अवैध पैथोलॉजी लैबों पर किसकी मेहरबानी, धड़ल्ले से संचालन

Whose mercy on illegal pathology labs, operating indiscriminately
अवैध पैथोलॉजी लैबों पर किसकी मेहरबानी, धड़ल्ले से संचालन
सिवनी अवैध पैथोलॉजी लैबों पर किसकी मेहरबानी, धड़ल्ले से संचालन

डिजिटल डेस्क , सिवनी।जिले में अवैध पैथोलॉजी लैब की बाढ़ सी आ गई है। कलेक्शन सेंटर की आड़ में धड़ल्ले से अवैध पैथोलॉजी लैबों का संचालन किया जा रहा है। जिला मुख्यालय में ही जगह-जगह पैथोलॉजी लैब खोल ली गई हैं और इनकी संख्या में तेजी से इजाफा भी होता जा रहा है। बिना रजिस्ट्रेशन व अधिकृत मान्यता न होने के बावजूद संचालित हो रहीं पैथोलॉजी लैबों की जानकारी होने के बावजूद स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदार कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। जानकारी के अनुसार जिले में केवल चार पैथोलॉजी लैब ही पंजीकृत हैं, जिनमें तीन जिला मुख्यालय व एक छपारा में बताई जा रही, लेकिन जिला मुख्यालय में ही दो दर्जन से ज्यादा अवैध लैब कलेक्शन सेंटर की आड़ में चल रही हैं। जिले भर में यह आंकड़ा चार दर्जन से ज्यादा बताया जा रहा है। इन लैब का संचालन धड़ल्ले से किया जा रहा है और लोगों के सैंपल लेकर जांच की जा रही है।
न योग्यता न रजिस्ट्रेशन
लैब संचालन के लिए शासन द्वारा विधिवत नियम लागू किए गए हैं, लेकिन जिले में आश्चर्यजनक रूप से डीएमएलटी व उनके सहयोगी तक लैब संचालित कर रहे हैं, वे ही रिपोर्ट में साइन करके दे रहे हैं,  जबकि लैब संचालक एमबीबीएस,एमडी पैथोलॉजिस्ट होना चाहिए। इतना ही नहीं अवैध तरीके से संचालित हो रहीं लैब के पास न ही नियमानुसार पॉल्यूशन बोर्ड का रजिस्ट्रेशन है और न ही पंजीकृत मेडिकल वेस्ट फर्म का पंजीयन है। लैब के पास पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड का रजिस्ट्रेशन, पंजीकृत मेडिकल वेस्ट सर्विस से एग्रीमेंट, सीएमएचओ ऑफिस का रजिस्ट्रेशन, नगर पालिका का अनुमति पत्र व गुमाश्ता लायसेंस, दुकान का किरायानामा होना आवश्यक है, लेकिन नियमों को ताक पर रखकर पैथोलॉजी लैब संचालित हो रही हैं।
केवल चार पंजीकृत लैब
जिले में केवल चार पंजीकृत पैथोलॉजी लैब हैं। इनमें तीन सिवनी व एक छपारा में है। सिवनी में संजीवनी पैथोलॉजी, सिद्धिविनायक पैथोलॉजी व जिंदल डायग्नोसिस तथा छपारा में अष्ट विनायक लैब पंजीकृत लैब हैं। इनके अलावा जिले में संचालित अन्य लैब अवैध बताई जा रही हैं। अवैध पैथोलॉजी लैब के संचालन के पीछे सीएमएचओ कार्यालय में पदस्थ अमले की मिलीभगत बताई जा रही है। इनके फलने-फूलने के पीछे ऐसे चिकित्सकों की भी कम भूमिका नहीं जो  अधिक कमीशन के चक्कर में चिकित्सक इन लैब में अपने मरीजों को जांच के लिए भेज रहे हैं। कई डॉक्टर तो अपनी क्लिनिक में सेंपल लेकर इन लैब तक पहुंचा रहे हैं।

कोरोना ने बढ़ा दी संख्या
कोरोना की पहली लहर के बाद जिले में कलेक्शन सेंटर के नाम पर अवैध पैथोलॉजी लैब की संख्या में और बढ़ोत्तरी हुई है। अब तो आलम यह है कि लैब में ही कोरोना का रैपिड टैस्ट हो रहा है और पॉजिटिव आने वालों की जानकारी तक सीएमएचओ कार्यालय तक विधिवत नहीं पहुंचाई जा रही है। कई लैब वाले घरों में जाकर भी कोविड का रैपिड टैस्ट कर रहे हैं और मनमाने पैसे वसूल रहे हैं।  

इनका कहना है-
जिले में संचालित हो रहीं पैथोलॉजी लैब की जल्द ही जांच की जाएगी। जहां-जहां भी अवैध संचालन होता पाया जाएगा, उनके खिलाफ नियमानुसार संख्त कार्रवाई की जाएगी।
 

Created On :   14 March 2022 3:52 PM IST

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