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क्षेत्र में जंगली हाथियों ने बरपाया कहर, अनेक गांवों में धान के ढेर और सिंचाई सामग्री को पहुंचाया नुकसान
डिजिटल डेस्क, लाखनी (भंडारा). तहसील के सह वनक्षेत्र लाखनी एवं किटाडी अंतर्गत आने वाले अनेक गांवों के खेत परिसर में जंगली हाथियों ने उत्पात मचाया। धान के ढेर, चुराई किए धान के बोरे, सिंचाई की पाइप लाइन का नुकसान करने की घटना सोमवार 5 दिसंबर को सुबह के दौरान सामने आयी है। वन, राजस्व व कृषि विभाग की ओर से संयुक्त पंचनामे करने का काम शुरू होकर हाथियों के झुंड पर ड्रोन द्वारा ध्यान दिया जा रहा है। सह वनक्षेत्र किटाडी के अधीनस्थ होने वाले खराशी, धानला, घोड़ेझरी, खुनारी, निमगांव एवं सह वनक्षेत्र लाखनी के अधीनस्थ आने वाले रामपुरी, मुरमाडी/तुप., कन्हालगांव के अनेक किसानों का हाथियों के झुंड ने रविवार की रात में खेत परिसर में रखे धान के ढेर, मलनी कर रखे धान के बोरे, खेत की पाइप लाइन, स्वीच पेटी तो कुछ गांवों में गन्ना के खेती का बड़े पैमाने पर नुकसान किया है। नुकसान का आंकड़ा लाखों रुपये होने का बताया जा रहा है। रात के दौरान हाथियों का झुंड गांव में नहीं आए इसके लिए वन अधिकारी व कर्मचारियों ने हाथियों के झुंड पर 24 घंटे नजर रखी जा रही है। इसके लिए पटाके फोड़कर हाथियों के झुंड को गांव में आने के लिए रोका जाने का प्रयास किया जा रहा है। वन परिक्षेत्र अधिकारी घनश्याम ठोंबरे, सूरज गोखले के मार्गदर्शन में क्षेत्र सहायक मुकेश शामकुवर, जे.एन. बघेले, वनरक्षक गोवर्धन सोनटक्के, रंगारी, पारधी, गायकवाड़, कुंभरे, बडोले, गायधने द्वारा संबंधित पटवारी व कृषि सहाय्यक के सहयोग से कार्य कर नुकसानग्रस्त किसानों के पंचनामे करने का काम शुरू होने से किसान की संख्या व नुकसान का आंकड़ा निश्चित आंका नहीं जा रहा है। ड्रोन से रखी जा रही नजर : शाम होने के पश्चात हाथियों का झुंड वन क्षेत्र बाहर निकलकर खेत परिसर में प्रवेश कर नुकसान करने से वन विभाग द्वारा हाथियों के झुंड पर नजर रखना आसान नहीं होने की बात को ध्यान में लेकर आर्थिक नुकसान एवं जीवित हानि न हो इसके लिए हाथियों के झुंड पर नजर रखने के लिए वन विभाग द्वारा ड्रोन की मदद ली जा रही है।
उपाययोजना करना आवश्यक
आकाश कोरे, पूर्व जि. प. सदस्य के मुताबिक हाथियों का झुंड वन क्षेत्र को लगकर आने से खेत परिसर का नुकसान कर रहे हैं। किंतु पिछले 2 दिनों से 10 से 12 किमी. परिसर में जाकर नुकसान करने का दिखाई दे रहा हैं। किसानों का नुकसान नहीं हो इसके लिए वन विभाग ने उपाय योजना करना आवश्यक हुआ है।
पुराने मार्ग से ही लौट रहे हाथी
23 संख्या में होने वाला हाथियों का झुंड लाखनी व साकोली वन परिक्षेत्र की सीमा पर सप्ताह भर से आतंक मचा रखा है। रविवार को रात पालांदुर परिसर में किसानों का नुकसान कर चुलबंद नदी पार कर जिस मार्ग से आए थे उसी मार्ग से वापिस जा रहे हैं। यह जानकारी नाम नहीं प्रकाशित करने की शर्त पर एक वन अधिकारी ने दी है।
Created On :   6 Dec 2022 7:51 PM IST