माण कार्य किया जा रहा था जिस पर दोपहर को तहसीलदार पन्ना के नेतृत्व में राजस्व और पुलिस टीम मौके पर पहुंची और अतिक्रमण हटज्ञ्क्रे की कार्यवाही की गई। बुल्डोजर चलवाकर दस निर्माण कार्यों को हटवाया गया है।
यह भी पढ़े -आकाशीय बिजली की चपेट में आईं २७ नग बकरियों की मौत, पन्ना विकासखण्ड की ग्राम पंचायत मुटवा के बसई हार की घटना
इन लोगों ने किया था अवैध कब्जा
अतिक्रमणकारियों में प्रवीण अहिरवार पिता राममिलन अहिरवार निवासी जनकपुर, मंगलदीन कुशवाहा पिता भैयालाल कुशवाहा निवासी रामबाग, गोविन्द नामदेव पिता रामसजीवन नामदेव निवासी जनकपुर, जरकिन बहेलिया पिता पहाड सिंह, शहर सिंह बहेलिया पिता पहाड सिंह, बाटल बहेलिया पिता हल्के बहेलिया, टटु बहेलिया पिता जूनियर बहेलिया निवासी गांधीग्राम, रामरती गौड पिता लालजी गौड निवासी जनकपुर, विनोद गौड पिता रामलाल गौड तथा लखनलाल केवट पिता बुलन केवट द्वारा अतिक्रमण किया गया था जिनका अवैध अतिक्रमण हटाया गया है।
यह भी पढ़े -प्राईवेट क्लीनिक बनाकर प्रैक्टिस कर रहे शासकीय चिकित्सकों पर कार्यवाही की मांग
Created On :   15 May 2024 6:30 PM IST