शिकार व्यक्ति को चंद मिनटों में वापस मिले 2.20 लाख रुपए

Victim of online fraud got back 2.20 lakh rupees in few minutes
शिकार व्यक्ति को चंद मिनटों में वापस मिले 2.20 लाख रुपए
ऑनलाइन ठगी शिकार व्यक्ति को चंद मिनटों में वापस मिले 2.20 लाख रुपए

डिजिटल डेस्क, भंडारा। ऑनलाइन ठगी के शिकार होने के चंद मिनटों में यदि पुलिस में शिकायत दी गई, तो रुपए वापिस मिलने की संभावना बढ़ जाती है। ऐसा ही कुछ लाखनी पुलिस व साइबर सेल दल की संयुक़्त कार्रवाई के बाद देखने मिला है। प्राप्त जानकारी के अनुसार लाखनी शहर के अशोक लेलैंड कंपनी से सेवानिवृत्त हुए आनंद जांभुलकर के साथ आॅनलाइन ठगी कर दो लाख 25 हजार 100 रुपए बदमाशों ने गबन किया था। इस घटना के बाद तत्काल थाने में शिकायत दर्ज करने पर पुलिस ने जांच पड़ताल करते हुए इस घअना के चंद मिनटों में उन्हें दो लाख 100 रुपए वापस दिलाए। इसके लिए जांभुलकर ने लाखनी पुलिस व सायबर सेल का आभार माना। गडेगांव के अशोक लेलैंड कंपनी से आनंद जांभुलकर (62) सेवानिवृत्त हुए है। उनके मोबाइल पर 18 अप्रैल की दोपहर 4 बजे स्टेट बैंक का योनो एप अपडेट करने का मैसेज आया। एप अपडेट करते समय ओटीपी आया। पहले समय खाते से दो लाख 10 हजार रुपए व दुसरा ओटीपी डालने पर 25 हजार रुपए बदमाशों ने निकाल लिए। बैंक के मुख्य कार्यालय से फोन आने पर उनके द्वारा किसी को दो लाख रुपए दिए गए क्या पूछा तो उन्होंने नहीं जवाब दिया। उस समय जांभुलकर को अपने साथ ठगी होने की बात ध्यान में आयी, उन्होंने तत्काल बैंक पहुचे। बैंक प्रबंधक ने तत्काल टोल फ्री क्रमांक देकर पुलिस थाने में शिकायत देने को कहा। घटना के बाद सुमेध जांभुलकर ने पुलिस थाने में पहुचकर पुलिस उपनिरीक्षक अमोल तांबे को घटना की जानकारी दी। पुलिस व साइबर सेल ने मामले की जांच शुरू की। इस दौरान चोरों द्वारा ब्लाक योनो एप शुरू करने के लिए गुरूवार को आनंद जांभुलकर यह स्टेट बैंक गए थे। बैंक मैनेजर के कहने पर उन्होंने नया योना एप्लीकेशन डाउनलोड किया। जैसे ही उन्होने एप डाउलोड किया तो मोबाइल पर रिफंड रूपयों का संदेश आया और उन्हें रकम वापस मिल गई। उन्हे दो लाख 100 रूपए वापिस आए। इससे पूर्व ठगी का शिकार हुए स्थानीय दिपक निंबेकर को पुलिस ने 20 हजार रूपए वापिस दिलाए। इससे दोनों ने राहत की सास ली। लाखनी पुलिस थाने के थानेदार मिलिंद तायडे, सहायक पुलिस निरिक्षक निलेश गोसावी, पुलिस उपनिरिक्षक ओल तांबे, पुलिस हवालदार संजय अरकासे, सायबर सेल के सहायक निरिक्षक अभिजित पाटील, स्नेहल गजभिए, राजेंद्र कापगते, दिनेश आंबेडारे ने सहकार्य किया। 

समय पर करें शिकायत 

ऑनलाइन ठगी की शिकायत समय पर दी गई तो ठगी की रकम वापिस दिलाने की संभावनाए बढ़ जाती है। आनलाईन ठगी होने पर शुरूआती कुछ घंटे महत्वपूर्ण होते है। ऐसे ठगी का शिकार हुए तो तत्काल पुलिस से संपर्क करें। 

-मिलिंद तायडे, पुलिस निरीक्षक, लाखनी

Created On :   6 May 2022 8:14 PM IST

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