एसीसी (अडानी) अमेहटा में 842 मजदूरों का कराया सत्यापन
डिजिटल डेस्क,कटनी। एसीसी एसीसी (अडानी) के अमेहटा (कैमोर) में निर्माणाधीन सीमेंट प्लांट में प्रदेश के बाहर के मजदूरों को काम देने को लेकर विजयराघवगढ़ विधायक संजय पाठक ने गुरुवार को विधानसभा में सवाल उठाया था। विधायक ने कहा था कि अमेहटा (कैमोर) में निर्माणाधीन सीमेंट प्लांट बिहार, पश्चिम बंगाल, उड़ीसा, असम से 3300 मजदूरों को बुलाकर काम कराया जा रहा है। यहां कैमोर पुलिस ने 842 बाहरी मजदूरों के व्हेरीफिकेशन का दावा किया है। इस तरह अब तक मात्र एक तिहाई मजदूरों का व्हेरीफिकेशन हो पाया है। विधायक ने कुटेश्वर माइंस में भी बाहरी मजदूरों से काम कराने की बात कही थी लेकिन यहां बरही पुलिस ने अब तक व्हेरीफिकेशन की जरुरत नहीं समझी।
उल्लेखनीय है कि विधायक पाठक ने एक साल पहले प्रदेश भाजपाध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा की मौजूदगी में आयोजित एक कार्यक्रम में अमेहटा में बंगलादेश के लोगों के काम करने की बात कहकर अधिकारियों को सकते में डाल दिया था। विधायक के इसी बयान के बाद पुलिस ने व्हेरीफिकेशन शुरू किया था। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि सुरिक्षत कही जाने वाली एसीसी की कालोनी में दो साल पहले एसीसी के एक अधिकारी के बंगले में लाखों की चोरी हो गई थी। जिसके आरोपी अब तक नहीं पकड़े जा सके हैं। ऐसी घटनाएं पुलिस के दावों की पोल खोलती रही हैं। लेकिन, हैरान करने वाली बात ये है कि उसके बाद भी गंभीर लापरवाही बरती जाती रही है। जिससे कंपनी व पुलिस दोनों की भूमिका भी सवालों के घेरे में रही है।
यह पुलिस का दावा
बरही थाना प्रभारी सुदेश समन के अनुसार अमेहटा में निर्माणाधीन सीमेंट प्लांट में विभिन्न कंपनियों में काम करने वाले 842 श्रमिकों का सत्यापन किया जा चुका है। सभी ठेेकेदारों को श्रमिकों के पहचान पत्र के साथ सूची देने पूर्व में ही निर्देश दिए जा चुके हैं। जिन ठेेकेदारों ने सूची दी है उनका सत्यापन किया जा रहा है। इस तरह पुलिस ने अपने पक्ष को मजबूत करने का प्रयास किया है, यहीं पोल खुल गई है।
कुटेश्वर में पुलिस ब्रेफिक्र
कुटेश्वर स्थित (सेल) माइंस में काम करने वाले बाहरी मजूदरों को लेकर पुलिस पूरी तरह बेफिक्र है। बरही टीआई सुधाकर बारस्कर का कहना था कि मुझे जो जानकारी है, उसके अनुसार कुटेश्वर में ज्यादातर गैरतलाई के लोग काम करते हैं, बाहरी मजदूर होंगे तो मुझे आइडिया नहीं है। विधायक पाठक ने सदन में आरोपित किया था कि कुटेश्वर स्थित (सेल) माइंस में रोजगार में स्थानीय लोगों को प्राथमिकता नहीं दी जा रही है। यहां ठेकेदार बाहरी लोगों से काम करा रहे हैं। वहीं मामला उठने के बाद भी सत्यापन करने को लेकर गंभीर नजर नहीं आ रहे।
Created On :   4 March 2023 3:51 PM IST