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बारिश से गेहूं और दलहनी फसलों को नुकसान गिरा पारा, जनजीवन प्रभावित
डिजिटल डेस्क सिवनी । पश्चिमी विक्षोभ के कारण जिले में पिछले दो-तीन दिनों से मौसम का मिजाज बदला हुआ है। जिले में लगातार बारिश का क्रम जारी है। इस बारिश को सरसों और गेहूं के साथ दलहनी फसलों के लिए फायदेमंद बताया जा रहा था लेकिन मंगलवार को जिले के डेढ़ सौ से अधिक गांवों में ओलों की शक्ल में बरसी सफेद आफत ने किसानों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। जिले का कुरई, केवलारी, सिवनी और बरघाट क्षेत्र इस ओलावृष्टि से अधिक प्रभावित रहा है। ओलावृष्टि से पूर्व चले आंधी-तूफान से भी व्यापक नुकसान हुआ है। कई घरों की छतें उड़ गई वहीं कई स्थानों पर बिजली के खंबे भी जमींदोज हो गए जिससे विद्युत व्यवस्था भी प्रभावित हुई है। हाल की बारिश के बाद मंगलवार को पारे में भी काफी गिरावट देखी गई और न्यूनतम पारा इकाई में पहुंच गया।
बरसे आफत के ओले
जिले में मंगलवार की सुबह से अधिकांश स्थानों में बादल छाए हुए थे। सूरज बमुश्किल कुछ समय के लिए ही नजर आ रहा था। दिन चढऩे के साथ-साथ बादल काले होते चले गए और शाम तकरीबन चार बजे के आसपास जिले के डेढ़ सौ से अधिक गांवों में आंधी तूफान के साथ ओलावृष्टि शुरु हो गई। लगभग पांच से दस मिनट तक लगातार ओलावृष्टि होती रही।
खेतों में बिछ गई सफेदी
मंगलवार को ओलावृष्टि के बाद का नजारा काफी दहलाने वाला था। आलम यह था कि अच्छी फसल की अपेक्षा कर रहे किसान जब अपने खेतों में पहुंचे तो उनकी आंखों से आंसू रुक नहीं रहे थे। गेंहू की फसल को इस ओलावृष्टि से व्यापक नुकसान हुआ है। शुरुआती जानकारी में जिले के केवलारी विकासखंड में केवलारी, मुनगापार, खैरापलारी, मलारी, बिनेकी, डोकररांजी बगलई, खैरी सहित लगभग 16 गांवों में कुदरत का प्रकोप हुआ है। वहीं कुरई क्षेत्र में आधा सैकड़ा गांवों में ओलावृष्टि हुई है। सिवनी विकासखंड के कान्हीवाड़ा, भोमा क्षेत्र सहित लगभग ६८ गांवों में आफत के ओले बरसे हैं। इसके अलावा बरघाट के कातलबोडी, ऐरमा, आदरी, कातलबोडी, ऐरमा, आदरी, ढुटेरा, पथरई, थावडजोडी, आमगांव सहित एक दर्जन गांवों में ओलावृष्टि हुई है।
तेज तूफान से उड़ी छतें
मंगलवार को हुई बारिश और ओलावृष्टि के पूर्व तेज आंधी-तूफान का सामना लोगों को करना पड़ा। जिससे केवलारी क्षेत्र के अनेक गांवों में लोगों के घरों के छप्पर आदि उड़ गए। वहीं छुई इलाके में बिजली के कई खंबे गिर गए हैं। जिससे बिजली आपूर्ति बुरी तरह प्रभावित हुई है।
सक्रिय हुआ प्रशासन
जैसे ही जिले में ओलावृष्टि की सूचना प्राप्त हुई प्रशासनिक अमला फौरन हरकत में आ गया और सर्वे के साथ नुकसान का आकलन शुरु कर दिया गया। भू-अभिलेख अधीक्षक शनिलाल परतेती ने बताया है कि जिले में सर्वे का काम जारी है। बुधवार को नुकसान की प्रारंभिक जानकारी मिल पाएगी तभी स्पष्ट हो पाएगा कि कितने हेक्टेयर की फसल को नुकसान पहुंचा है और कितने किसान प्रभावित हुए हैं। कृषि विभाग के उपसंचालक मोरिश नाथ ने बताया कि वे भोमा क्षेत्र में हैं। इस ओलावृष्टि से फसलों को व्यापक नुकसान की आशंका है। वहीं बरघाट में स्थानीय विधायक अर्जुन सिंह काकोडिय़ा भी ग्रामीण इलाकों में पहुंचे हैं और शासन से शीघ्र सर्वे कराकर मदद पहुंचाने की मांग की है। इधर सिवनी विधायक दिनेश राय ने भी मंगलवार की शाम को क्षेत्र के ओलाप्रभावित इलाकों का जायजा लेते हुए किसानों से हर संभव मदद का भरोसा दिलाया है।
गिर गया पारा
जिले में पिछले तीन दिनों से जारी बारिश के कारण पारे में भी गिरावट देखी गई है। दिन भर सर्द हवाएं लोगों को कंपाती रहीं। जिले में रात का पारा ९.२ डिग्री सैल्सियस तक पहुंच गया था। ओलावृष्टि के बाद इसमें और गिरावट की आशंका है।
Created On :   12 Jan 2022 3:48 PM IST