विश्वरंग पुस्तक यात्रा का शुभारंभ 22 सितंबर को मप्र के माननीय राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल करेंगे

Vishwarang Pustak Yatra will be launched on September 22 by Honble Governor of MP Shri Mangubhai Patel
विश्वरंग पुस्तक यात्रा का शुभारंभ 22 सितंबर को मप्र के माननीय राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल करेंगे
आईसेक्ट ग्रुप विश्वरंग पुस्तक यात्रा का शुभारंभ 22 सितंबर को मप्र के माननीय राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल करेंगे

डिजिटल डेस्क, भोपाल। पुस्तकों के बारे में भारत का सबसे बड़ा जागरूकता अभियान “विश्वरंग पुस्तक यात्रा” का आयोजन आईसेक्ट ग्रुप ऑफ यूनिवर्सिटीज द्वारा भारतीय युवाओं में पढ़ने, विचार साझा करने और चर्चा करने की संस्कृति के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए किया जा रहा है। इसके तहत मध्यप्रदेश में रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित पुस्तक यात्रा का शुभारंभ राजभवन में 22 सिंतबर को मध्यप्रदेश के माननीय राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल जी हरी झंडी दिखाकर करेंगे। इस अवसर पर प्रमुख रूप से विश्वविद्यालय के कुलाधिपति श्री संतोष चौबे, प्रो. चांसलर श्री सिद्धार्थ चतुर्वेदी, कुलपति डॉ. ब्रह्मप्रकाश पेठिया, कुलसचिव डॉ. विजय सिंह एवं मप्र के अग्रणी साहित्यकार-रचनाकार उपस्थित रहेंगे। 

विश्वरंग पुस्तक यात्रा के इस संस्करण में 22 से 30 सितंबर के बीच कुल 11 यात्राएं आयोजित होंगी, जिनमें से 7 यात्राएं मध्य प्रदेश के भोपाल, ग्वालियर, इंदौर, जबलपुर, खंडवा, रीवा, रायसेन में, दो यात्राएं छत्तीसगढ़ के रायपुर और बिलासपुर में होंगी। वहीं, बिहार के वैशाली और झारखंड मेंहजारीबाग में एक-एक यात्रा आयोजित होगी। इन शहरों से शुरू होकर चलित लाइब्रेरी आसपास के लगभग 7-8 जिलों को कवर करेगी। इस पहल के माध्यम सेआईसेक्ट समूह का उद्देश्य पुराने पुस्तकालयों को सहयोग करना और पुनर्स्थापित करना है, जिनके पास अद्वितीय पुस्तकों का खजाना और ज्ञान का स्थान हैं।विश्वरंग पुस्तक यात्रा प्राथमिक लक्ष्य के रूप में पुस्तकों के दान पर ध्यान केंद्रित करेगी।इस पहल के एक भाग के रूप में आईसेक्टसमूह का लक्ष्य 4 राज्यों, 100 जिलों और 200 ब्लॉकों में कुल मिलाकर 15000 किमी की दूरी तय करना है।

"आजादी का अमृत महोत्सव" के एक व्यापक जुड़ाव के साथविश्वरंग पुस्तक यात्रा का उद्देश्य भारत के गुमनाम नायकों को सामने लाना है, चाहे वह वैज्ञानिक हों, लेखक हों, इतिहासकार हों और यहां तक कि स्वतंत्रता सेनानी भी हों, जिन्होंने भारतीय संस्कृति और विरासत को विश्व मानचित्र पर लाने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। विश्वरंग पुस्तक यात्रा का एक प्रमुख उद्देश्य पुस्तक दान की आदत को विकसित करना और जरूरतमंद बच्चों की मदद के लिए लोगों को प्रोत्साहित करना भी है। 11 दिवसीय उत्सव का समापन 30 सितंबर को भोपाल के रवींद्र भवन में बड़ी धूमधाम और गायिका मालिनी अवस्थी की आकर्षक गायन प्रस्तुति के साथ किया जाएगा।
यह अभियान इस अनूठी पहल के माध्यम से छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों तक पहुंचकर पठन-पाठन की संस्कृति को फैलाएगा। विश्वरंग पुस्तक यात्रा एक ऐसा अभियान है जहां एक चलित पुस्तकालय 4 राज्यों यानी मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार और झारखंड में छात्रों, अभिभावकों,स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों के साथ जुड़ेगा। इस पुस्तकालय में वे पढ़ सकेंगे, पुस्तकें दान कर सकते हैं और अपने दोस्तों एवं परिवार के साथ अनुभव साझा कर सकते हैं। विश्वरंग पुस्तक यात्रा द्वारा ‘पुस्तक दान अभियान’ का उद्देश्य लोगों को उन बच्चों को किताबें दान करने के लिए प्रेरित करना है जिनके पास गुणवत्तापूर्ण पुस्तकें और नियमित पुस्तकालयों तक पहुंच नहीं है।

Created On :   21 Sept 2022 6:46 PM IST

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