खाली पेट दिनभर ठंड में ठिठुरती रही महिलाएं, शाम छह बजे पहुंचे सर्जन

Women kept chilling in the cold on an empty stomach, the surgeon arrived at six oclock in the evening
खाली पेट दिनभर ठंड में ठिठुरती रही महिलाएं, शाम छह बजे पहुंचे सर्जन
 छिंदवाड़ा खाली पेट दिनभर ठंड में ठिठुरती रही महिलाएं, शाम छह बजे पहुंचे सर्जन

डिजिटल डेस्क  छिंदवाड़ा जिला अस्पताल के गेट नम्बर चार में पिंडरईकला स्वास्थ्य केन्द्र द्वारा बुधवार को आयोजित नसबंदी शिविर में दूरस्थ ग्रामीणअंचलों से आई हितग्राही महिलाएं ठंड में ठिठुरती रही। बुधवार सुबह से खाली पेट महिलाएं मासूम बच्चों को गोद में लेकर सर्जन का इंतजार करती रही। परेशान महिलाएं और उनके परिजनों के ठहरने के लिए कोई व्यवस्था नहीं थी। सुबह आठ बजे से शिविर में आई महिलाओं का शाम छह बजे के बाद ऑपरेशन शुरू हो पाया।बताया जा रहा है कि बुधवार को नसबंदी शिविर में दूरस्थ ग्रामीणअंचलों से ४६ और शहरी क्षेत्र की १२ महिलाएं नसबंदी कराने पहुंची थी। सुबह लगभग आठ बजे से ऑपरेशन कराने खाली पेट महिलाएं शिविर में पहुंच गई थी, लेकिन सर्जन समय पर नहीं पहुंचे। दोपहर दो बजे से शुरू होने वाले ऑपरेशन शाम लगभग छह बजे से शुरू हुए, जो देर रात तक चले।
दादी-नानी की गोद में बिलखते रहे मासूम-
बुधवार को सर्द हवाओं की वजह से ठंड चरम पर थी। शिविर में नसबंदी कराने आई महिलाएं अपने नवजात बच्चों के साथ जिला अस्पताल पहुंची थी। ऑपरेशन में हुई लेटलतीफी की वजह से देर शाम ऑपरेशन शुरू हो पाए। इस दौरान दादी और नानी या परिवार के अन्य सदस्यों की गोद में मासूम बच्चे बिलखते रहे।
ठंड से बचाव के लिए नहीं की व्यवस्था-
स्वास्थ्य विभाग द्वारा नसबंदी शिविर में आई महिला हितग्राही और परिजनों को ठंड से राहत दिलाने कोई व्यवस्था नहीं की गई थी। परिजनों का कहना था कि सर्जरी में देरी होने की स्थिति में प्रबंधन अलाव की व्यवस्था करा सकता था।
परेशान होते रहे परिजन...
- बुधवार सुबह १०.३० बजे बहू को लेकर शिविर में पहुंचे उभेगांव के धनिराम वानखेड़े ने बताया कि शिविर में अव्यवस्थाओं की वजह से सभी परेशान है। ठंड की वजह से छोटे बच्चों के साथ शिविर में आई महिला हितग्राही परेशान हो रही है।
- धगडिय़ा से बहू के साथ आई रूकमणि ने बताया कि सुबह से बच्चे भूख प्यास से परेशान है। ठंड से बचाव के लिए कोई बेहतर व्यवस्था नहीं है। जिसकी वजह से काफी परेशानी हो रही है। रात में गांव लौटने के लिए भी दिक्कतें झेलनी पड़ेगी।
क्या कहते हैं अधिकारी-
जिला मुख्यालय में एलटीटी सर्जन न होने से दिक्कत आ रही है। शिविर के लिए डब्ल्यूसीएल हॉस्पिटल बडक़ुही के सर्जन बुलाकर व्यवस्था बनाई जा रही है। बुधवार को सर्जन समय पर नहीं आ पाए थे। इस वजह से थोड़ी दिक्कतें आई थी, बाद में व्यवस्था बना ली गई थी।
- डॉ.जीसी चौरसिया, सीएमएचओ

Created On :   13 Jan 2022 3:27 PM IST

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